Madhunashini Vati: पतंजलि की डायबिटीज की आयुर्वेदिक दवा (Madhunashini vati patanjali in hindi)

Madhunashini vati patanjali in hindi: पतंजलि आयुर्वेद देश की जानी मानी आयुर्वेद कंपनी है । भारत में आयुर्वेद को बढ़ावा पतंजलि द्वारा ही दिया गया है । पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड द्वारा विभिन्न रोगों के उपचारार्थ दवाओं का निर्माण किया जाता है । मधुमेह हमारे देश में एक बढती समस्या है । जिसके रोगी अब हर घर में देखने को मिलने लगे हैं । आज के इस लेख में हम पतंजलि की Madhunashini vati patanjali in Hindi के बारे में आपको जानकारी देने वाले हैं ।

Madhunashini vati patanjali in hindi

इस लेख में मधुनाशिनी वटी के घटक, फायदे, उपयोग, गुण धर्म एवं संभावित नुकसानों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देंगे । तो चलिए जानते हैं मधुमेह को नियंत्रित करने वाली इस पतंजलि मधुनाशिनी वटी के बारे में

मधुनाशिनी वटी क्या है? (What is Madhunashini Vati in Hindi)

जैसा इसके नाम से ही ज्ञात हो रहा है कि यह मधुमेह का नाश करने वाली आयुर्वेदिक दवा है, अर्थात Diabetes को नियंत्रित करने एवं ठीक करने में समर्थ आयुर्वेदिक दवा जिसमे विभिन्न प्राकृतिक घटकों का समावेश होता है ।

यह बाजार में दो नामों से आती है एक तो साधारण Madhunashini Vati और दूसरी मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर (Madhunashini Extra Power) । इन दोनों में कुछ घटकों का अंतर है बाकि दोनों दवाओं का कार्य मधुमेह को ख़त्म करना है । यह दिव्य मधुनाशिनी वटी मधुमेह में होने वाली जटिलताओं को कम करने का कार्य करती है ।

Madhunashini vati patanjali in hindi details

Name:Madhunashini Vati
Manufacturer:Patanjali
Uses:Diabetes
Price:Rs. 225 (as Official Website)
Weight:120 Tablets

मधुनाशिनी वटी के घटक (Ingredients of Madhunashini Vati)

इसमें तीन प्रकार के घटक फॉर्म उपयोग में लिए गए हैं जिनमे एक्सट्रेक्ट फॉर्म, पाउडर फॉर्म और अन्य घटक

Extract Form Ingredients:

  1. अश्वगंधा (Withania somnifera)
  2. बरगद या वट जट्टा (Ficus benghalensis)
  3. आमला (Emblica officinalis)
  4. चिरायता (Swertia chirata)
  5. सपारंगी (Salacia chinensis)
  6. गोक्षुरा (Tribulus terrestris)
  7. गुरमार (Gymnema sylvestre)
  8. गिलोय या गुडूची (Tinospora cordifolia)
  9. बिभीतकी (Terminalia bellirica)
  10. नीम (Azadirachta indica)
  11. बिल्व (Aegle marmelos)
  12. कुटज (Holarrhena antidysenterica)
  13. हरीतकी छोटी (Terminalia chebula)
  14. कचूर (Curcuma zedoaria)

Powder Form Ingredients:

  1. Shuddha Shilajit – शुद्ध शिलाजीत (50 Gram)
  2. Jamun (Java Plum) – जामुन
  3. Vasaka – वासा (अधाटोडा वसिका)
  4. Kutki – कुटकी (पिकरोराइज़ा कुर्रोआ)
  5. Babul (Kikar) – बबूल (अकेशिया अरबिका)
  6. Kali Jeeri (Kalijiri) – काली जीरी (सेंट्रेथेरम एंथेलमिंटिकम)
  7. Haldi (Turmeric) – हल्दी (कर्कुमा लॉंगा)
  8. Methi (Fenugreek) – मेथी (त्रिगोनेल्ला फोएनुम-ग्रीकम)
  9. Shuddha Kuchla – शुद्ध कुचला (स्ट्रिक्नोस नक्स-वॉमिका)

Other Ingredients:

  1. Gum Acacia – गम बबूल (Gam Babool)
  2. Talcum – टैल्कम (Talcum)
  3. Aerosil – ऐरोसिल (Aerosil)
  4. Magnesium Stearate – मैग्नीशियम स्टीयरेट (Magnesium Stearate)
  5. M.C.C. – माइक्रोक्रिस्टलीन सेल्युलोज (M.C.C.)

पतंजलि मधुनाशिनी वटी के उपयोग (Uses of Madhunashini vati patanjali in hindi)

डायबिटीज को करे नियंत्रित (Controlt Diabetes): अगर आपको मधुमेह है तो यह दवा आपके लिए बहुत ही लाभदायक है । पतंजलि के अनुसार यह रक्त में शर्करा के लेवल को ठीक रखने और मधुमेह के कारण अन्य अंगो पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने का कार्य करती है । Madhunashini Vati एसे घटकों से निर्मित है जो डायबिटीज को कम करने का कार्य करते हैं ।

शरीर को टोक्सिंस से करे मुक्त (Remove Toxins): पतंजलि मधुनाशिनी वटी शरीर में स्थित हानिकारक toxins को बाहर निकालने का कार्य करती है । यह आम दोष को पचाकर टोक्सिंस को शरीर से बाहर निकालने में बहुत ही उपयोगी आयुर्वेदिक दवा है । diabetes में भी आम दोष की प्रधानता होती है । अत: यह औषधि इसी तरह के घटकों से तैयार की गई है कि जिससे इन्हें पचाकर शरीर को रोग मुक्त किया जा सके ।

