स्तंभन दोष क्या है, इसके कारण क्या हैं एवं स्तंभन दोष की आयुर्वेदिक दवा, उपचार एवं घरेलु नुश्खो के बारे में जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें |
Post Contents
स्तंभन दोष (Erectile dysfunction) क्या है ? Stambhan dosh kya hai ?
संभोग क्रिया के लिए लिंग में प्रयाप्त तनाव (सख्ती) नहीं मिलना स्तंभन दोष कहलाता है | यानि अगर किसी भी कारण से पुरुष के लिंग में उत्तेजना नहीं होती है तो इसे Stambhan Dosh कहेंगे | इस स्थिति में पुरुष महिला के साथ संभोग क्रिया करने में नाकाम रहता है | सामान्यतः यह दोष या रोग उम्र बढ़ने के साथ देखने को मिलता है लेकिन वर्तमान समय में बिगड़ती जीवन शैली और अनुचित खान पान के कारण युवाओं को भी यह समस्या बहुतायत में देखने को मिल रही है | खासकर डायबिटीज, उच्च रक्त चाप और हृदय रोग की समस्या में यह अधिकतर देखने को मिलता है |
Stambhan dosh कितने प्रकार का होता है ?
इस समस्या को चार भागो में विभाजित किया जगया है :-
आंशिक स्तंभन दोष :- उम्र बढ़ने के कारण या अन्य कारणों से लिंग में ढीलापन हो जाता है | कामेच्छा आने पर तनाव तो मिलता है लेकिंग पूर्ण तनाव नहीं मिलता इसे आंशिक Stambhan dosh कहते हैं |
पूर्ण स्तंभन दोष :- यह पुर्णतः नपुंसकता की स्थिति है यानि जब पुरुष के लिंग में बिल्कुल भी तनाव नहीं आता | इस स्थिति में पुरुष स्त्री के साथ संबंध बनाने में पूरी तरह नाकाम होता है |
मानसिक नपुंसकता (स्तम्भन दोष) :- जब मानसिक समस्याओं से पुरुष की कामेच्छा बिल्कुल ख़त्म हो जाती है, उसे सेक्स करने की इच्छा नहीं होती है इस कारण से लिंग में तनाव नहीं आता है तो यह दोष मानसिक स्तंभन दोष कहलाता है |
रोग जनित स्तम्भन दोष :- जब डायबिटीज, हृदय रोग और उच्च रक्त चाप जैसे रोगों के कारण शरीर में बहुत सी कमजोरियां आ जाती हैं | इसमें स्तंभन दोष इन रोगों में अधिकतर देखने को मिलता है |
स्तम्भन दोष के कारण क्या हैं ? Causes of Erectile Dysfunction ?
यह समस्या बहुत से कारणों से हो जाती है | आइये जानते हैं :-
- अनुचित दिनचर्या एवं खान पान की वजह से |
- अत्यधिक शराब आदि नशे के कारण |
- कामकाज के कारण मानसिक तनाव एवं चिन्ता की स्थिति के कारण |
- डायबिटीज, ह्रदय रोग, उच्च रक्तचाप एवं अन्य किसी रोग के कारण |
- किसी दवा के दुष्प्रभाव के कारण |
- अत्यधिक हस्तमैथुन की वजह से |
- शुक्र विकारों की वजह से आयी कमजोरी के कारण |
- हार्मोन्स में असंतुलन की वजह से |
- त्रिदोषों में विकार हो जाने पर |
- पाचन शक्ति कमजोर हो जाने एवं लीवर की समस्या से |
इन सब कारणों से आपको स्तंभन दोष या नपुंसकता हो सकती है | आप आयुर्वेदिक दवाओं, स्वस्थ एवं बेहतर दिनचर्या पालन करना और योग एवं प्राणायाम को अपनाकर स्तंभन दोष को ठीक कर सकते हैं |
स्तंभन दोष की आयुर्वेदिक दवा एवं इलाज |
इस यौन कमजोरी को दूर करने के लिए आयुर्वेद सबसे सुरक्षित और कारगर उपाय है | आयुर्वेदिक दवाओं एवं इलाज के द्वारा स्तम्भन दोष को ठीक किया जा सकता है | इसके लिए आयुर्वेद की शाखा वाजीकरण में बताई गयी दवाओं का उपयोग होता है | आइये जानते हैं कुछ बेहतरीन आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में जिनका उपयोग करके आप स्तंभन दोष से छुटकारा पा सकते हैं :-
सिद्ध मकरध्वज स्पेशल :-
- मकरध्वज यौन कमजोरियों की सुप्रसिद्ध औषधि है |
- स्पेशल मकरध्वज स्वर्ण, मुक्ता एवं कस्तूरी युक्त होता है |
- यह नपुंसकता में बहुत कारगर माना जाता है |
- इसके सेवन से स्तंभन शक्ति बढती है |
- स्तम्भन दोष की आयुर्वेदिक दवा के रूप में इसका उपयोग करें |
