नपुंसकता का पुर्णतः इलाज (Napunsakta ka Permanent ilaj)

नपुंसकता का परमानेंट (पुर्णतः) इलाज करने के लिए आयुर्वेद के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं है | आयुर्वेद मनुष्य जीवन का सर्वांगीण विकास करने वाला विज्ञानं है | इसमें ऐसी शक्ति है जो जटिल से जटिल रोग को भी ठीक कर सकती है | ऐसे रोग जिनका उपचार आधुनिक चिकित्सा पद्धति भी नहीं कर पाती, आयुर्वेद के माध्यम से संभव है |

नपुंसकता का इलाज परमानेंट
नपुंसकता का इलाज

शीघ्रपतन एवं नपुंसकता जैसी यौन कमजोरियां प्राचीन काल से ही पुरुषों के लिए चिंता का विषय रहा है | आयुर्वेद में वाजीकरण शाखा में सभी प्रकार की यौन कमजोरियों के उपचार एवं दवा का उल्लेख मिलता है | यह प्राचीन उपचार आज भी उतना ही कारगर एवं उपयोगी सिद्ध होता है बशर्ते आप पथ्य अपथ्य अनुसार इन नुश्खों का इस्तेमाल करें |

यहाँ पर नपुंसकता का इलाज जानने से पहले नपुंसकता (Erectile Dysfunction) क्या है ये जान लेना जरुरी है | आम तौर पर जानकारी के अभाव में छोटी मोटी यौन कमजोरी को व्यक्ति नपुंसकता या नामर्दी (impotency) समझ लेता है एवं मानसिक रूप से परेशान हो जाता है | जिसके कारण उसकी समस्या बढ़ जाती है |

नपुंसकता क्या है एवं इसका इलाज कैसे करें ?

यौन कमजोरियां ऐसा विषय है जिस पर लोग खुल कर बात नहीं करते | इसी कारण वो अपनी बीमारी को समझ नहीं पाते और सही उपचार नहीं करा पाते | नपुंसकता बहुत ही गंभीर रोग है एवं इसका इलाज भी जटिल है | इस रोग में पुरुष जननांगो में कड़ापन या सख्ती नहीं आ पाती एवं वह यौन संबंध बनाने में असमर्थ होता है | इसे स्तम्भन दोष भी कहा जाता है

नपुंसकता दो प्रकार की होती है :-

  1. शारीरिक नपुंसकता :- कामेच्छा होने के बावजूद लिंग में कड़ापन नहीं आ पाता |
  2. मानसिक नपुंसकता :- व्यक्ति शारीरिक रूप से तो स्वस्थ होता है लेकिन उसमें कामेच्छा की कमी होती है | मन में काम विचार नहीं आते एवं इस वजह से लिंग में तनाव या कड़ापन नही आ पाता |

जानें नपुंसकता (Napunsakta) के मुख्य कारण क्या हैं ?

यह गंभीर जीवनशैली एवं तनाव से जुड़ा रोग है | नामर्दी या नपुंसकता (Napunsakta) शारीरिक एवं मानसिक दोनों कारणों से हो सकती है | किसी व्याभिचार, अत्यधिक नशा करने, तनावपूर्ण जीवन एवं अनुचित खान-पान आदि से ऐसी यौन कमजोरियां देखने को मिल सकती हैं |

  • अनुचित एवं गंभीर जीवन शैली |
  • तनावपूर्ण जीवन |
  • हॉर्मोन का निम्न स्तर (मुख्यतः टेस्टोस्टेरोन की कमी )
  • अत्यधिक शराब का सेवन करना |
  • किसी अन्य रोग के कारण आयी शारीरिक कमजोरी |
  • अपने साथी के साथ तनावपूर्ण संबंध (यह मानसिक नपुंसकता का एक बड़ा कारण है )
  • अत्यधिक हस्तमैथुन करना |
  • किसी सर्जरी के कारण आई इन्द्रिय शिथिलता |
  • रोजमर्रा के कामों में अत्यधिक व्यस्तता एवं मानसिक तनाव |
  • किसी ड्रग्स के ज्यादा इस्तेमाल करने से होने वाले दुष्प्रभाव से |
  • इसके अलावा कुच्छ अन्य कारण भी हो सकते हैं |

