क्या आप जानते हैं हल्दी दूध के फायदे और नुकसान (Benefits of turmeric milk in hindi)

आयुर्वेद में हल्दी को हरिद्रा के नाम से जाना जाता है | अंग्रेजी में इसे turmeric बोला जाता है | इसके अलावा भी बहुत से स्थानीय नाम हैं जैसे कांचनी, पीता, कृमिघ्नी, निशा आदि | हल्दी के गुणों से आप सभी परिचित होंगे | हमारे यहाँ मसालों में हल्दी का विशेष महत्व है | भारत में सभी घरों की रसोई में आपको हल्दी जरुर मिलेगी | खान पान के व्यंजनों में प्रयोग के अलावा कई रोगों में इसका उपयोग किया जाता है | सर्दियाँ शुरू होते ही हल्दी का महत्व बढ़ जाता है | हल्दी वाला दूध हमारे यहाँ प्राचीन समय से ही उपयोग किया जाता रहा है |

चोट लग जाने, दर्द, सर्दी बुखार आदि में हल्दी वाले दूध पीने के फायदे हमारे पूर्वज अच्छी तरह से जानते थे | इसीलिए सर्दियाँ शुरू होते ही माँ बच्चों को हल्दी वाला दूध जरुर पिलाती हैं | क्योंकि हल्दी उष्ण वीर्य, कफ़पित्तशामक एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली जड़ी बूटी है इसलिए सर्दियों में जब जुखाम बुखार जैसे रोग होने का खतरा अधिक होता है इसका उपयोग ज्यादा किया जाता है |

हल्दी दूध के फायदे और नुकसान

इस लेख में हम हल्दी वाला दूध पिने के फायदे क्या हैं और क्या इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं के बारे में बतायेंगे | इस लेख से आप जान पाएंगे की कब आपको हल्दी वाला दूध पीना चाहिए और कब यह नुकसान देय हो सकता है | इसलिए इस लेख को पूरा पढ़ें और हल्दी दूध के नुकसान और फायदे जानें |

हल्दी वाला दूध पिने से क्या फायदे होते हैं ? (Special benefits of turmeric milk in hindi)

हल्दी में एंटीबायोटिक, एंटी ओक्सिडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं | आयुर्वेद अनुसार हल्दी में निम्न गुण होते हैं :-

  • रस – कटु
  • वीर्य – उष्ण
  • विपाक – कटु
  • त्रिदोष – कफ़ एवं पित्त शामक
  • गुण – रुक्ष एवं उष्ण

अपने विशेष गुणों के कारण हल्दी का उपयोग चर्मविकार, इम्युनिटी बढाने, कृमि नाशक, दर्द नाशक, ज्वर नाशक, पाचक, दीपन प्रमेह नाशक एवं रक्त विकार नाशक के रूप में किया जाता है | वहीं दूध कैल्शियम से भरपूर ग्राही गुणों से युक्त होता है | इसलिए हल्दी को दूध में मिला कर पिने से विशेष स्वास्थ्य लाभ होते हैं | आइये जानते हैं इसके फायदे :-

जानें हल्दी वाले दूध पिने के विशेष फायदे क्या हैं (Benefits of drinking turmeric milk in hindi)

हल्दी के गुणों के बारे में जानकर आप समझ गये होंगे यह कितनी फायदेमंद है | दूध और हल्दी के गुण मिलकर और भी अधिक प्रभावी हो जाते हैं | इसलिए दूध में हल्दी मिलाकर पीना बहुत उपयोगी होता है | दूध में हल्दी मिलाकर पिने से निम्न रोगों का नाश होता है :-

  • सर्दी जुखाम
  • चोट लगना
  • सर दर्द
  • कमजोरी
  • प्रमेह
  • शुक्रमेह
  • उदरकृमि
  • रक्त विकार
  • त्वचा रोग
  • श्वास रोग
  • खांसी
  • शीतपित्त

खांसी होने पर हल्दी वाले दूध के फायदे :-

सर्दी के मौसम में खांसी जुकाम होना आम बात है | ऐसे में घरेलु उपाय के रूप में हल्दी वाला दूध पीना सबसे लाभदायक होता है | दूध को अच्छे से उबाल कर हल्दी मिला कर पिने से खांसी का वेग कम होता है |

इम्युनिटी बढाने के लिए हल्दी दूध का उपयोग :-

हल्दी सबसे बढ़िया इम्युनिटी बूस्टर के रूप में जानी जाती है | रोज हल्दी वाला दूध पिने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है एवं सर्दी जुखाम बुखार जैसे रोग होने का खतरा कम होता है |

