हेमपुष्पा सिरप (hempushpa) की जानकारी | गुण उपयोग एवं फायदे हिंदी में

हेमपुष्पा सिरप आयुर्वेद की पेटेंट दवा है जो Rajvaidya Shital prasad & sons company का प्रोडक्ट है | यह बिना पर्चे के मिलने वाला टॉनिक है जो महिलाओं के लिए एक बेहतरीन दवा है | यह सिरप पूर्णतः आयुर्वेद के सिद्धांतो को ध्यान में रख कर बनाई गयी है | हेमपुष्पा महिलाओं को होने वाली सभी सामान्य समस्याओं जैसे मासिक धर्म में अनियमितता, खून की कमी, मासिक धर्म के समय अत्यधिक वेदना, चिडचिडापन आदि में बहुत फायदे देने वाली दवा है |

हेमपुष्पा की सामान्य जानकारी :-

  • कंपनी – Rajvaidya Shital prasad & sons
  • फॉर्म – सिरप
  • वैद्यता – तीन वर्ष
  • आयुष लाइसेंस – A2721/97
  • उपयोग – महिलाओं की समस्या

हेमपुष्पा सिरप क्या है | What is Hempushpa syrup in hindi ?

हेमपुष्पा आयुर्वेद की पेटेंट औषधि है | यह आधुनिक तरीके से बनायीं गयी टॉनिक है | महिलाओं को मुश्किल दिनों में होने वाली तकलीफ में में इस दवा का उपयोग किया जाता है | इस लेख में हम हेमपुष्पा के उपयोग, फायदे, गुण, सेवन की विधि, संरचना के बारे में जानकारी देंगे |

हेमपुष्पा के फायदे

10 प्राकर्तिक जड़ी बूटियों से बनी यह दवा है | महिलाओं को स्वस्थ, चुस्त दुरुस्त, सौन्दर्य से भरपूर रखने के लिए इस दवा का उपयोग किया जाता है | जब हार्मोनल असंतुलन के कारण मुंह पर पिम्पल, पीरियड्स में समस्या, रक्त की कमी, थकान आदि की समस्या हो जाती है तो यह दवा बहुत कारगर है |

हेमपुष्पा के घटक द्रव्य (Hempushpa composition in hindi)

  • अनंतमूल
  • अश्वगंधा
  • बला
  • लोध्र
  • दारुहरिद्रा
  • मंजिष्ट
  • पुनर्नवा
  • गंभारी
  • शंखपुष्पी
  • बच
  • नागरमोथा
  • मूसली

हेमपुष्पा सिरप के उपयोग (Hempushpa uses in hindi)

  • यह महिलाओं के हार्मोनल असंतुलन को सही करने में उपयोगी है |
  • माहवारी के समय ज्यादा खून आने में फायदेमंद है |
  • महिलाओं को होने वाले मूत्र विकारों में उपयोगी है |
  • पीरियड्स में अनियमितता हो जाने की स्थिति में इसका सेवन उपयोगी है |
  • गर्भाशय की कमजोरी में इसका उपयोग करना चाहिए |
  • थकावट एवं कमजोरी में हेमपुष्पा बहुत उपयोगी है |
  • कमजोरी हो जाने एवं वजन कम हो जाने पर इसका सेवन किया जाए तो वजन बढ़ता है |
  • प्रजनन अंगो को मजबूत करता है |
  • भूख नहीं लगने पर इसका सेवन करना चाहिए |
  • स्तनों के स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी है |
  • दूध बढाने में मदद करता है |
  • पाचन को सुधारता है |
  • मुंह पर मुहासे एवं अन्य समस्याओं में काम करता है |
  • महिलाओं के लिए एक उपयोगी टॉनिक है |

हेमपुष्पा के फायदे हिंदी में (Hempushpa benefits in hindi)

