Ayurvedic Herbs List :- आयुर्वेद सबसे प्राचीन एवं उन्नत चिकित्सा शैली है | एक स्वस्थ एवं सुखी जीवन जीने के लिए आधुनिक समय में आयुर्वेद को अपनाना अति आवश्यक है | आयुर्वेद तीन मुलभुत सिद्धांतो पर आधारित है | आहार विहार (खान-पान), दिनचर्या (लाइफस्टाइल) एवं औषध या दवा | इन्ही तीन आधारों का उपयोग करके रोगी का उपचार किया जाता है |
भारतीय चिकित्सा प्रणाली में औषध शास्त्र बहुत समृद्ध है | प्रकृति में विद्यमान वनस्पतियों को उनके गुणों के अनुसार रोगोपचार के लिए उपयोग में लिया जाता है | हमारे आस – पास खेतों एवं जंगलो में हजारों वनस्पतियाँ एवं जड़ी बूटियां ( Indian Herbs list ) उत्पन्न होती हैं जिनका उपयोग गंभीर से गंभीर रोग को ठीक करने के लिए किया जा सकता है | लेकिन इनकी पहचान के अभाव में हम खरपतवार समझ कर इन्हें नष्ट कर देते हैं |
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Ayurvedic Herbs List According to Medicinal uses and Disease
इस लेख में आज हम रोगानुसार जड़ी – बूटियों की लिस्ट (Ayurvedic Herbs list) pdf उपलब्ध करा रहें है | जिससे आपको ये पता लग जायेगा की कोनसी जड़ी बूटी या वनस्पति किस रोग में उपयोगी है इससे आपको आयुर्वेदिक दवाओं की पहचान में भी आसानी रहेगी | इससे आपको घरेलु नुश्खों में भी आसानी रहेगी | यह लिस्ट दो भागो में होगी |
In this Article we will provide Ayurvedic Herbs list as per their medicinal uses so that you can identify ayurvedic medicine easily.
1. List of Ayurvedic Herbs for Indigestion (अपच या बदहजमी दूर करने वाली जड़ी बूटी लिस्ट)
भूख नहीं लगना, अपच रहना एवं बदहजमी जैसी समस्याओं से आज आम जन परेशान है | पेट से जुड़ी सभी समस्याओं को उचित खान पान एवं आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों एवं दवाओं का उपयोग करके आसानी से ठीक किया जा सकता है | आइये जानते हैं अजीर्ण रोग में उपयोगी जड़ी बूटियों के नाम | Ayurvedic Herbs List for Indigestion :-
अजवायन | अमृता | अरलु | उन्नाब | कपित्थ |
कालाजाजी | कुलिंजन | केबुक | कोविदार | खजूर |
चणक | चिरायता | चित्रक | चौपतिया | जम्भीर |
जीरककृष्ण | तालीस | तिन्दुक | पलाश | पाठा |
पुदीना | पुनर्नवा | भांग | मामज्जक | रसोन |
राई | रास्ना | बचा | विडंग | सौंफ |
शुंठी | शण | सनाय | हरीतकी | हिंगू |
2. Indian Ayurvedic Herbs for Anorexia (भोजन में अरुचि जड़ी बूटी लिस्ट)
वात दोष कुपित हो जाने से अरुचि रोग उत्पन्न होता है | इसमें भूख नहीं लगना, खाने का मन नही होना एवं भोजन में अरुचि जैसी समस्या हो जाती है | यहाँ हम इस रोग में उपयोगी जड़ी बूटियों की सूची उपलब्ध करा रहे हैं | Indian Herbs List for Anorexia :-
द्राक्षा | नागरमोथा | पुदीना |
बथुआ | बबूल | सौंफ |
3. list of Herbs for Diarrhea (अतिसार या दस्त में उपयोगी जड़ी बूटी लिस्ट)
अतिसार में दस्त बहुत पतले हो जाते हैं | इस रोग के उपचार के लिए निचे बताई गयी आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां बहुत उपयोगी होती हैं |