चोट लग जाने पर हल्दी में दूध मिला कर पिने के फायदे :-

हल्दी में वेदनास्थापक गुण होते हैं | दर्द को कम करने में यह बहुत उपयोगी है | हल्दी में दूध मिला कर पिने से दर्द दूर होता है |

हड्डियों के लिए फायदेमंद है हल्दी दूध :-

चोट लग जाने एवं हड्डी टूट जाने पर हल्दी वाला दूध बहुत उपयोगी होता है | दूध कैल्शियम से भरपूर होता है एवं हल्दी में वेदनास्थापक एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं | इसलिए हल्दी और दूध को मिलाकर पीना चोट लगने पर बहुत कारगर होता है |

प्रमेह रोग में फायदे :-

पुरुषो के लिए प्रमेह रोग बहुत हानिकारक होते हैं | प्रमेह हो जाने पर शारीरिक एवं मानसिक दोनों तरह की कमजोरी हो जाती है | हल्दी और दूध का सेवन करना प्रमेह रोग में बहुत लाभदायक होता है | हल्दी प्रमेह नाशक गुणों से भरपूर होती है | प्रमेह हो जाने पर रोज रात में हल्दी वाला दूध पीना चाहिए |

बच्चों को उदरकृमि रोग में फायदे :-

छोटे बच्चों को उदरकृमी रोग बहुत होता है | इसमें बच्चे चिडचिडे हो जाते हैं और खाना सही से नहीं खाते | हल्दी कृमि नाशक होती है | इसलिए हल्दी दूध का सेवन करना इस रोग में बहुत फायदे वाला होता है |

सर्दी जुखाम एवं बुखार में फायदे :-

हल्दी ज्वर नाशक एवं इम्युनिटी बढ़ने वाली होती है | सर्दियों में जब जुखाम बुखार होने का खतरा अधिक रहता है ऐसे में हल्दी वाला दूध बहुत लाभकारी होता है | इसे पिने से ज्वर से छुटकारा मिल जाता है |

चर्म रोगों में हल्दी दूध के फायदे :-

अधिकतर चर्म रोग रक्त विकारों की वजह से होते हैं | हल्दी रक्त को शुद्ध करने का काम करती है | इसलिए चर्म रोगों में हल्दी का लेप एवं हल्दी वाला दूध पिने की सलाह दी जाती है |

शीत पित्त एवं एलर्जी में फायदे :-

हल्दी उष्ण वीर्य, कफ़ नाशक एवं पित्त शामक होती है | इसलिए शीत पित्त एवं एलर्जी की समस्या में इसका उपयोग दूध में मिलाकर करने से विशेष लाभ होता है |

पाचन विकारों में फायदे :-

हल्दी पाचक एवं दीपन गुणों वाली होती है | पाचन कमजोर होने पर इसका उपयोग बहुत गुणकारी होता है | हल्दी दूध रोज पिने से पाचन मजबूत होता है |

शुक्रमेह में हल्दी का दूध पिने के फायदे :-

शुक्रमेह यानि शुक्राणुओं का क्षय होना | यह रोग पुरुषो के लिए बहुत हानिकारक है | हल्दी का उपयोग प्रमेह नाशक के रूप में किया जाता है | शुक्र क्षय होने की समस्या में हल्दी को दूध के साथ उबाल कर रोज पिने से शुक्र क्षय होना रुक जाता है एवं कमजोरी दूर होती है |

हल्दी का वाला दूध पिने के नुकसान (Side effects of drinking turmeric milk in hindi)

दादी नानी के नुश्खो में जहाँ हल्दी वाले दूध का पहला स्थान है वहीँ इसके सेवन से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं | इसलिए फायदों के साथ नुकसान की जानकारी होना भी बहुत जरूरी है | यूँ तो हल्दी बहुत गुणकारी है लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में इसके नुकसान हो सकते हैं जैसे किडनी स्टोन होने पर, उष्ण प्रकृति वाले व्यक्ति को, किसी प्रकार की एलर्जी होने पर |

हल्दी वाले दूध के निम्न नुकसान हो सकते है :-

  • किडनी स्टोन होने पर यह हानिकारक है |
  • किसी व्यक्ति विशेष को हल्दी से एलर्जी हो सकती है |
  • अधिक मात्रा में सेवन कर लेने से गर्मी हो सकती है |
  • ज्यादा मात्रा में इसका सेवन सर दर्द दस्त आदि का कारण बन सकता है |
  • गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन हानिकारक हो सकता है |
  • गर्मी के मौसम में इसका उपयोग नहीं करना चाहिए |

धन्यवाद ||

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