हेमपुष्पा बहुत से रोगों में काम आती है :- यह महिलाओं के लिए बहुत ही लाभकारी टॉनिक है | गर्भाशय की समस्या, माहवारी में समस्या, पेट दर्द, एंठन, अनार्तव, कष्टार्तव आदि समस्याओं में हेमपुष्पा सिरप के फायदे बहुत अधिक है | इसका निरंतर सेवन करने से महिलाओं को इन समस्याओं में बहुत जल्द राहत मिल जाती है |

हेमपुष्पा के फायदे :-

  • पीरियड्स में अनियमितता
  • अनार्तव
  • कष्टार्तव
  • गर्भाशय की कमजोरी
  • माहवारी के समय की दिक्कतें
  • मूत्र विकार
  • पाचन विकार
  • हार्मोनल विकार
  • गर्भाशय रक्तस्राव

हेमपुष्पा का सेवन कैसे करें (Hempushpa doses in hindi)

महिलाओं के लिए यह टॉनिक बहुत गुणकारी है | लेकिन इसका सेवन सही तरीके से करना चाहिए | इसका उपयोग निम्न प्रकार कर सकते हैं :-

  • मात्रा – 10 ml
  • कितनी बार – दिन में दो बार
  • खाने के बाद या पहले – खाने के बाद
  • अन्तराल – खाने के 15 मिनट बाद

हेमपुष्पा के साइड इफेक्ट्स (Side effects of Hempushpa in hindi)

हेमपुष्पा महिलाओं के लिए आयुर्वेद का एक वरदान है | महिलाओं को होने वाली सभी सामान्य समस्याओं में इसका उपयोग करने से फायदा होता है | सामान्य परिस्थितियो में इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं | लेकिन किसी शारीरिक एलर्जी या अन्य कारणों से इसके कुछ दुष्प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं |

हेमपुष्पा सिरप के दुष्प्रभाव/ साइड इफेक्ट्स :-

  • एलर्जी होने की स्थिति में शरीर पर दाने हो जाना
  • पाचन ख़राब हो जाना
  • सर दर्द
  • एसिडिटी
  • जी मितलाना

हेमपुष्पा से जुड़े आपके सवाल जवाब (FAQ of Hempushpa syrup in hindi)

हेमपुष्पा सिरप कैसी दवा है ?

यह एक आयुर्वेदिक औषधि है | जो महिलाओं के लिए एक उपयोगी टॉनिक है |

हेमपुष्पा सिरप उपयोग किसे करना चाहिए ?

यह महिलाओं के लिए आयुर्वेदिक दवा है | इसका उपयोग सभी उम्र की महिलाएं कर सकती हैं |

क्या हेमपुष्पा सुरक्षित औषधि है ?

हेमपुष्पा बिना पर्चे के मिलने वाली आयुर्वेदिक दवा है | इसका उपयोग करना सुरक्षित है |

क्या हेमपुष्पा सिरप पीरियड्स की समस्या में काम आती है ?

महिलाओं को अनियमित माहवारी की समस्या एवं माहवारी के समय होने वाली परेशानियों में इसका उपयोग किया जाता है |

हार्मोनल असंतुलन होने पर हेमपुष्पा का सेवन किया जा सकता है क्या ?

हार्मोनल संतुलन बनाने के लिए यह उपयोगी है |

हेमपुष्पा का उपयोग किन रोगों में किया जाता है ?

इसका उपयोग पीरियड्स की समस्या, थकान, कमजोरी, गर्भाशय की कमजोरी, रक्त विकार आदि में किया जाता है |

हेमपुष्पा का सेवन खाने से पहले करें बाद में ?

इसका सेवन खाने के 10 मिनट बाद करना चाहिए |

निष्कर्ष (conclusion)

हेमपुष्पा एक सुरक्षित एवं लाभदायक औषधि है | महिलाओं के लिए इसका उपयोग करना बहुत लाभदायक है | पीरियड्स की समस्या, अनार्तव, कष्टार्तव, गर्भाशय की कमजोरी, चिडचिडापन आदि समस्याओं के लिए इसका उपयोग करना फायदेमंद है |

हमें उम्मीद है इस लेख में हेमपुष्पा के फायदे, गुण, उपयोग, सेवन की जानकारी आपको उपयोगी लगी होगी |

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