4. Ayurvedic Herbs List for Melaena in hindi (रक्तातिसार में उपयोगी जड़ी बूटियों की लिस्ट)
रक्तातिसार (Melaena) रोग में दस्त के साथ खून आने लग जाता है | इसका मुख्य कारण आंतो में सुजन आ जाना है | इसे नजरंदाज करना बहुत नुकसानदायी हो सकता है | निचे दी गयी लिस्ट में उन सभी आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के नाम हैं (Ayurvedic Herbs List for Melaena Decease) जो इस रोग के रोकथाम में काम आती हैं |
- माजूफल, मीठा नीम, मेहंदी |
- बच, वरुण, वासा |
- अर्जुन, कंटकीकरंज, कपिकच्छू, कमल, कुटज, कायफल |
- चाकसू, तिल, तुलसी, तिन्तीडिक, दर्भ |
- पर्णबीज, प्रश्नपर्णी, प्रियंगु |
- बिल्ब, बेरछोटा |
5. List of Indian Herbs for Amoebiasis (आमातिसार रोग में उपयोगी जड़ी बूटी लिस्ट)
आमातिसार बहुत कष्टदायी रोग है | इसमें सफ़ेद चिकने दस्त हो जाते हैं | यह रोग अमीबा जीवाणु के कारण होता है | जो गन्दा पानी पिने से शरीर में आ जाता है | आमातिसार के लिए आयुर्वेदिक हर्ब्स लिस्ट निचे दी गयी है | इन जड़ी बूटियों का सेवन करके इस रोग से छुटकारा पाया जा सकता है |
- बच, वनतुलसी एवं सौंफ से आमातिसार में राहत मिलती है |
- कंटकीकरंज, कायफल |
- नागबला, पाषाणभेद |
6. List of Herbs useful for Epilepsy (अपस्मार या मिर्गी रोग में उपयोगी जड़ी बूटियां)
अपस्मार या मिर्गी तंत्रिकातंत्र से जुड़ा रोग है | इसमें रोगी को तनाव रहना, चकर आ जाना एवं बार बार दौरे पड़ना जैसी परेशानियाँ हो जाती हैं | Ayurvedic Herbs List for Epilepsy में बतायी गयी जड़ी बूटियां इस रोग को ठीक करने में उपयोगी हैं |
- अर्क, उस्तखद्दुस, उदसलीब, कदली |
- काकनासा, कायफल, किरमाणी अजवायन, केतकी |
- खिरनी, चव्य, चौपचीनी, चकोतरा |
- जटामांसी, नागरमोथा, पलास, पर्णवायनी |
- बांदा, ब्राही, मुलेठी, रसोन, वचा, वासा |
- विडंग , श्योनाक, शतावरी, शोभांजन, सिताब, सीताफल |
- हरिद्रा, हिंगू |
7. अम्लपित्त(Acidity) रोग में उपयोगी जड़ी बूटियों की सूची ( लिस्ट)
उचित समय पर भोजन नहीं करने, ज्यादा तीखा खाने एवं दूषित भोजन से एसिडिटी हो जाती है | इसे लगभग सभी ने महसूस किया होगा | यह रोग बहुत ही आम है एवं कष्टदायी भी है | यहाँ पर हम उन सभी आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के नाम (Ayurvedic Herbs Name for acidity) बता रहें हैं जो इस रोग में उपयोगी हैं | List of Herbs for Acidity :-
- अमृता, एरंडकर्कटी, चिरायता, द्राक्षा |
- धान्यक या धनिया, नारिकेल, नीम्बू |
- पाटला, मूलिका |
- शतावरी, सागवान, हरितकी |
8. Ayurvedic Herbs for Piles care (बवासीर रोग को ठीक करने के लिए जड़ी बूटियां)
अर्श या बवासीर रोग गुदा मार्ग में सुजन या मस्से हो जाने के कारण होता है | यह बहुत ही तकलीफ देने वाला रोग है | आम जानकारी के अनुसार 50 से 60 प्रतिशत लोग कभी न कभी इस रोग के शिकार जरूर होते हैं | उचित समय पर इलाज के आभाव में यह और भी कष्टदायी हो जाता है | आइये जानते आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के बारे में जो अर्श को जड़ से ख़त्म कर सकती हैं | आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की सूची :-