कामसुधा योग से स्तंभन दोष का इलाज करें |
- यह बहुत ही गुणकारी वाजीकारक औषधि है |
- इसमें २१ वाजीकरण जड़ी बूटियों का सार तत्व उपयोग होता है |
- लिंग में आई शिथिलता में यह बहुत कारगर औषधि है |
- इसके सेवन से रक्त रसादि धातुओं की वृद्धि होती है |
- इसके साथ ही यह दीपन और पाचक गुणों से भी युक्त है |
कामदेव घृत से करें Stambhan dosh का उपचार
- यह घृत प्रकरण की औषधि है |
- इसमें गाय के घी को उत्तम वाजीकारक औषधियो से सिद्ध किया जाता है |
- यह बल एवं वीर्य की वृद्धि करता है |
- स्तंभन शक्ति बढाने के लिए यह बहुत उपयोगी घी है |
- वीर्य वाहिनी नाड़ी की कमजोरी से उत्पन्न हुयी नपुंसकता में यह विशेष लाभ करता है |
मानसिक स्तंभन दोष को दूर करने के लिए करें कामाग्नि संदीपन रस का उपयोग |
- कामेच्छा में कमी हो जाने पर सेक्स का मन नहीं करता |
- इस कारण लिंग में तनाव भी नहीं होता है |
- कामाग्नि संदीपन रस में काम इच्छा बढाने वाले गुण होते हैं |
- इसके सेवन से यौन इच्छा में वृद्धि होती है |
- इसलिय उन पुरुषों के लिए यह विशेष लाभदायक है जिनमे उम्र के कारण या अन्य समस्या के कारण कामेच्छा की कमी हो गयी है |
जातिफलादी वटी Stambhan dosh में बहुत गुणकारी है |
- इसमें अफीम की मात्रा ज्यादा होती है |
- यह स्तंभक गुणों से भरपूर है |
- इसके सेवन से शीघ्रपतन और नपुंसकता में विशेष लाभ मिलता है |
- लेकिन इस दवा का सेवन चिकित्सक की देखरेख में ही करना चाहिय क्योंकि अफीम की मात्रा ज्यादा होने से इसकी लत लग सकती है |
Stambhan dosh को दूर करने के लिए घरेलु उपचार एवं नुश्खे
हमारे रसोई घर में ऐसी बहुत सी चीजें होती हैं जिनका उपयोग अनेकों रोगों को ठीक करने के लिए कियाजा सकता है | इसके अलावा कुछ विशेष जड़ी बूटियों को लाकर उनका उपयोग करके भी अनेको कारगर नुश्खे बनाये जा सकते हैं | यहाँ पर हम आपको कुछ ऐसे ही कारगर घरेलु नुश्खो के बारे में बतायेंगे जिनका उपयोग करके आप स्तंभन दोष का इलाज कर सकते हैं | तो आइये जानते हैं :-
- लहसुन की कच्ची कली (१ या २) का सेवन शहद के साथ करें | यह कामशक्ति वर्धक होता है |
- मूसली पाक घर पर बना कर उसका सेवन रोजाना एक से दो चम्मच शहद के साथ करें |
- कौंच पाक का सेवन करें यह बहुत कारगर होता है |
- उड़द की दाल सप्ताह में २ से ३ बार सेवन करें |
- मखाना की खीर बना कर सेवन करें |
- गोखुरू के लड्डू घर पर गाय के देशी घी में बना कर सेवन करें |
मधुमेह (डायबिटीज) रोग में स्तंभन दोष की आयुर्वेदिक दवा
डायबिटीज वर्तमान समय में एक आम समस्या हो गया है | इस रोग के कारण शरीर में बहुत प्रकार की कमजोरियां आ जाती है | यौन कमजोरियां भी इसमें बहुत अधिक देखने को मिलती हैं | आम तौर पर पाया गया है की मधुमेह के रोगियों को स्तंभन दोष हो जाता है एवं उनकी कामेच्छा में कमी आ जाती है | इस रोग की सबसे बड़ी समस्या यह है की आप इसके लिए हर दवा का उपयोग नहीं कर सकते आपको उन दवाओं का उपयोग करना होता है जो मधुमेह को और अधिक न बढायें |
बसंत कुसुमाकर रस :- यह मधुमेह के रोगियों के लिए एक अमृत योग्य औषधि है | यह खून में शुगर के स्तर को सामान्य करती है | इसके साथ ही यह उत्तम कामोत्तेजक एवं स्तंभन शक्ति बढाने वाली दवा है | मधुमेह रोग में स्तम्भन दोष को दूर करने के लिए इस औषधि का सेवन करना सुरक्षित एवं लाभदायक होता है |
अश्वथा चूर्ण :- पीपल की जड़, मूल, पत्ती एवं फल को समान मात्रा में लेकर उसका चूर्ण बना लें | इस चूर्ण की 10 ग्राम मात्रा का सेवन एक ग्लास दूध के साथ रोजाना २ से ३ महीने के लिए करें | यह मधुमेह रोग में यौन कमजोरियों को दूर करने के लिए बहुत उपयोगी होता है |
