यह एक शास्त्रोक्त आयुर्वेदिक औषधि है | इसका उपयोग दर्द निवारण के लिए किया जाता है | शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द होने पर इस दवा का सेवन करने पर तुरंत लाभ मिलता है | नींद न आने पर भी इसका सेवन बहुत उपयोगी साबित होता है | इसके सेवन से गहर और अच्छी नींद आती है |
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वेदनान्तक रस क्या है, घटक द्रव्य एवं बनाने की विधि |
यह रस रसायन प्रकरण की आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका उपयोग दर्द कम करने के लिए किया जाता है | जब शरीर के किसी हिस्से या अंग में विशेष वेदना हो तो इसका उपयोग किया जाता है | इसके उपयोग से दर्द तुरंत कम हो जाता है | आइये जानते हैं इसके घटक द्रव्य :-
घटक द्रव्य / Required Herbs :-
- शुद्ध अफीम – 3 माशा
- कपूर – 3 माशा
- खुरासिनी अजवायन – 3 माशा (महीन चूर्ण)
- रस सिंदूर – 6 माशा
- भांग की पत्तियों का रस – घोंटने के लिए
वेदनान्तक रस बनाने की विधि / Preparation of Vedanantaka Ras
यह रसायन प्रकरण की औषधि है | इसे बनाने के लिए निम्न विधि का उपयोग किया जाता है :-
- सबसे पहले खुरासिनी अजवायन को अच्छे से पीस कर चूर्ण बना लें |
- इस चूर्ण को कपड़छान कर लें |
- अब रस सिंदूर को महीन पिस लें |
- अफीम को पानी में घोल दें |
- इसमें रस सिंदूर, अजवान चूर्ण एवं कपूर को मिला लें |
- अब इस मिश्रण में भांग की पत्तियों का रस मिला कर घोंट लें |
- जब यह गाढ़ा हो जाये तो इसकी छोटी छोटी गोलियां बना लें |
- इन गोलियों को सुखा लें |
- इस तरह से वेदनान्तक रस बन के तैयार हो जाता है |
वेदनान्तक रस के फायदे एवं उपयोग !
जैसा उपर बताया है यह एक दर्दनाशक आयुर्वेदिक औषधि है | इसका वातवाहिनी नाड़ी पर विशेष असर होता है | इसलिए वात के कारण उत्पन्न विकारों में इसका उपयोग अधिक किया जाता है | जब वाट प्रकोप के कारण वातवाहिनी नाडी में खिंचाव आ जाता है तो इससे बहुत वेदना होती है | ऐसी अवस्था में वेदनान्तक रस बहुत लाभदायी सिद्ध होता है |
कभी कभी वात विकारों के कारण हाथ पैर, गर्दन, पीठ एवं सर में बहुत तेज दर्द होता है | इस रसायन के उपयोग से दर्द तुरंत कम हो जाता है | आइये जानते हैं इसके फायदे :-
- शरीर के किसी भी भाग में कितना भी दर्द क्यों न हो इसके सेवन से नष्ट हो जाता है |
- वात विकारों में यह अत्यंत फायदेमंद दवा है |
- सर दर्द, बदन दर्द एवं कमर दर्द इसके सेवन से ठीक हो जाता है |
- यह शुक्र वर्धक एवं स्तंभक भी है |
- इसके सेवन से वीर्य गाढ़ा होता है एवं शरीर भी बलवान हो जाता है |
- नींद नहीं आने पर भी इसका उपयोग किया जाता है |
- निद्रा लाने के लिए यह प्रमोतम रसायन है |
- वात विकार के कारण उत्पन्न उन्माद में इसका सेवन करने से बहुत लाभ होता है |
नुकसान एवं सावधानियां / Side Effects and Precautions
दर्द के लिए वेदनान्तक रस बहुत ही उत्तम औषधि है | लेकिन इसका उपयोग विशेष वेदना (अधिक दर्द) होने पर ही करना चाहिए एवं अधिक समय तक इसका सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें अफीम की मात्रा होती है | ज्यादा समय तक उपयोग करने से इसकी लत लग सकती है |
धन्यवाद !
वेदान्तक व टी के स्थान पर कोन सी दवा देनी चाहिए