- अलसी, अतिबला, अफीम, ईमली, इक्ष्वाकु |
- उत्पल, एरंड, कचनार, क्रित्वेधन |
- काकोदुम्बर, कायफल, कुकरोंधा, कुटज |
- कुश, कोविदार, कुमारीधामार्गव |
- चन्दनरक्त, चान्गेरी, चित्रक, चौपतिया |
- जलपिप्पली, तिल, दुग्धिका, धान्यक, धामार्गव |
- निम्ब,निशोथ, पलांडू, भांग, भिलावा |
- महानिम्ब, माजूफल, मानकंद, मूलिका |
- रास्ना, लज्जावंती, वंश, विडंग |
- वेतस, शतावरी, सर्पुन्खा, शाल |
- शोभांजन, शुंठी, शमी, सहदेवी |
- सुदर्शन, सूरण, सेमल, सेहुंड |
- हरितकी, हरिद्रा, हुलहुल |
9. पेट दर्द में उपयोगी जड़ी बूटी की लिस्ट (Ayurvedic Herbs List for Abdominal pain)
अनुचित खान पान, वात दोष एवं किसी इन्फेक्शन के कारण पेट दर्द की समस्या होती है | पेट दर्द के उपचार के लिए बहुत सी आयुर्वेदिक दवा एवं जड़ी बूटियां हैं | आइये जानते हैं पेट दर्द में काम आने वाली जड़ी बूटियों के नाम |
- रतनजोत, राई |
- तिलपर्णी, दुग्धिका |
- द्रोण पुष्पि, नाड़ीहिंगू |
- पुदीना, अजवायन |
यह भी पढ़ें :- पेट दर्द का आयुर्वेदिक उपचार
10. Ayurvedic Herbs List for Ascites (जलोदर रोग में उपयोगी जड़ी बूटियों की लिस्ट )
वात दोष प्रकुपित हो जाने या लिवर, किडनी में किसी रोग के कारण पेट में पानी भर जाने की समस्या जलोदर रोग के नाम से जानी जाती है | आधुनिक चिकित्सा में इस रोग का कोई सम्पूर्ण इलाज नहीं है | इस रोग के लिए आयुर्वेद उपचार एवं जड़ी बूटियां काफी उपयोगी सिद्ध होती हैं | आयुर्वेदिक हेर्ब्स लिस्ट फॉर जलोदर में हम उन सभी जड़ी बूटियों का नाम बतायेंगे जो इस रोग को ठीक करने में बहुत लाभदायी हैं |
- कपूर, कुमारी |
- ज्योतिष्मती, जंगली प्याज |
- दन्ती, देवदारु |
और पढ़ें :- आयुर्वेदिक मेडिसिन लिस्ट
11. Indian Herbs list for Ear Disease (कर्ण रोगों में उपयोगी जड़ी बूटियों की लिस्ट)
कान में फोड़ा हो जाना, सुजन आ जाना या कर्ण मूल में सुजन आदि रोग कान में होने वाले सामान्य रोग हैं | कान में दर्द असहनीय होता है | इस रोग के उपचार के लिए निम्न आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों (Herbs) का उपयोग लाभदायी होती है |
- इक्ष्वाकु, कृत्वेधन, काकजंघा |
- जाति, तुलसी, वनतुलसी |
- तिलपर्णी, दुपहरिया, दमनक |
- धतुर, निम्बू, पलाशकंटकी |
- पुनर्नवा, बादाम, मकोय |
- मानकंद, मूसाकर्णी, रसोन |
- रामतुलसी, लौबान, श्योनाक |
- सीताफल, सेहुंड, सोया |
- हडजोड, हरमल |
- हिंगू, हुलहुल |
12. List of Herbs useful in Jaundice (पीलिया या कामला रोग में गुणकारी आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां )
पीलिया जा कामला रोग हेपेटाईटिस ‘ए’ या हेपेटाईटिस ‘सी’ के कारण होने वाला रोग है | इसमें रक्त में लाल रक्त कणिकाओं की कमी हो जाती है जिससे त्वचा एवं खून का रंग पिला पड़ जाता है | यह रोग बहुत नुकसान दायी होता है एवं उचित समय पर उपचार न मिलने से प्राणघातक भी हो सकता है | यहाँ पर दी गयी लिस्ट में उन सभी जड़ी बूटियों के नाम है जो पीलिया रोग में कारगर साबित होती हैं | Ayurvedic Herbs List for Jaundice :-
