Patanjali Divya Godhan Ark Benefits in Hindi : दिव्य गोधन अर्क पीने के फायदे जानें

Godhan Ark Patanjali Benefits in Hindi: पतंजलि दिव्य गोधन अर्क एक प्रकार की आयुर्वेदिक दवा है । जिसका प्रयोग पेट से जुडी बिमारियों, डायबिटीज, एवं लीवर से सम्बंधित रोगों में किया जाता है । यह गौमूत्र के अर्क से तैयार होने वाली औषधि है । आयुर्वेद में गौमूत्र को सम्पूर्ण आरोग्य दायक औषधि माना गया है । बहुत से आयुर्वेदिक वैद्य और आमजन इस बात पर विश्वास करते हैं कि गौमूत्र अर्क अर्थात Godhan Ark Patanjali के सेवन से शरीर को विभिन्न लाभ प्राप्त होते है ।

आज के इस लेख में हम Godhan Ark Patanjali Benefits in Hindi के बारे में आपको सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाएंगे । तो चलिए सबसे पहले जानते हैं –

Godhan Ark Patanjali Benefits in Hindi

पतंजलि गोधन अर्क क्या है? (Patanjali Godhan Ark in Hindi)

यह पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड (Patanjali Ayurved Limited) द्वारा तैयार की जाने वाली एक आयुर्वेदिक औषधि है । जिसका निर्माण गौमूत्र के अर्क से किया जाता है । अधिकांश फार्मेसी इसे निर्माण करती है एवं एक आयुर्वेदिक दवा के रूप में बेचती है । भारत में गाय को एक पवित्र पशु माना जाता है एवं गाय के सभी दूध, दही, घी, गौमूत्र एवं गोपुरीष को फायदेमंद बताया है । जिनका उपयोग भिन्न – भिन्न प्रकार से मनुष्य के लिए लाभदायक माना गया है ।

पतंजलि गोधन अर्क के घटक | Ingredients of Godhan Ark in Hindi

इसका मुख्य घटक गौमूत्र का अर्क होता है जिसमे पीतल, ताम्बा, सोने के लवण, पोटैशियम, प्राकृतिक हार्मोन, विटामिन ए, सी और डी होते हैं | सिर्फ गोमूत्र के अर्क से ही इस औषधि का निर्माण किया जाता है ।

गोधन अर्क बनाने की विधि: गोधन अर्क बनाने के लिए एक आश्वन यंत्र होता है जिसमे वाष्पीकरण के द्वारा गोमूत्र से अर्क निकला जाता है । गोमूत्र अर्क बनाने के लिए केशर भी प्रयोग में ली जाती है । आसवन यंत्र के अन्दर पहले एक लीटर गोमूत्र डालकर इसके वाष्प निकालने वाले मुंह पर एक कपडे में केशर लपेट कर रख दी जाती है । और इसे आंच पर चढ़ा दिया जाता है । जैसे – जैसे गोमूत्र गरम होगा तो इसमें से वाष्प के जरिये गोधन अर्क निकलेगा ।

अन्य महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक जानकारियां:

दिव्य गोधन अर्क के फायदे | Godhan Ark Patanjali Benefits in Hindi

मधुमेह रोग: डायबिटीज रोग में पतंजलि का गोधन अर्क बहुत फायदेमंद है । यह रक्त में ग्लूकोस के स्तर को सुधारने का कार्य करती है । ग्लूकोस रक्त में कम होगा तो ब्लड में शर्करा का लेवल भी संतुलित होगा एवं मधुमेह में फायदा मिलेगा ।

उदर विकार: पेट से सम्बंधित समस्याएँ जैसे गैस, कब्ज, अपच, अजीर्ण एवं मन्दाग्नि को ठीक करने में पतंजलि गोधन अर्क अत्यंत लाभदायक है । बाबा रामदेव के अनुसार नियमित गोधन अर्क का सेवन करने से पेट से जुड़े हुए रोग तीव्रता से ठीक होने लगते है ।

