वीय की कमी होना बहुत से रोगों और कमजोरियों को जन्म देता है | आम तौर पर इस समस्या पर कोई गौर नहीं करता है जिसकी वजह से समय के साथ यह और अधिक गंभीर हो जाती है एवं भविष्य में अन्य बहुत से रोगों और समस्याओं का कारण बनती है | किसी भी रोग की पहचान के लिए उसके लक्षण के बारे में जानकारी होना बहुत जरुरी है | लक्षणों के आधार पर ही अनुमान लगा कर रोग की सही पहचान करके उसका इलाज किया जाता है |
वीय की कमी देखने में कोई रोग नहीं लगता है लेकिन समय के साथ इसके कारण अन्य जटिल समस्याएं देखने को मिलती हैं जिनकी वजह से पुरुषों का दांपत्य जीवन बहुत समस्याओं से घिर जाता है | स्वदेशी उपचार हेल्थ पोर्टल के माध्यम से इस साधारण सी दिखने वाली जटिल समस्या “वीय की कमी” के लक्षण और उपायों के बारे में जानकारी आपको दी जा रही है |
आइये जानते हैं सबसे पहले इसके लक्षणों के बारे में :-
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वीय की कमी के लक्षण क्या क्या होते हैं ? (
जब आपके शरीर में किसी भी अवयव की कमी होने लगती है तो वो आपके शरीर पर किसी न किसी रूप में जरुर दिखती है | फिर चाहे वह खून की कमी हो, ऑक्सीजन की या फिर वीय की कमी | जब भी कुछ इस तरह की समस्या होती है इसके लक्षण जरुर दिखाई देते हैं | कभी कभी यह जल्दी दिखने लग जाते हैं तो कभी देर से |
वीय की कमी होने पर भी हमारे शरीर में धीरे धीरे बहुत सी कमजोरियां आने लगती हैं | ये कमजोरियां समय के साथ और जटिल होती जाती हैं एवं भविष्य में किसी गंभीर बीमारी का कारण भी बनती हैं | इसलिए समय रहते इसकी पहचान हो जाए तो बेहतर होता है |
वीय की कमी के लक्षण :-
- वजन घटने लगता है |
- चेतना कम हो जाती है |
- स्मरण शक्ति कमजोर पड़ जाती है |
- जोड़ो में दर्द की समस्या हो सकती है |
- दिन भर थकान रहना |
- हर समय सोने का मन करना |
- चिडचिडापन |
- आँखों की रौशनी कम हो जाना |
- यौन विकार हो जाना |
- लिंग में शिथिलता आ जाना |
- शुक्राणुओं की संख्या कम हो जाना |
- लगातार यौन संबंध के बाद भी गर्भधारण नहीं होना |
वीर्य को यहाँ पर वीय लिखा गया है |
यह गल्ती से नहीं जानबूझ के इसलिए लिखा गया है क्योंकि बहुत से व्यक्ति स्पेलिंग मिस्टेक या जानकारी के आभाव में वीर्य को वीय लिख के गूगल पर सर्च करते हैं जिसकी वजह से उनको सही जानकारी प्राप्त नहीं हो पाती |
अगर ऊपर बताये गये लक्षण आपको दिखाई दे तो वीय की कमी इसका कारण हो सकता है | इसके लिए आप वीर्य की जाँच करवा के इसका पता लगा सकते हैं | आम तौर पर एक स्वस्थ पुरुष के वीय में 200 मिलियन से 15 मिलियन तक शुक्राणु होने चाहिए | अगर शुक्राणुओं की संख्या 15 मिलियन से कम हो एवं वीर्य कम आता हो तो समय रहते इलाज लेना जरुरी है |
वीय की कमी से होने वाले प्रभाव
अगर आपके शरीर में वीर्य कम बनता है या शीघ्रपतन और धात गिरने जैसी समस्याओं की वजह से नष्ट हो जाता है तो इसके बहुत बुरे प्रभाव देखने को मिलते हैं | इससे निम्न समस्याएं हो जाती हैं :-
- लिंग की समस्याएं हो जाना
- यौन कमजोरी आ जाना
- बच्चे पैदा करने में समस्या हो जाना
- शरीर कमजोर हो जाना
- यादाश्त कम हो जाना
- मानसिक और शारीरिक कमजोरी आ जाना
कैसे ठीक करें | वीय की कमी के लिए आयुर्वेदिक दवा एवं घरेलु नुश्खे
अब तक आपने पढ़ा उससे आपको जरुर पता लग गया होगा की “वीय की कमी” होने पर क्या क्या लक्षण एवं प्रभाव देखने को मिलते हैं | अब स्वदेशी उपचार के इस लेख में हम आपको इसको ठीक करने वाली प्रभावशाली आयुर्वेद दवाओं और कुछ घरेलु नुश्खो (उपायों) के बारे में बताएँगे |
आयुर्वेद दवा :-
- विदार्यादी चूर्ण
- शतावार्यादी चूर्ण
- वीर्य शोधन चूर्ण
- अश्वगंधा पाक
- वाजीकरण घृतं
- बादाम पाक
घरेलु नुश्खें (उपाय) :-
- धारोष्ण दुग्ध का सेवन करें |
- गोखरू के लड्डू बना के सेवन करें |
- पाचन ठीक करने वाली चीजों का सेवन करें |
- बादाम खीर का सेवन करें |
- उड़द की दाल का सेवन करें |
वीय की कमी को ठीक करने के लिए सबसे सफल दवा के योग (combination)
इस समस्या को ठीक करने के लिए सबसे जरुरी है आपका पाचन सही होना एवं धात गिरने की समस्या न होना | इसके लिए कुछ परीक्षित एवं सफल योग जिनका परिणाम बहुत अच्छा है :-
विदार्यादी चूर्ण + कामसुधा योग + गिलोय आंवला स्वरस
वीर्य स्तंभन वटी + अश्वगंधा पाक + पंचारिष्ट
वाजीकरण घृतं + धातु पौष्टिक चूर्ण + त्रिफला चूर्ण
धन्यवाद ||