- अमृत , अरहर, इन्द्रायण, इक्ष्वाकु |
- ऊंटकटेला, कतुम्बी, काकोदुम्बर |
- कासनी, कुटज, कुमारी, एरंड |
- जटामांसी, जयपाल, जलवेतस |
- देवदाली, द्रोणपुष्पी, धामार्गव, निम्ब |
- पालक, बिल्ब, भृंगराज, भूम्यामल्की |
- मेहंदी, रास्ना, रेवंदचीनी, लटकन |
- वासा, शिकाकाई, सेहुंड, हरिद्रा |
13. कास या कफ रोग में उपयोगी जड़ी बूटियों के लिस्ट ( List of Indian Herbs for Cough)
खांसी को आयुर्वेद में कास रोग के नाम से जाना जाता है | इस रोग के उपचार के लिए आयुर्वेद में बहुत सी जड़ी बूटियां है जिन्हें हम निचे लिस्ट में बता रहें हैं | Indian Herbs List for Cough cure :-
- अलसी, अपामार्ग, अर्क, अर्कपत्री |
- कचनार, कचूर, कदली, कपूरी हल्दी |
- चन्दन, चिरोंजी, चकोतरा |
- जवासा, जिंगीणी, जूफा |
- तालिसपत्र, तुलसी, तेलपर्णी |
- नागकेसर, नागरमोथा, नागरबेल, निर्गुन्डी |
- पद्माख, प्लांडू, पारिजात, पिप्पली, पिपरमेंट, पुनर्नवा, पुष्करमूल |
- मकोय, मक्का, मदनफल मधुयष्टी, मरीच, मुदग |
- लहसुन, राई, राजबला, रामतुलसी, रेणुका |
- लौंग, वनतुलसी, वासा |
- शिलारस, शुंठी, सनाय, सेहुंड, सैरेयक |
- हंसराज, हरीतकी, हरिद्रा, हिंगू |
14. बालों की समस्या में उपयोगी जड़ी बूटियों की लिस्ट |
गंजापन, बाल सफ़ेद हो जाना, रुसी आ जाना एवं डैंड्रफ से आज हर कोई परेशान है | अगर आपके बल उड़ जाये या सफ़ेद हो जाये तो आप बहुत असहज महसूस करते हैं | इन सभी समस्यों से छुटकारा पाने के लिए आप इस लिस्ट में दी गयी जड़ी बूटियों का उपयोग कर सकते हैं | Ayurvedic Herbs list for Hair care :-
- निम्ब, बहेड़ा, बेर बड़ा, बालबच |
- भृंगराज, भल्लातक, रोहिषतृण |
- शिकाकाई, अर्क, कनेर, कंटकारी |
- करंज, करीर, कालाजाजी, कम्पिल्लक |
- चालमोगरा, चिरोंजी, जटामांसी, मशुयाष्टि |
- पटोल, प्लांडू, पारिजात, प्लक्ष |
- भांग, वनतुलसी, इन्द्रायण, कुसुम्भ |
- केसराज, गोरखमुंडी, सेरेयक |
यह भी पढ़ें :- सफ़ेद बालों को कैसे काला करें ?
15. गर्भावस्था से जुड़े रोगों के इलाज के लिए काम आने वाली जड़ी बूटियां |
गर्भावस्था में महिला को बहुत सावधानी रखने की आवश्यकता होती है | क्योंकि इस समय के दौरान गर्भस्राव, गर्भ गिर जाना, दुर्बलता एवं गर्भपात जैसी समस्या हो सकती हैं | यहाँ पर हम उन आयुर्वेद में वर्णित जड़ी बूटियों के बारे में बतायेंगे जिन्हें गर्भवस्था के रोगों में बहुत उपयोगी एवं असरदार औषधि के रूप में काम में लिया जाता है | List of Herbs for safe Pregnancy :-
- अधः पुष्पी, काकजंघा, इक्ष्वाकु |
- कतीरा, कमल, कशेरुक, खेजड़ा, दूर्वा |
- पद्माख, मखाना, श्रंगाटक, शमी |
- अफीम, अमरबेल, अश्मंतक, जियापोता |
- पाठा, पुदीना, पुनर्नवा, बालबच |
- जीरक, धातकी, आवर्तकी, दाड़िम |
- भारंगी, सौंफ, एरंड, वरुण |
जाने बार बार गर्भपात का आयुर्वेदिक इलाज