शरीर का शोधन: पतंजलि गोधन अर्क शरीर को डेटोक्स करने में अहम् भूमिका निभाता है । इसमें शरीरी को शुद्ध करने वाले गुण होते है जो शरीर की गन्दगी को बाहर निकालकर शरीर को बुरे तत्वों से बचाती है । पतंजलि द्वारा निर्मित किये जाने वाले गोमूत्र अर्क अर्थात Patanjali Godhan Ark शरीर शोधन का एक अच्छा विकल्प है ।

इम्युनिटीवर्द्धक: Godhan Ark Patanjali के Benefits में रोगप्रतिरोधक क्षमता का वर्द्धन करना भी एक विशिष्ट फायदा है । यह आयुर्वेदिक औषधि शरीर को बल देने एवं रोगों से लड़ने की शक्ति का संचार करने में अत्यंत लाभदायक है । गोधन अर्क का नियमित 15 दिन सेवन करने से गंभीर से गंभीर रोगों से लड़ने की शक्ति का संचार शरीर में हो जाता है ।

लीवर रोग में फायदेमंद: गोधन अर्क लीवर के लिए भी लाभदायक है । यह औषधि नियमित उपयोग करने से लीवर की समस्याओं में लाभ मिलता है । लीवर सिर्रोह्सिस में पतंजलि गोधन अर्क लाभदायक है ।

मोटापे को कम करने में फायदेमंद: मोटापा बढ़ने पर पतंजलि गोधन अर्क सेवन करने से लाभ मिलता है । यह शरीर में बढ़ी हुई अतिरिक्त चर्बी को घटाने का कार्य करती है । इसमें शरीर को ताकत देने वाले आवश्यक घटक उपस्थित हैं जो शरीर को बल देने का कार्य करते है एवं बढ़ी हुई फैट को कम करने में फायदेमंद है ।

अस्थमा में फायदेमंद: अस्थमा रोग में गोधन अर्क विशिष्ट लाभदायक है । श्वसन तंत्र को मजबूती प्रदान करता है एवं रोग से लड़ने की शक्ति का संचार करता है । विशेषकर यह त्रिदोष बैलेंस करने एवं बढे हुए कफ का शमन करके अस्थमा रोग में फायदा पहुंचती है ।

पतंजलि गोधन अर्क सेवन विधि

गोधन अर्क का सेवन 10 से 20 मिली की मात्रा में समान मात्रा में जल मिलाकर नित्य सुबह खाली पेट करना चाहिए । अन्य विशिष्ट रोग एवं रोग के लक्षणों में आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लेकर ही प्रयोग में लेना चाहिए । गोधन अर्क को लगभग नियमित 15 दिन तक पीना चाहिए ।

पतंजलि की अन्य दवाएं:

गोधन अर्क पीने के नुकसान

आमतौर पर इस आयुर्वेदिक दवा के कोई ज्ञात साइड इफेक्ट्स नहीं है । परन्तु फिर भी आपको इसका सेवन करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए । इसका स्वाद एवं सुगंध आदि के कारण बहुत से रोगी इसे सेवन करने में असमर्थ होते है । सामान्य नुकसानों में सीने में जलन, जी मचलाना, एवं वोमिटिंग जैसे नुकसान दिखाई पड़ सकते हैं ।

सामान्य सवाल – जवाब (FAQ)

गोधन अर्क कितने दिन पीना चाहिए?

आमतौर पर गोधन अर्क को 15 दिन तक सेवन करना चाहिए । अधिक निर्देशों के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से सम्पर्क करना चाहिए ।

गोधन अर्क कैसे बनता है?

गोमूत्र को आसवन यंत्र से वाष्पीकरण करके अर्क निकाला जाता है ।

गोधन अर्क की तासीर क्या होती है?

पतंजलि गोधन अर्क की तासीर उष्ण होती है अर्थात यह गरम प्रकृति की दवा है ।

पतंजलि गोधन अर्क की प्राइस क्या है?

गोधन अर्क का मूल्य 40 रूपए 450 ML की बोटल के लिए है ।

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