शिलाजीत :- शिलाजीत उत्तम बल्य वर्धक होता है | इसका सेवन वाजीकारक के रूप में किया जाता है | मधुमेह के रोगियों के लिए भी शिलाजीत बहुत गुणकारी होता है |
मानसिक नपुंसकता (स्तंभन दोष) में अश्वगंधा का उपयोग / Uses of Ashwagandha in psychogenic Erectile dysfunction
अश्वगंधा का उपयोग सभी प्रकार की यौन कमजोरियों के लिए किया जाता है | यह बल एवं वीर्य बढाने वाली जड़ी बूटी है | आयुर्वेद में ३००० सालों से इसका उपयोग अनेक दवाओं में किया जाता रहा है | लगभग सभी वाजीकारक औषधियों में अश्वगंधा का उपयोग होता है | यह इसमें मानसिक तनाव को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं इसलिए इसका उपयोग मानसिक कारणों से उत्त्पन्न स्तंभन दोष में बहुत फायदेमंद होता है |
स्तंभन दोष को दूर करने वाली जड़ी बूटियों के नाम
आयुर्वेद औषधियों का खजाना है | हजारों वनस्पतियों एवं खनिजो का उपयोग आयुर्वेद में दवाओं के रूप में किया जाता है | जड़ी बूटियों के गुण एवं वीर्य के अनुसार उनका वर्गीकरण किया जाता है | यहाँ पर हम आपको कुछ विशेष जड़ी बूटियों के नाम बता रहें हैं जिनका उपयोग आप स्तंभन दोष का इलाज करने के लिए कर सकते हैं |
- अश्वगंधा, अकरकरा, कौंच बीज
- सफ़ेद एवं स्याह मूसली, अखरोट
- अदरक, बला बीज, गोखरू
- जावित्री, अतिबला, तालमखाना
- शिलाजीत, प्रवाल पिष्टी, मकरध्वज
स्तंभन दोष (Stambhan dosh) को दूर करने वाली आयुर्वेदिक भस्में
आयुर्वेद में भस्मों का विशेष महत्व है | अनेक खनिजों का शोधन करके उनका उपयोग दवाओं के रूप में किया जाता है | भस्म प्रकरण की दवाएं बहुत कारगर होती हैं एवं जल्द असर करती हैं | यहाँ पर कुछ ऐसी विशेष भस्मो के नाम आपको बता रहें हैं जिनका उपयोग आप स्तम्भन दोष को दूर करने के लिए कर सकते हैं :-
- वंग भस्म, त्रिवंग भस्म
- स्वर्ण भस्म, पारद भस्म
- गंधक भस्म, रस सिंदूर
- हीरा भस्म, मोती भस्म
स्तंभन दोष की रामबाण आयुर्वेदिक दवा / Best Ayurvedic Medicine for erectile dysfunction
आयुर्वेद में वाजीकरण दवाओं का उपयोग पुरुषों एवं महिलाओं की यौन कमजोरियों को दूर करने के लिए किया जाता है | यहाँ पर हम आपको कुछ विशेष औषधियों के बारे में बता रहें हैं जिनका उपयोग पुरुषों में होने वाले स्तंभन दोष (Stambhan dosh) में रामबाण दवा के रूप में किया जाता है | Stambhan dosh की रामबाण आयुर्वेदिक दवाओं के नाम :-
- व्रह्नी गुटिका
- वृष्य गुटिका
- कामसुधा योग
- मेदादी योग
- वाजीकरण घृतं
- उपत्यकारी षष्टीकादी गुटिका
हमारे अन्य लेख :-
- वंग भस्म से नपुंसकता का इलाज
- नपुंसकता का परमानेंट इलाज
- कामाग्नि संदीपन रस से मानसिक नपुंसकता का इलाज
- शुक्राणु बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा
संदर्भ :-
- Clinical study on erectile dysfunction in diabetic and non-diabetic subjects and its management with Ficus relegiosa Linn.
- Efficacy of Ashwagandha (Withania somnifera Dunal. Linn.) in the management of psychogenic erectile dysfunction
- A Review on Plants Used for Improvement of Sexual Performance and Virility
- The treatment of erectile dysfunction in patients with neurogenic disease
- 5 ways to treat ED with Ayurvedic medicine
मैरी उमर 65 वर्ष है। हिदये एवम शुगर की दवाई ले रहा हु। वर्ष 2021 के मई महीने से स्तंभन दोष और अर्ली डिस्चार्ज की समस्या है। अरुवेदिक दवाई का इलाज की जरूरत है।