हल्दी / Haldi (Turmeric)
भारतीय चिकित्सा पद्धति में हल्दी का प्रयोग प्राचीन समय से ही होता आया है | घरेलु नुस्खों में भी हल्दी का स्थान सबसे ऊपर है | यह दर्द निवारक और सौन्द्रिय दायक औषधि है | भारतीय रसोई में हल्दी का प्रयोग प्रमुखता से होता है , बैगर हल्दी के किसी सामान्य व्यजंन की कल्पना नहीं की जा सकती | हल्दी को संस्कृत में हरिद्रा , वरवर्णिनी , हरदल , गौरी आदि नामों से भी पुकारा जाता है | लेटिन में इसे करकुमा लौंगा ( Curcuma Longa ) कहा जाता है | स्वदेशी उपचार की इस पोस्ट में हल्दी से किये जाने वाले घरेलु नुस्खे और इसके फायदों Haldi ke Fayde के बारे में बताया जाएगा |
हल्दी का रसायनीक संगठन और औषधीय गुण धर्म
दैनिक उपयोगी हल्दी के क्षुप सम्पूर्ण भारत में उगाये जा सकते है | दक्षिणी राजस्थान , बंगाल और महाराष्ट्र एवं मध्यप्रदेश में इसकी खेती अधिक की जाती है | हल्दी में उड़नशील तेल – 5.8 % , कुकुर्मिन नामक पीत रंजक द्रव्य , प्रोटीन – 6.3% , खनिज द्रव्य – 3.5% ( जिसमे स्टार्च और एल्ब्य्मिनैड्स मुख्य रूप से होता है ) इसके अलावा कार्बोहाइड्रेट और विटामिन ‘A’ औषधीय गुण पाए जाते है |
हल्दी के गुण – धर्म
हल्दी के औषधीय गुण – धर्म |
|
रस | हल्दी का रस तिक्त एवं कटु होता है | |
गुण | हल्दी गुणों में लघु , रुक्ष , उष्ण , लेखन कार्य , कुष्ठघन , कृमिघन , शोथहर और रोपण होती है | |
वीर्य | हल्दी उष्ण वीर्य की होती है इसलिए यह कफज रोगों में भी कारगर औषधि साबित होती है | |
विपाक | पचने के बाद इसका विपाक कटु होता है | |
रोग प्रभाव | हल्दी कफ एवं पित्त शामक औषदी है | यह त्वकरोग, रक्त विकार, व्रण, पांडू, कामला, शोथ , स्नायुक , शीतपित, कास, श्वास, प्रमेह और आघात जन्य शोथ में उपयोगी औषधि है | |
हल्दी के फायदे और घरेलु प्रयोग – Benefits of Turmeric and Home uses
फोड़े – फुंसियों में हल्दी के फायदे – Haldi ke Fayde in Acne and Pimples
एक प्याज आग में सेक ले , इसकी चार परत लेकर उनपर पीसी हुई हल्दी डालकर जितना गरम सहन हो उतनी गर्म परतें फोड़े पर रख कर ऊपर पीपल का पता रख कर बाँधें | इस प्रकार नित्य सुबह – शाम दो बार पट्टी करे | इससे या तो फोड़ा बैठ जायेगा और या फोड़ा पक्क कर फुट जायेगा |
उदर कृमि में हल्दी के फायदे – Haldi ke Fayde in Abdominal Worm
अगर पेट में कीड़े होतो हल्दी का इस्तेमाल फायदेमंद होता है | आधा चम्मच पीसी हुई हल्दी को गरम पानी के साथ दो सप्ताह तक सुबह – शाम दो बार लेने से जल्द ही पेट के कीड़े मर जायेंगे | यह प्रयोग (Haldi ke Fayde) बच्चो के पेट के कीड़ो में भी उपयोगी है लेकिन मात्रा का ध्यान रखे |
दमा रोग में हल्दी के फायदे – Benefits of Turmeric in Asthma
दमे से परेशान रहने वाले रोगी 60 ग्राम पीसी हुई हल्दी ले | अब चार चम्मच देशी गाय के घी में इस हल्दी को सेक ले | सेकी हुई हल्दी को कांच की शीशी में भर ले | आधा चम्मच की मात्रा में इस हल्दी का इस्तेमाल दिन में तीन बार गर्म दूध के साथ करे | नियमित प्रयोग करने से जल्द ही दमे के रोग में लाभ प्राप्त होगा एवं सभी प्रकार की कफज व्याधियां शांत होंगी |