16. गृहणी रोग (Irritable Bowel Syndrome) में उपयोगी जड़ी बूटियां |
इस रोग में बड़ी आंत पर असर पड़ता है जिससे पेट में मरोड़ होना, कब्ज, पेट दर्द, पेट में सूजन, दस्त एवं गैस की समस्या हो जाती है | इस रोग के उपचार के लिए इस्तेमाल होने वाली जड़ी बूटियों की लिस्ट (Ayurvedic Herbs List for IRB) से आप उन सभी जड़ी बूटियों के बारे में जान पाएंगे जो गृहणी रोग के उपचार में उपयोगी हैं |
- अतिविषा, अर्क, कर्कटश्रंगी, कायफल |
- चन्दन रक्त, चन्द्रशूर, चान्गेरी, चिरायता |
- त्वाक्षिरी, नेत्रबाला, पलाश, पुनर्नवा |
- बिल्व, भांग, माजूफल, सफ़ेद मुसली, मसूर |
17. सभी प्रकार के ज्वर (बुखार) में उपयोगी जड़ी बूटियां (Ayurvedic Herbs List for Fever)
आमतौर पर ज्वर या बुखार सभी को आ जाता है एवं वर्तमान समय में इसके लिए अंग्रेजी दवाओं का उपयोग ज्यादा होता है क्योंकि ये जल्दी असर करती हैं | लेकिन इन दवाओ के दुष्परिणाम काफी घातक होते हैं जो समय के साथ दिखायी देते हैं | आप आयुर्वेद में वर्णित दवाओं एवं जड़ी बूटियों से भी बुखार या ज्वर से मुक्ति पा सकते हैं | List of Ayurvedic Herbs for fever से जाने इन जड़ी बूटियों के बारे में :-
- अगर, अतिबला, अतिविषा, अम्लवेत, अयापान |
- कचूर, कालमेघ, छड़ीला, जियापोता, तमाखू |
- तिनिश, तेजपता, तिन्तीडिक, दंती, धन्वायास |
- निम्ब, निर्गुन्डी, पटोल, पालक, पिपरमेंट, पुदीना |
- मोरपंखी, बनफ्सा, रोहिशतृण, शिशिन्पा, सिताब, सेब |
- द्रोणपुष्पी, पित्त्पापड़ा, देवदाली, मांसरोहिणी, हिज्जल |
- तगर, ताड़, नीलिका, बाँदा, अनंतमूल, रसोन |
18. Name of Herbs useful for Skin Disease (त्वचा रोगों में उपयोगी जड़ी बूटियों के नाम)
त्वचा से जुड़े सभी रोगों के इलाज के लिए काम में ली जाने वाली जड़ी बूटियों की सूची निचे दी गयी है | इन जड़ी बूटियों का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण एवं घरेलु नुश्खों में किया जाता है | आयुर्वेदिक हेर्ब्स लिस्ट :-
- अंकोल, अगर, अपराजिता, आशापाला, उत्पल |
- करेला, कलिहारी, कंथारी, काकनासा, काकमांची, कीटमारी |
- चन्दन रक्त, चन्दन श्वेत, चिरबिल्व, चित्रक, चौपचीनी, चिरोंजी |
- ताड़, तिक्तपटोल, तेंदू, तुलसी, त्रायमाणा, दंती, दर्भ |
- नागकेसर, नाड़ीहिंगु, निर्मली, नीलिका, नल |
- पद्माख, पातालगरुडी, पारस पीपल, पूग, फालसा |
- मकोय, लालमिर्च, मोगरा, मातुलुंग, मधूक |
- लवंग, लोबान, रूद्रवंती, वन हरिद्रा, वंश |
- सत्यानाशी, सनाय, सरल, सुदर्शन, सत्पर्ण |
- जंगली प्याज, ज्योतिष्मती, जयपाल, जयंती |
सत्यानाशी सभी त्वचा रोगों का रामबाण इलाज
19. Ayurvedic Herbs list for Dental Disease (दन्त रोगों के उपचार के लिए जड़ी बूटियों की लिस्ट)
दांतों की उचित देखभाल नही करने से दांत में कीड़े लगना, मसूड़ो से खून आना एवं सुजन जैसी समस्याएं हो जाती है | इन्हें अनदेखा करने से बहुत तकलीफ उठानी पड़ सकती है | इस लिस्ट में उन सभी आयुर्वेद में बतायी गयी जड़ी बूटियों के बारे में बताया है जिनका उपयोग दन्त रोगों में किया जाता है |
