पतंजलि सारस्वतारिष्ट के फायदे: सारस्वतारिष्ट एक क्लासिकल आयुर्वेदिक दवा है जो बुद्धि, स्मरण शक्ति, वीर्य एवं कांति बढ़ाने वाली शास्त्रोक्त औषधि है | पतंजलि सारस्वतारिष्ट का वर्णन भैषज्य रत्नावली – रसायन रोगाधिकार में मिलता है | इसमें ब्राह्मी, शतावरी, विदारीकन्द, हरीतकी, खस, अदरक एवं सौंफ जैसे प्राकृतिक घटक उपस्थित है |
आज के इस लेख में हम आपके लिए पतंजलि सारस्वतारिष्ट के फायदे, घटक, निर्माण विधि, सेवन विधि, एवं नुकसान आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाएंगे | अगर आप आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में विश्वसनीय जानकारियां चाहते है तो निश्चित ही सही वेबसाइट पर आयें है |
स्वदेशी उपचार नियमित तौर पर आयुर्वेदिक दवाओं, जड़ी-बूटियों, रोग, उपचार एवं आयुर्वेदिक सिद्धांतों के बारे में लिखता रहता है | हालाँकि Google Search पर हमारी वेबसाइट कम दिखाई जाती है | फिर भी आप सीधा वेबसाइट विजिट करके किसी भी दवा के बारे में ऊपर स्थित सर्च बॉक्स में खोज सकते है | आपको आयुर्वेद की प्रत्येक दवाओं के बारे में यहाँ जानकारी मिल जाएगी |
चलिए सबसे पहले जानते है पतंजलि सारस्वतारिष्ट के घटक द्रव्यों के बारे में –
Post Contents
पतंजलि सारस्वतारिष्ट के घटक | Ingredients of Patanjali Saraswatarishta
इस दवा के निर्माण में निम्न जड़ी-बूटियों का समावेश रहता है अर्थात इसमें निम्न घटक द्रव्य उपस्थित है –
- ब्राह्मी (Bacopa monnieri)
- शतावरी (Asparagus racemosus)
- विदारीकन्द (Tuberous honeysuckle)
- हरड (Terminalia chebula)
- खस (Vetiveria)
- अदरख (Ginger)
- सौंफ (Fennel)
- प्रक्षेप द्रव्य (निचे लिखे सभी द्रव्य प्रक्षेप में उपयोग होते है)
- शहद (Honey)
- धाय के फुल (Woodfordia fruticosa)
- रेणुका
- निशोथ (Turpethum or Nishoth)
- छोटी पिप्पल (Piper Longum)
- लौंग (Cloves)
- वच (Sweet Flag)
- कुठ (Saussurea lappa)
- अश्वगंधा (Withania Somniferra)
- बहेडा (Terminalia bellirica)
- गिलोय (Tinospora Cordifolia)
- छोटी इलायची (Cardomam)
- वायविडंग (White flower embelia)
- दालचीनी (Cinnamon)
- स्वर्णपत्र (Swarnpatra)
- चिनी (खण्ड)
निर्माण विधि: पतंजलि सारस्वतारिष्ट बनाने के लिए ब्राह्मी से लेकर सौंफ तक के सभी घटकों को यवकूट करके जल में पकाकर इसका क्वाथ बना लिया जाता है | इसके पश्चात बाकि बचे सभी प्रक्षेप द्रव्यों का चूर्ण करके इस क्वाथ में मिला दिया जाता है | ऊपर से शहद, धाय के फुल, एवं चीनी मिलाकर चीनी मिटटी के बर्तन में बंद करके महीने भर के लिए निर्वात स्थान पर रख दिया जाता है | महीने भर पश्चात अच्छी तरह संधान होने के बाद इसे छान कर रख लिया जाता है | इस प्रकार से सारस्वतारिष्ट बनती है |
पतंजलि सारस्वतारिष्ट के फायदे | Patanjali Saraswatarishta Benefits in Hindi
यह दवा विभिन्न रोगों में कार्यकारी प्रभाव दिखाती है | चलिए जानते है पतंजलि सारस्वतारिष्ट के फायदे –
स्मरणशक्ति: पतंजलि सारस्वतारिष्ट याददास्त को बढ़ाने में विशेष फायदेमंद है | इसका सेवन महीने भर निर्धारित मात्रा में करने से स्मरणशक्ति बढती है | यह बच्चे, बुजुर्ग एवं युवा सभी के लिए समान रूप से हितकारी औषधि है | अधिक पढने वाले व्यक्ति भी इस दवा के सेवन से लाभ उठाते है |
बुद्धि बढ़ाने में: यह दवा स्मरण शक्ति के साथ – साथ बुद्धि बढ़ाने का कार्य भी करती है | इसमें ब्राह्मी मुख्य घटक के रूप में उपस्थित है जो सोचने – समझने की क्षमता का विकास करता है साथ ही यह दवा बुद्धि को तेज करती है |
कांतिदायक: पतंजलि सारस्वतारिष्ट उत्तम कांतिदायक औषधि है | इसका सेवन नित्य करने से शरीर की कांति बढती है | दिमाग तेज होता है एवं त्वचा में कांति दिखाई देने लगती है | यह त्वचा विकारों को भी दूर करने में लाभदायक आयुर्वेदिक दवा है |
पित्तशमन: पतंजलि सारस्वतारिष्ट बलवर्धक, हृदय को पुष्ट करने वाला, चित्त को प्रशन्न करने वाला, एवं दिमाग को ताजा रखने वाला है | इस दवा के वातवाहिनी नाड़ियों पर विशेष प्रभाव दिखाई देते है एवं यह पित्त का शमन करती है |