नपुंसकता का पूर्णतया इलाज कैसे संभव है ? Napunsakta ka Permanent ilaj

यहाँ पर Napunsakta ka Permanent ilaj से मतलब है ऐसा उपचार एवं दिनचर्या जिसको अपनाकर आप जल्दी से जल्दी इस रोग से मुक्त हो जाएँ एवं भविष्य में भी आपको यह रोग न हो |

  • नामर्दी जैसे गंभीर रोग के लिए आयुर्वेद सबसे उपयुक्त व्यवस्था है |
  • इसमें उपचार एवं दवा के साथ साथ आपकी जीवनशैली पर भी ध्यान दिया जाता है |
  • आयुर्वेद में वर्णित जड़ी बूटियां एवं दवाएं नामर्दी का रामबाण इलाज साबित होती हैं |
  • इसमें सबसे जरुरी है ध्यान एवं आत्म विश्वास के साथ मनोचिकित्सा |
  • दवाओं के साथ मानसिक तनाव कम करने के लिए ध्यान एवं योग बहुत जरुरी है |
  • मानसिक नपुंसकता के इलाज के लिए जीवनशैली में बदलाव बहुत जरुरी होता है |

आधुनिक चिकित्सा व्यवस्था में नपुंसकता की दवा के रूप में सिल्डेनाफिल जैसे ड्रग्स का इस्तेमाल किया जाता है, जिनके शरीर पर बहुत ही घातक दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं | इस लेख में हम आपको Napunskata ki Best ayurvedic medicine के बारे में बतायेंगे | जो पुर्णतः सुरक्षित हैं एवं Namardi ka Permanent ilaj करने में सक्षम भी हैं |

1. सिद्ध मकरध्वज (Siddh Makardhwaj) :-

आयुर्वेद में इसे महा औषधि का दर्जा दिया गया है | यह अत्यंत बलदायक एवं गुणकारी रसायन है | इसके सेवन से मरणोपरांत रोगी भी ठीक हो जाते हैं | नपुंसकता के इलाज के लिए इसका उपयोग बहुत ही लाभकारी होता है | अगर इसका सेवन निरंतर पथ्य अपथ्य के अनुसार किया जाए तो napunsakta ka permanent ilaj संभव है | आइये जानते हैं इसके बारे में :-

सिद्ध मकरध्वज से नपुंसकता का इलाज
सिद्ध मकरध्वज से नपुंसकता का इलाज
  • यह बल, वीर्य एवं कांति बढाने वाली औषधि है |
  • इसमें स्वर्ण वर्क, अष्ट संस्कारित पारद एवं शुद्ध गंधक आदि का योग होता है |
  • नपुंसकता एवं नामर्दी के लिए सिद्ध मकरध्वज बहुत उपयोगी है |
  • किसी भी रोग के कारण आयी शारीरिक कमजोरी के लिए यह बहुत उपयोगी है |
  • यह वाजीकर एवं योगवाही है |
  • स्त्री के मद को हरने वाली औषधि है |
  • स्तंभन दोष में (नपुंसकता) इसे लौंग, अकरकरा एवं केशर के साथ सेवन करने से रोग जड़ से ख़त्म हो जाता है |
  • धनी मानी रोग निरोगी रहने एवं मर्दानगी बढाने के लिए इस औषधि का निरंतर सेवन करते हैं |

2. स्वर्ण बंग (सुवर्णराज वंगेश्वर) से नपुंसकता का इलाज :-

शुद्ध बंग, पारा एव गंधक जैसे शक्तिशाली घटकों से बना यह रसायन बहुत गुणकारी है | स्तंभन दोष में इसका सेवन बहुत उपयोगी सिद्ध होता है | यह पुरुष एवं स्त्री दोनों के प्रजनन अंगो में होने वाले विकारों को दूर करने की क्षमता रखता है |

  • पुरुषों के प्रजनन अंग में आई कमजोरी को दूर करता है |
  • यह शुक्रवाहिनी नाड़ियो को बल देता है |
  • इसके सेवन से सभी प्रकार के वीर्य विकार दूर हो जाते हैं |
  • यह शीघ्रपतन में भी गुणकारी है |
  • इसके सेवन से वीर्य पुष्ट होता है एवं शरीर बलवान बनता है |
  • नपुंसकता का पुर्णतः इलाज करने के लिए इसके साथ सेमलकंद का चूर्ण दूध या शहद के साथ सेवन करें |