- अकरकरा, अतिबला, अमरुद, आवर्तकी |
- कपूर काचरी, करोंदा, खदिर, खिरनी, कुटज |
- मांस रोहणी, माजूफल, मौलश्री, रतनजोत |
- लौघ्र, वनतुलसी, शोभांजन, सरसप, हरीतकी |
- बादाम, बोल, पूग, पानी आंवला, जामुन |
- लवंग, हिंगू, खर्जुर, खुरासिनी अजवायन, नकछिकनी |
20. नेत्र रोगों में उपयोगी जड़ी बूटियों की लिस्ट (List of Herbs Useful in Eye Disease)
आँखों से जुड़ी समस्या से आज आमजन परेशान है | मोबाइल एवं लैपटॉप के इस युग में आँखों की उचित देखभाल करना बहुत आवश्यक है | आयुर्वेद में ऐसी बहुत सी जड़ी बूटियां एवं दवाएं हैं जिनसे नेत्र रोग पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं | जानते है जड़ी बूटियों की लिस्ट से उन जड़ी बूटियों के बारे में जिनका इस्तेमाल करके आँखों से जुड़े रोगों से दूर रहा जा सकता है | List of indian Herbs useful in eye disease :-
- भृंगराज, मधुयष्टी, रेणुका, शतावरी |
- अगस्त्य, अपामार्ग, अमृता, अश्वगंधा |
- कुमारी, ज्योतिष्मती, जीवन्ती, बेरबड़ा |
- हरड, दूर्वा, पुनर्नवा, चाय |
- एरंड, चकसु, लज्जावंती, निर्मली |
21. List of Herbs in Ayurveda for Sinus (प्रतिश्याय रोग में काम में ली जाने वाली जड़ी बूटियों की लिस्ट)
Sinus एक बैक्टीरियल या वायरस जनित रोग है | आयुर्वेद में इसे प्रतिश्याय नाम से जाना जाता है | इस रोग में उपयोगी जड़ी बूटियों की लिस्ट निचे दी गयी है |
- अंकोल, अकरकरा, अग्निमंथ, कपूर, कायफल, काचरा |
- केसर, कुमारी, चव्य, जवासा, जातिफल, काला जीरा, जुफा |
- तुलसी, तिन्तीडिक, द्रौण पुष्पी, नकछिकनी, निर्गुन्डी, पित्त्पापडा, पिपरमेंट |
- पुदीना, बनफ्सा, बहेड़ा, बादाम, मरीच, रोहिशतृष्ण, लताकस्तूरी, लवंग |
- वचा, वासा, धान्यक, धतुर, शिरिष, सेहुंड, हरिद्रा, विडंग |
22. डायबिटीज या मधुमेह रोग में उपयोगी जड़ी बूटियां (List Of Herbs for Diabetes)
मधुमेह एक प्राणघातक रोग है एवं इसका कोई सम्पूर्ण इलाज आधुनिक चिकित्सा में नही है | आयुर्वेद चिकित्सा एवं दवा से ही इस रोग को ठीक किया जा सकता है | Ayurvedic herbs list for Diabetes cure के माध्यम से जानते हैं उन जड़ी बूटियों के बारे में जिनसे मधुमेह रोग को ठीक किया जा सकता है |
- सफ़ेद मूसली, अंकोल, अग्निमंथ, अजवायन, अमृता, अश्मंतक |
- उत्पल, कुंदुरू, कुलिंजन, कुटज, श्वेत चन्दन |
- ज्योतिष्मती, जटामांसी, जीवंती, जैतून, पाताल गरूडी |
- मौलश्री, मधूक, रोहितक, वट, वरुण, विजयसार |
- सदाबहार, सप्तचक्रा, सागवान, हरिद्रा, दूर्वा, चाकसू |
- भूम्यामल्की, मेष श्रृंगी, कमल, कदली, आवर्तकी |
- उदुम्बर, करंज, करेला, जामून, जातिफल, जौ, ककोड़ा |
- तगर, निम्ब, पाटला, पारस पीपल, पूग |
- बबूल, बादाम, सालममिश्री, सूची, सेरेयक |
- तेंदू, बला, मेथिका, चंपा, जयंती, तिल, ईसबगोल |
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23. पेचिश रोग में लाभदायी जड़ी बूटियों के नाम वाली लिस्ट
