वीर्यस्तम्भन वटी घटक द्रव्य एवं फायदे | ViryaStambhan Vati Ingredients & Benefits in Hindi

वीर्यस्तम्भन वटी : आयुर्वेद के ग्रन्थ रसतंत्र सारसंग्रह में इस दवा का वर्णन मिलता है | यह क्लासिकल आयुर्वेदिक दवा है जो शीघ्रपतन, वीर्य को गाढ़ा करने एवं पाचन को सुचारू करने के उपयोग में ली जाती है |

स्तंभन शक्ति बढ़ाने के लिए इसका प्रयोग आयुर्वेदिक चिकित्सक बताते है | जिन पुरुषों की किसी कारणवश यौनशक्ति कमजोर हो गई हो या सहवास के समय जल्द ही स्खलित हो जाता हो एसे में रोगानुसार अन्य औषध योगों के साथ वीर्यस्तम्भन वटी का प्रयोग लाभदायक होता है |

इसमें जायफल, लौंग, केशर, अफीम एवं अकरकरा जैसे घटक द्रव्य है जो पुरुषों में वीर्य को गाढ़ा करने एवं सहवास में समय बढ़ाने में सहायक सिद्ध होते है | इन्ही घटकों के आधार पर यह दवा शीघ्रपतन एवं वीर्य दोषों में इतनी कारगर सिद्ध होती है |

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वीर्यस्तम्भन वटी के घटक द्रव्य / Ingredients of Viryastambhan Vati in Hindi

  1. जायफल
  2. लौंग
  3. जावित्री
  4. केशर
  5. छोटी इलायची
  6. शुद्ध अफीम
  7. अकरकरा
  8. भीमसेनी कपूर
  9. नागरबेल के पान का रस (भावनार्थ)
वीर्यस्तम्भन वटी

बनाने की विधि : जायफल, लौंग, जावित्री, केशर, छोटी इलायची के दाने, शुद्ध अफीम सभी घटक द्रव्यों को 10 – 10 ग्राम की मात्रा में लेकर भीमसेनी कपूर को 3 ग्राम के लगभग लेकर सभी को खरल में डालदिया जाता है |

अब नागरबेल के पान का रस खरल में डालकर इन सभी का अच्छे से मर्दन करते है | अच्छी तरह घोंटने से यह मिश्रण गोलियां बनाने लायक हो जाता है | जिसकी 125 mg की मात्रा की गोलियां बना ली जाती है | इस प्रकार से वीर्यस्तम्भन वटी का निर्माण होता है |

इसका प्रयोग आयुर्वेदिक चिकित्सक की देख रेख में करना चाहिए | इस औषधि में अफीम होता है जो थोडा नुकसान दायक हो सकता है अगर इस दवा को लम्बे समय तक लिया जाये तो आदत हो सकती है | अत: वैद्य सलाह से ही उपयोग में लेना चाहिए |

वैसे वीर्यस्तंभन वटी बनाने की ग्रंथो में और भी घटक द्रव्य एवं विधियाँ बताई गई है | जिनमे अफीम नहीं होता |

वीर्यस्तम्भन वटी के फायदे या स्वास्थ्य उपयोग / Benefits of Viryastambhan Vati in Hindi

यह सुचना महज आयुर्वेद एवं आयुर्वेदिक दवाओं की सामान्य जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए लिखी गई है | इस लेख को चिकित्सा सलाह न माने | यह लेखक की अपनी राय है | किसी भी आयुर्वेदिक औषधि को ग्रहण करने से पहले वैद्य से परामर्श अवश्य लेना चाहिए |

  • यह औषधि स्तंभन दोष को ठीक करने में लाभकारी है |
  • शीघ्रपतन की समस्या में वीर्यस्तंभन वटी अत्यंत लाभदायक है |
  • कुछ हद तक नपुंसकता में भी लाभकारी साबित होती है |
  • यह वीर्य को गाढ़ा करने का कार्य करती है |
  • वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या को बढाती है |
  • वीर्य शोद्धन का कार्य भी इस दवा के उपयोग से होता है |
  • पाचन को सुचारू रखती है |
  • अगर आपको कब्ज आदि की समस्या है तो कब्जनाशक चूर्ण का सेवन करके इसका उपयोग करना चाहिए |
  • यह शरीर को बलवान एवं हष्ट – पुष्ट बनाती है |
  • स्वप्नदोष में भी उपयोगी है |

सेवन की विधि एवं मात्रा / Doses

वैसे इस औषधि का उपयोग वैद्य की सलाह से करना चाहिए | शास्त्रों में इसके सेवन की विधि के बारे में बताया गया है कि वीर्यस्तम्भन वटी की 1 – 1 गोली रात्रि में सोने से पहले मिश्री मिले दूध के साथ लेनी चाहिए | अगर आपको कब्ज नहीं है तो इसे सुबह के समय भी उपयोग कर सकते है |

नुकसान / Side Effects

इस औषधि में अफीम होने के कारण यह बिना चिकित्सक के सलाह के नहीं लेनी चाहिए | क्योंकि अफीम युक्त औषधियां लेने से शरीर इनका आदि हो सकता है जो समस्या को और अधिक गंभीर बनता है | इसका सेवन के निश्चित समय के लिए सिमित मात्रा में ही करना फायदेमंद रहता है | लम्बे अन्तराल तक इसका सेवन नहीं करना चाहिए

सवाल – जवाब / FAQ

क्या वीर्यस्तम्भन वटी लम्बे समय तक नियमित सेवन की जा सकती है

जी नहीं ! इसका सेवन लम्बे समय तक नहीं करना चाहिए | कुच्छ अन्तराल से पुन: उपयोग में ले सकते है |

वीर्यस्तम्भन वटी कहाँ उपलब्ध होगी ?

इसे कुछ आयुर्वेदिक मेडिकल स्टोर एवं ऑनलाइन इन्टरनेट मार्केट से खरीद सकते है |

वीर्यस्तंभन वटी की प्राइस क्या है |

यह निर्भर करता है की आप कौनसी फार्मेसी की दवा खरीद रहें है | भिन्न – भिन्न फार्मेसियों की दवा का मूल्य भी भिन्न – भिन्न होगा |

क्या नुकसान है ?

गलत मात्रा एवं लम्बे समय तक सेवन करने से इसके नुकसान हो सकते है | शरीर को इसकी आदत हो सकती है |

वीर्यस्तंभन वटी के लाभ कौनसे रोगों में होते है ?

यह शीघ्रपतन, वीर्य का पतलापन, शुक्राणुओं की कमी एवं स्तंभन दोष में लाभकारी है |

धन्यवाद ||

One thought on “वीर्यस्तम्भन वटी घटक द्रव्य एवं फायदे | ViryaStambhan Vati Ingredients & Benefits in Hindi

  1. पुष्कर लाल आमेटा says:

    हमारे यहां पर अफीम से गबराए काफी लोग है जो अफीम छोड़ना तो चाहते है पर प्रॉपर मेडिसिन नही मिलती है
    एलोपैथी में मिलती पर जब तक खाते है तब तक आराम रहता है ।
    मेडिसिन खत्म समस्या चालू। कोई स्थाई समाधान बताए
    पुष्कर लाल आमेटा
    डिप्लोमा इन आयुष नर्सिंग एंड फार्मेसी
    बाय राजस्थान आयुर्वेद यूनिवर्सिटी जोधपुर राजस्थान

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