3. उत्तम वाजीकर “कामसुधा योग” से napunsakta ka Permanent ilaj हो सकता है |

ये आधुनिक समय की बहुत ही उपयोगी औषधि है | इसमें कुल 21 वाजीकरण द्रव्यों का योग है | ये सभी घटक कामशक्ति बढाने, इन्द्रिय शिथिलता एवं वीर्य विकारों को दूर करने वाले हैं | आइये जानते हैं इसके फायदे एवं उपयोग के बारे में :-

कामसुधा योग से नपुंसकता का इलाज
कामसुधा योग
  • यह स्नायु संकोचक है, जिससे वीर्य का स्राव जल्दी नहीं होता एवं शीघ्रपतन की समस्या ख़त्म हो जाती है |
  • ये शुक्रवाहिनी एवं वातवाहिनी धमनियों को बल देती है |
  • नसें कमजोर पड़ जाने से इन्द्रिय शिथिलता आ जाती हैं एवं लिंग में कड़ापन नहीं आता |
  • इस अवस्था में कामसुधा योग बहुत उपयोगी है |
  • यह पुरुष प्रजनन अंगो में पुनः शक्ति प्रदान करती है |
  • इसका सेवन शहद एवं गाय के दूध के साथ करने से इसके गुणों में वृद्धि होती है |
  • नपुंसकता के इलाज के लिए यह विश्वसनीय आयुर्वेदिक दवा है |
  • आंशिक नपुंसकता में इसका 3 माह तक पथ्य अपथ्य के साथ सेवन करने से रोग नष्ट हो जाता है |
  • पूर्ण नपुंसकता में 3 से 6 महीने तक उपयोग करना चाहिए |

4. मानसिक नपुंसकता के लिए कामाग्नि संदीपन रस का सेवन करें |

अगर आपको मानसिक नपुंसकता है तो कामाग्नि संदीपन रस आपके लिए सबसे उपयुक्त औषधि है | मानसिक तनाव या अन्य किसी समस्या के कारण पुरुष यौन क्रिया में बिल्कुल दिलचस्पी नहीं रखता यानि उसकी कामभावना अत्यंत क्षीण हो जाती है |

  • यह रसायन काम भावना जागृत करता है |
  • इसमें हिंगुल, पारा, गंधक एवं कस्तूरी जैसे उत्तम कामशक्ति वर्धक घटक हैं |
  • ये मन में उत्तेजना पैदा करता है एवं शुक्रवाहिनी नाड़ी को भी बल देता है |
  • इसका सेवन पौष्टिक पदार्थों जैसे दूध, मलाई, मक्खन शहद आदि के साथ करना चाहिय |
  • निरंतर परहेज के साथ सेवन से मानसिक नपुंसकता का परमानेंट इलाज संभव है |

5. नामर्दी की सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा है कामेश्वर मोदक (napunsakta ki best ayurvedic medicine)|

यह आंशिक नपुंसकता के लिए बहुत ही उपयोगी दवा है | इसमें 50 से भी अधिक कामशक्ति वर्धक एवं वीर्य वर्धक जड़ी बूटियों का योग है | यह वीर्य की कमी को दूर करने के लिए सबसे अच्छी आयुर्वेदिक औषधि है | आइये जानते हैं इसके फायदे :-

  • यह वीर्य विकारों से उत्पन्न स्तंभन दोष (नपुंसकता) को जड़ से ख़त्म करने की क्षमता रखती है |
  • इसके सेवन से वीर्य की वृद्धि होती है |
  • वीर्य स्तम्भन के लिए इसका सेवन जरुर करें |
  • यह शरीर में बल एवं बुद्धि का संचार भी करता है |
  • यह कामोत्तेजक भी है |

इस लेख में हमने आपको 5 सबसे ताक़तवर आयुर्वेदिक दवाओं की जानकारी दी है जो नपुंसकता को जड़ से खत्म करने की क्षमता रखती हैं | अगर आप किसी अन्य दवा के बारे में जानना चाहते हैं या अन्य किसी यौन कमजोरी से पीड़ित हैं तो हमें कमेंट करके बता सकते हैं |

धन्यवाद !

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