प्रवाहिका या पेचिश पाचन तंत्र का रोग है जिसमे बहुत गंभीर दस्त हो जाते हैं | इसमें मल के साथ रक्त भी आता है | इस रोग का उचित समय पर इलाज नहीं करने से यह जानलेवा भी हो सकता है | आइये जानते हैं इस प्राणघातक रोग में उपयोगी जड़ी बूटियों के बारे में | Ayurvedic Herbs List useful in Dysentery :-
- अगर, आम, आर्वतकी, ईसबगोल, उदुम्बर, उत्पल |
- खूनखराबा, एरंड, चाकसू, जलकुम्भी, तवाक्षिरी, तिनिश |
- तेंदू, दर्भ, धव, धातकी, नारिकेल, निम्बू, पलाश |
- पुन्नाग, पूग, बनफ्सा, बेर छोटा, भूम्यामल्की |
- मदनफल, मरीच, मौलश्री, मोगरा, सर्पगंधा |
- साल, शुंठी, श्रृंगाटक, शमी, सीताफल, धन्वन, दुग्धिका |
24. Ayurvedic Herbs List for Spleen Disease (प्लीहा रोग में उपयोगी जड़ी बूटियों की लिस्ट)
प्लीहा शरीर की सबसे बड़ी वाहिनी ग्रंथि है | प्लीहा बढ़ जाने से पेट के उपरी हिस्से में दर्द होता है | इससे शरीर पर बहुत दुष्प्रभाव हो सकते हैं | इस रोग में काम आने वाली जड़ी बूटियों की सूची निचे दी गयी है | आयुर्वेदिक हेर्ब्स लिस्ट फॉर प्लीहा :-
- अपामार्ग, अम्लवेत, अमृता, आम, एरंडकर्कटी, कंटकी करंज |
- करेला, कृतवेधन, एरंड, कुमारी, चणक, चित्रक |
- तिलपर्णी, दंती, दारूहरिद्रा, देवदाली, धामार्गव |
- नीलिका, पाठा, मानकंद, रसोन, व्याघ्रनखी |
- लाल विदारीकन्द, वन हरिद्रा, शर्पुन्खा, सशर्प |
- सुरण, हरिद्रा, हिज्जल, हुलहुल, पिप्पली |
25. Ayurvedic Herbs List for Gonorrhoea (पुयमेह या परमा रोग की दवा में काम आने वाली जड़ी बूटी लिस्ट)
पुयमेह या परमा एक संक्रामक यौन रोग है | यह एक जीवाणु के कारण होता है जो नर एवं मादा के जननांगो के पास विकसित होता है | इससे जननांग से पस आने लग जाता है एवं जलन व सुजन हो जाती है | आयुर्वेदिक हेर्ब्स लिस्ट के माध्यम से जानते हैं इस रोग में काम आने वाली जड़ी बूटियों के बारे में :-
- अतिबला, अरिमेद, अश्वकर्ण, उपोदिका |
- उलटकम्बल, कूटशामली, अमृता |
- चिरपोटली, तेजपात, पातालगरुडी, पून्नाग |
- बहुफली, लटकन, वनतुलसी, शंखपुष्पी |
- शिलारस, शिशिन्पा, हिज्जल |
अन्य रोगों के लिए उपयोगी जड़ी बूटियों की लिस्ट अगले भाग में उपलब्ध होगी |
आयुर्वेदिक जड़ी बूटी लिस्ट / Ayurvedic herbs list in hindi pdf
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धन्यवाद |
3 SAAL PURANI DHAT ROG KE LIYE KOWN SI JADIBUTI KA UPYOG KARE.
नमस्कार रोहित जी, धात रोग के लिए आप गोखरू, सालममिश्री, काली मूसली एवं विदारीकंद आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं | अगर आपका रोग अधिक है तो कामसुधा योग का सेवन करें 100 % आपका रोग ठीक हो जाएगा |
Muze…is sari jadi buti o,ki jankari vali kitab,chyhiye to aap muze bhej sakte ho,…or mere pas bhut sari jadi buti o ke phodhe…hai to ise kon kharid sakta… hai…
Mai bahut hi jaldi free ho Jata hun kuch hi seconds me jiski vajah mai bahut pareshan hun.
mai kya karun
Muze bataiye ki kis phodhe ke jad ke sath chawal banakar khane se sperm count badta hai
आपके द्वारा दी गयी जानकारी बेहद प्रशंसनीय हैं