दर्द में हल्दी के फायदे – Haldi ke Fayde in Pain
इस नुस्खे का प्रयोग शायद आप सभी ने पहले भी किया होगा | हल्दी में दर्द निवारक गुण विद्यमान होते है इसलिए यह सभी प्रकार के शारीरिक दर्द को हरने में सक्षम होती है | अगर आपके भी शरीर में कहीं दर्द है तो बस एक गिलास दूध में एक चम्मच हल्दी मिलाकर सेवन करे , तुरंत राहत मिलेगी |
रूप निखारती है हल्दी
हल्दी का इस्तेमाल (Haldi ke Fayde) सौन्द्रिय बढाने के लिए पुराने समय से ही किया जाता रहा है | शादी – ब्याह में दुल्हन और दुल्हे के रंग को निखारने के लिए हल्दी का इस्तेमाल आप सभी ने देखा होगा | हल्दी में पाए जाने वाले तत्व त्वचा के वृण को निखारते है | अगर आप भी अपनी त्वचा का रंग सुधारना चाहते है तो आधा कप दूध की मलाई में दो चम्मच हल्दी मिलाकर स्थानिक प्रयोग करे | जल्द ही त्वचा कांतिमय हो जाएगी | अगर चेहरे पर कहीं दाग या धब्बे है तो हल्दी और काले तील समान मात्रा में लेकर पानी डालकर पिसले और इसका प्रयोग करे | 5 – 7 दिन के इस्तेमाल से ही चेहरे के सभी दाग – धब्बे और झाइयाँ ख़त्म हो जायेंगी |
जुकाम और खांसी में हल्दी – Haldi ke Fayde in Cold and Cough
जुकाम में पांच कालीमिर्च पीसकर आधा चम्मच पीसी हुई हल्दी में मिलाकर गरम पानी में घोल कर पी जावे | जुकाम ठीक हो जायेगा और खांसी की समस्या भी नहीं रहेगी | ध्यान दे इस प्रयोग के बाद 1 घंटे तक पानी और कोई ठंडा पेय नहीं पीना है | खांसी के लिए आप एक गिलास गरम दूध में एक चम्मच हल्दी और मिश्री मिलाकर सेवन कर सकते है इससे भी खांसी की समस्या जाती रहती है |
चोट लगने और सुजन – Haldi ke Fayde in Injuries and Swelling
शरीर पर कहीं भी चोट लग जाए या कहीं पर सुजन हो तो हल्दी और चुने का इस्तेमाल तुरंत राहत देता है | इसके लिए आप एक भाग पिसा हुआ चुना और दो भाग पीसी हुई हल्दी मिला ले और इसका प्रभावित स्थान पर प्रयोग करे | सभी प्रकार के सुजन और चोट में आराम मिलेगा | अगर चोट के कारण शरीर पर कहीं घाव हो गया हो तो हल्दी की छोटी गांठ को पानी में पीसकर घाव पर लेप करने से घाव जल्दी भरता है |
मर्दाना शक्ति में हल्दी
मर्दाना शक्ति की कमजोरी में एक गाँठ कच्ची हल्दी की ले और इसे पीसकर इसका रस निकाल ले | हल्दी के रस में समान मात्रा में शहद मिलकर चाटने से खोयी हुई मर्दाना ताकत लौट आती है |
250 ग्राम पीसी हुई हल्दी और 250 ग्राम पीसी हुई हल्दी को मिला ले और इसे गाय के घी में सेक ले | सेके हुए चूर्ण को नित्य रात को सोते समय एक चम्मच की मात्रा में गरम दूध के साथ फंकी ले | जल्द ही शरीर में मर्दाना ताकत और स्फूर्ति लौट आएगी |
धन्यवाद |
मर्दाना शक्ति में हल्दी……. विषयान्तर्गत लेख में लिखा गया है-250 ग्राम पीसी हल्दी और 250 ग्राम पीसी हल्दी को मिला कर घी में सेक कर विधिवत् प्रयोग करें। कृपया दुबारा लिखी गई हल्दी के स्थान पर प्रयोग की जाने वाली औषधी बताएं।हो सके तो मूल लेख में भी संशोधन करें। जन कल्याण के लिए आपके लेख व प्रयास बहुत ही प्रशंशनीय हैं।मैं इसके लिए शत् शत् कोटि नमन करता हूँ।