पुरुषों के वीर्य विकार में फायदेमंद: सारस्वतारिष्ट के सेवन से पुरुषों के शुक्र दोष की समस्या दूर हो जाती है | यह वातवाहिनी नाड़ियों पर अपना प्रभाव दिखाती है एवं शुक्र को बल देकर दोषों को दूर करने का कार्य करती है |
स्त्रियों के रजोदोष: पुरुषों की तरह ही पतंजलि सारस्वतारिष्ट स्त्रियों के रजोदोषों में लाभदायक साबित होती है | यह रज विकृति को दूर करने में लाभदायक है |
अपस्मार रोग या उन्माद: इन रोगों में आयुर्वेद में सर्वप्रथम सारस्वतारिष्ट का ही उपयोग करवाया जाता है | क्योंकि यह दवा स्मरण शक्ति को बढाती है एवं मानसिक विकारों को दूर करके इन रोगों में विजय हासिल करवाती है | इसे सभी उम्र के व्यक्ति ले सकते है |
बच्चों के लिए फायदेमंद: पतंजलि सारस्वतारिष्ट बच्चों के लिए भी अत्यत्न फायदेमंद है | इस दवा का प्रयोग नित्य रूप से दूध के कुच्छ दिन करवाने से उनकी बुद्धि तेज होती है, साथ ही आँखों की रोशनी बढती है |
हृदय रोग: यह दवा हृदय रोग में अच्छा प्रभाव दिखाती है | इसमें हृदय को बल देने वाले घटक उपस्थित है जो हृदय गति को नियमित करते है एवं विकारों को दूर करने में फायदेमंद है | अत: हृदय रोग में भी आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा पतंजलि सारस्वतारिष्ट का उपयोग करवाया जाता है |
तनाव दूर करने में फायदेमंद: यह मष्तिष्क को शांत करने में अत्यंत लाभदायक आयुर्वेदिक दवा है | इसमें अश्वगंधा, ब्राह्मी, हरीतकी एक्टिव घटक के रूप में विद्यमान है जो मानसिक तनाव को दूर करने में अच्छा प्रभाव दायक है |
वाणी: इस दवा का सेवन कुच्छ दिनों तक करने से वाणी मधुर बनती है | साथ ही हकलाने की समस्या भी दूर होती है |
सेवन विधि | Dosage
इस दवा की सामान्य खुराक 10 से 15 मिली है | जिसे समान जल मिलाकर सेवन किया जाता है | हालाँकि रोग, प्रकृति, लिंग एवं अवस्था के आधार पर वैद्य इसकी खुराक बदल भी सकते है | अत: सेवन से पहले चिकित्सकीय सलाह अवश्य लें |
पतंजलि सारस्वतारिष्ट के नुकसान | Side Effects of Patanjali Saraswatarishta
पतंजलि सारस्वतारिष्ट के कोई भी ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं है | अगर इसे निर्धारित मात्रा में लिया जाये तो किसी भी प्रकार के नुकसान को कोई भी गुंजाईश नहीं है | हालाँकि उपयोग से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह अवश्य लें | क्योंकि अनुपान एवं मात्रा का निर्धारण चिकित्सक द्वारा ही किया जाना उचित होता है |
पतंजलि सारस्वतारिष्ट का मूल्य | Price of Patanjali Saraswatarishta
- Patanjali Divya Saraswatarishta 450 ML – Rs. 123
सामान्य सवाल – जवाब | Frequently Asked Question about Patanjali Saraswatarishta
पतंजलि सारस्वतारिष्ट के फायदे क्या है ?
पतंजलि सारस्वतारिष्ट बुद्धि बढ़ाने, स्मृतिबढ़ाने, वीर्य एवं रज विकार दूर करने, बल देने, एवं शरीर की कांति बढ़ाने में फायदेमंद है |
पतंजलि सारस्वतारिष्ट का मुख्य घटक क्या है ?
इस दवा का मुख्य घटक ब्राह्मी जड़ी – बूटी है | इसके अलावा भी इसमें सौंफ, शतावरी, हरीतकी, विदारीकन्द एवं खस जैसी विभिन्न जड़ी – बूटियां है |
पतंजलि सारस्वतारिष्ट का सेवन कब करना चाहिए ?
इसका सेवन वैद्य सलाह अनुसार स्मृतिनाश, उन्माद, एवं मानसिक विकारों में सुबह – शाम समान जल के अनुपान में किया जाना चाहिए |
क्या पतंजलि के अलावा भी यह दवा कोई बनाता है ?
जी हाँ, पतंजलि के अलावा बैद्यनाथ, उंझा, धूतपापेश्वर एवं डाबर आदि फार्मेसी भी इसका निर्माण करती है ?
पतंजलि सारस्वतारिष्ट कितनी मात्रा एवं मूल्य में उपलब्ध है ?
यह 450 मिली की बोतल मूल्य 123 रूपए में प्रत्येक पतंजलि स्टोर एवं आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर पर उपलब्ध है |
क्या पतंजलि सारस्वतारिष्ट अनिद्रा रोग में भी उपयोगी है ?
जी हाँ, यह मष्तिष्क को शांत करने का कार्य करती है एवं तनाव को दूर करने में लाभदायक है, साथ ही इसका सेवन करने से अच्छी नींद आती है |
पतंजलि सारस्वतारिष्ट की सेल्फ लाइफ कितनी है ?
इसकी सेल्फ लाइफ 10 वर्ष है अर्थात इसकी एक्सपायरी निर्माण से 10 साल तक होती है |