पतंजलि बाबा रामदेव एवं आचार्य बालकृषण द्वारा शुरू की गई आयुर्वेदिक फार्मेसी है | पतंजलि ने आयुर्वेद क्षेत्र में नविन खोजों एवं दवाओं के द्वारा एक अलग कीर्तिमान स्थापित किया है | सांस फूलने की दवा पतंजलि द्वारा निर्मित की जाती है | आज इस आर्टिकल में हम आपको पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड द्वारा सांस फूलने अर्थात अस्थमा के लिए उपयोगी दवाओं के बारे में विस्तार से बताएँगे |
इन दवाओं का सेवन हमेंशा वैद्य निर्देशानुसार करना चाहिए | भले ही ये दवाएं बिना पर्चे मिलने वाली दवाओं में आती है लेकिन दवा को अधिक उपयोगी बनाने के लिए वैद्य सलाह अवश्य लेनी चाहिए |
यहाँ हम आपको कुछ प्रसिद्ध आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में बता रहें है जो सांस फूलने की समस्या में कारगर साबित होती है | इन दवाओं का कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं होता अत: सेवन करना लाभदायक है |
चलिए सबसे पहले सांस फूलने की समस्या के बारे में संक्षिप्त में जानते है |
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सांस फूलने के कारण
सांस फूलने का मुख्य कारण फेफड़ों को प्रयाप्त ऑक्सीजन नहीं मिलना माना जाता है | यह समस्या कई कारणों से हो सकती है | अगर आपको हाल ही में कोरोना हुआ था तो भी यह समस्या आपको आ सकती है | क्योंकि कोरोना ने अधिकतर मरीजों के फेफड़ों को संक्रमित किया था | तो चलिए जानते है सांस फूलने के अन्य कारण
- कोरोना संक्रमण के कारण फेफड़ों की क्रियाशीलता में कमी
- अस्थमा
- पसलियों की परेशानी
- अधिक धुम्रपान का सेवन करना
- जुकाम एवं खांसी की समस्या
- एलर्जी की समस्या
- मोटापा एवं घबराहट की समस्या
- स्वसन नली में सुजन
सांस फूलने के लक्षण
- बिना किसी श्रम किये सांस का फूलना
- 5 – 7 सीढियाँ चढ़ते ही जोर – जोर से सांस फूलना
- हल्की एलर्जी होते ही सांस लेने में समस्या
- बिना भाग – दौड़ सांस लेने में समस्या
- लम्बे समय से अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को भी सांस लेने में समस्या आती है |
- जुकाम एवं खांसी की समस्या होने पर सांस लेने में परेशानी होना
दिव्य श्वासारी प्रवाही सिरप है पतंजलि में सांस फूलने की दवा / Divya Swasari Pravahi Syrup for Shortness of breath
यह दवा पतंजलि कंपनी की पेटेंट दवाओं में आती है | श्वासारी प्रवाही मुख्यत: श्वसन सम्बन्धी विकारों में प्रयोग में आती है | अगर आपको सांस लेने में दिक्कत है या पुराने समय से अस्थमा की समस्या है तो यह दवा प्रभावी साबित होती है | इसमें दोनों प्रकार के वासा (अडूसा), बनफ्सा, दालचीनी, लौंग, कालीमिर्च, भृंगराज एवं पिप्पली जैसे घटक द्रव्य है | इसका उपयोग अस्थमा रोग में प्रमुखता से किया जा सकता है |
सांस फूलने की समस्या में श्वासारी प्रवाही सिरप का इस्तेमाल वैद्य दिशानिर्देशों अनुसार करना अधिक लाभदायक साबित होता है | यह सामान्यत: होने वाले फेफड़ों के संक्रमण को दुर करने का कार्य करती है |
श्वासारी प्रवाही के सांस फूलने में फायदे
- सांस फूलने में उपयोगी
- अस्थमा में फायदेमंद
- साइनस में भी कारगर
- कफ क दूर करने में उपयोगी
- सर्दी – जुकाम
- ब्रोंकाइटिस
- गले की खरास एवं सुजन
- फेफड़ों का संक्रमण
- अन्य कफज एवं स्वसन विकार
- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में उपयोगी
पतंजलि सितोपलादि चूर्ण है सांस फूलने में उपयोगी / Patanjali Sitopladi Churna is useful in Short of Breath due to cough& cold
फेफड़ों में जमे कफ एवं जुकाम के कारण अगर सांस फूलने की समस्या है तो सितोपलादि चूर्ण बेहतरीन आयुर्वेदिक चूर्ण है | यह बहुत ही आसानी से तैयार होने वाला आयुर्वेदिक चूर्ण है जिसका प्रयोग बच्चों से लेकर बूढों तक कोई भी बेझिझक कर सकता है | सितोपलादि चूर्ण का इस्तेमाल जुकाम की समस्या, अस्थमा एवं कफ के कारण सांस फूलने की समस्या में किया जाता है |
इसके निर्माण में पूर्ण प्राकृतिक जड़ी – बूटियों जैसे कालीमिर्च, वंशलोचन, इलायची एवं पिप्पली, मिश्री आदि का प्रयोग किया जाता है | अत: इस दवा के कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं है |
सितोपलादि चूर्ण के फायदे
- अस्थमा की समस्या के कारण आई सांस फूलने की समस्या में राहत देती है |
- कमजोर फेफड़े एवं श्वांस रोग में लाभकारी है |
- सर्दियों में कफ की अधिक शिकायत रहती है उनके लिए लाभदायक औषधि है |
- सुखी एवं कफज खांसी में शहद के साथ इस दवा को चाटने से बेहतरीन परिणाम मिलते है |
- अजीर्ण एवं पाचन की समस्या में लाभदायक है |
वासावलेह है सांस रोग की उत्तम दवा | Vasavaleha
पतंजलि कंपनी द्वारा वासवालेह का निर्माण नहीं किया जाता | लेकिन अन्य आयुर्वेदिक फार्मेसी इसका निर्माण करती है | इस दवा का सेवन अस्थमा के कारण आई स्वसन विकारों की समस्या में करना चाहिए | यह च्यवनप्राश की तरह आने वाली अवलेह फॉर्म की आयुर्वेदिक दवा है | वासावलेह मुख्यत: अडूसा जड़ी बूटी के सहयोग से तैयार होने वाली आयुर्वेदिक सांस फूलने की दवा है |
अगर आपको अस्थमा या सांस रोग है तो ही इस दवा का सेवन करना फायदेमंद रहता है | अत: सामान्यत: सांस फूलने की समस्या में वैद्य दिशा निर्देशानुसार ही इसका सेवन करना चाहिए |
सांस फूलने में वासावलेह के फायदे
- दमा में उपयोगी
- श्वसन विकारों में लाभदायक
- कफ एवं जुकाम में उपयोगी
- टीबी रोग में लाभदायक
- ब्रोंकाईटिस में फायदेमंद
- ज्वर रोग में
- श्वास
- सीने में दर्द
धन्यवाद |