डायबिटिक रेटिनोपैथी को करे कम: यह एक एसी स्थिति होती है जिसमे Chronic Diabetic रोगी की आँख का पर्दा प्रभावित होता है । इसमें आँख के रेटिना (Eye Retina) भाग को क्षति पहुंचती है । Patanjali Madhunashini Vati में एसी पावरफुल जड़ी – बूटियां है जो मधुमेह के क्रोनिक विकारों को ठीक करने का कार्य करती है । यह Diabetic Retinopathy की सम्भावना को कम करने में उपयोगी है ।

पाचन को सुधारने में उपयोगी (Improve Digestion): मधुमेह के रोगी का पाचन भी सुचारू नहीं होता । अधिकतर इनका पाचन बिगड़ा हुआ ही रहता है । मधुनाशिनी वटी में चिरायता, काली जीरी, आंवला, हरीतकी जैसे घटक द्रव्य है जो पाचन को सुधारने का कार्य करते हैं । इस दवा के प्रयोग से मधुमेह में तो सुधार होता ही है साथ ही रोगी का पाचन भी सुधरता है ।

तनाव एवं थकावट में Madhunashini vati patanjali in hindi के उपयोग: डायबिटीज के मरीज अधिक काम करने से थकान महसूस करते है एवं उन्हें मानसिक तनाव भी अधिक रहता है । क्योंकि रोग के कारण उनका खान – पान प्रभावित होता है एवं वे हर समय अपने आप को रोगी मानते है । जिस कारण उनमे तनाव के लक्षण भी प्रकट होने लगते हैं । पतंजलि की इस मधुनाशिनी वटी टेबलेट में अश्वगंधा जैसे घटक है जो तनाव एवं थकान को दूर करने के लिए प्रशिद्ध है ।

मीठा खाने की इच्छा को करती है कण्ट्रोल (Reduce Sugar Cravings): मधुमेह के रोगी को हमेंशा मीठा खाने की इच्छा होती है । एसी स्थिति में पतंजलि मधुनाशिनी वटी का उपयोग करने से रोगी की Sugar के प्रति आकर्षण पर रोक लगती है जो उसे डायबिटीज में healthy डाइट के लिए आवश्यक भी है । क्योंकि इस रोग में आयुर्वेद अनुसार माना जाये तो आहार ही चिकित्सा है । बाकि दवाओं से सिर्फ इसे कण्ट्रोल किया जा सकता है । परन्तु अगर आहार ठीक रहेगा तो रोग की तीव्रता कम होगी ।

पतंजलि मधुनाशिनी वटी की खुराक (Dosage of Divya Madhunashini vati patanjali in hindi)

सामान्यत: इस आयुर्वेदिक दवा की खुराक 1 से 2 टेबलेट तक दिन में दो या तीन बार सेवन किया जा सकता है । अगर आपकी शुगर की कोई अन्य अंग्रेजी दवाएं चल रहीं है तो आपको आयुर्वेदिक चिकित्सक से इसकी खुराक का पता करना चाहिए । क्योंकि प्रत्येक रोगी के आधार पर चिकित्सक इसकी खुराक को कम क्या ज्यादा कर सकते हैं ।

मधुनाशिनी वटी के नुकसान (Side Effects of Patanjali Madhunashini Vati)

आमतौर पर पतंजलि की दिव्य मधुनाशिनी वटी के कोई भी ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं है । यह नुकसान रहित आयुर्वेदिक दवा है । क्योंकि इसमें सामान्य हर्बल घटकों का इस्तेमाल किया गया है ।

परन्तु रोग एवं रोग की स्थिति के आधार पर इसकी मात्रा कम या ज्यादा की जाती है । अधिक मात्रा में लेने पर हो सकता है कि कुछ सामान्य दुष्प्रभाव जैसे सिरदर्द, जी मचलन, पेट दर्द या असहज महसूस हो सकता है । अधिक जानकारी के लिए आपको अपने नजदीकी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए ।

सामान्य सवाल – जवाब (FAQ):

पतंजलि मधुनाशिनी वटी कैसे ले ?

1 से 2 टैबलेट खाना खाने से पहले अर्थात भोजन से पूर्व दिन में दो बार ले सकते हैं ।

क्या मधुनाशिनी वटी मधुमेह को ठीक कर देती है ?

मधुनाशिनी वटी मधुमेह रोग को पूर्णत: नियंत्रित करने में सक्षम है । यह आपके रोग के लक्षणों को कम करके रोगी को एक अच्छा प्रभाव दिखाती है ।

मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पॉवर क्या है ?

यह भी पतंजलि आयुर्वेद की ही दवा है । इसे आप मधुनाशिनी वटी का नेक्स्ट वर्शन मान सकते हैं । इनके घटकों में अंतर है ।

क्या मैं इसे ले सकता हूँ ?

अगर आपको मधुमेह है तो आप इसे आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह से ले सकते हैं ।

क्या इसे डायबिटीज की अन्य दवाओ के साथ लिया जा सकता हैं ?

जी हाँ, इसे अन्य मधुमेह की दवाओं के साथ लिया जा सकता है । आप अधिक जानकारी के लिए अपने वैद्य से सलाह ले सकते हैं ।

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