चंदनादि लौह (Chandanadi Lauh) : यह लौह मंडूर प्रकरण की आयुर्वेदिक औषधि है | लौह भस्म का यह सौम्य योग है | इसका उपयोग बार बार आने वाले ज्वर, जीर्ण ज्वर आदि के लिए जाता है | पाचन को ठीक करने एवं रक्त संचार सही करने के लिए यह औषधि अत्यंत उपयोगी साबित होती है | इसमें लौह भस्म एवं चंदन (लाल) का योग होता है | आइये जानते हैं इस औषधि के बारे में (Chandanadi Lauh ke fayde) :-
औषधि का नाम (Name of Medicine) | चंदनादि लौह (Chandanadi Lauh) |
प्रकार (Type of Medicine) | लौह मंडूर प्रकरण |
स्वरुप | चूर्ण |
प्रधान द्रव्य (Main Content) | लाल चंदन, लौह भस्म |
उपयोग (uses) | जीर्ण ज्वर, विषम ज्वर, पाचन, रक्त संचार |
सेवन कैसे करें (How to use) | 250 mg गुडूची सत्व के साथ / चिकित्सक की सलाह से |
सेवनकाल (period) | एक महीने तक या चिकित्सक के निर्देशानुसार |
विशेष प्रभाव (Main Effects) | पाचन क्रिया को ठीक करे, रक्त संचार सुधारे |
दुष्प्रभाव (Side Effects) | कोई ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं |
सावधानियां (Precautions) | चिकिस्तक की सलाह के बिना उपयोग न करें |
Post Contents
चंदनादि लौह क्या है / What is Chandanadi Lauh ?
चंदन एवं लौह भस्म इस औषधि के मुख्य घटक हैं | यह बार बार आने वाले ज्वर एवं रक्त संचार को सही करने के लिए विशेष रूप से प्रयोग की जाती है | चंदन के सौम्य गुणों के कारण नेत्रदाह (आँखों में जलन), सर दर्द, पित्त की गर्मी के कारण उत्पन्न विकार आदि में यह औषधि विशेष लाभदायक है | Chandanadi Lauh uses in hindi में यह विषम ज्वर, पित्त की गर्मी, यकृत एवं प्लीहा रोग में उपयोगी दवा है |
चंदनादि लौह के घटक द्रव्य क्या हैं / Composition of Chandanadi Lauh in hindi
चन्दन (लाल) सुगंध वाला और लौह भस्म इस औषधि के प्रधान (मुख्य) द्रव्य हैं | आइये जानते हैं इसके सभी घटक क्या हैं :-
लौह भस्म को छोड़ अन्य सभी जड़ी बूटियों को समान मात्रा में लेना होता है | अब इन सभी जड़ी बूटियों के समान लौह भस्म लिया जाता है |
इस औषधि को कैसे बनाते हैं / Preparation of chandanadi lauh
इसे बनाने के लिए सबसे पहले सभी जड़ी बूटियों का महीन चूर्ण बना लें | अब इसमें लौह भस्म मिलाकर खरल करना होता है | इसे अच्छे से घोंट कर रख लें | इस तरह से चंदनादि लौह तैयार हो जाता है |
चंदनादि लौह के गुण / Medicinal properties of Chandanadi Lauh
- यह सौम्य गुण वाली औषधि है |
- रक्तवर्धक है |
- पाचन को ठीक करता है |
- पित्त विकार नाशक है |
सेवन कैसे करें / How to use Chandanadi lauh
इसकी 250 से 500 मिलीग्राम मात्रा का सेवन का सेवन गुडूची सत्व के साथ सेवन करना चाहिए |
चंदनादि लौह के फायदे एवं उपयोग / Chandanadi lauh Benefits and uses
लाल चन्दन के सौम्य गुणों से युक्त यह औषधि ज्वर नाशक एवं पाचक गुणों वाली है | यह रक्त संचार को सुधारती है | पित्त की गर्मी से उत्पन्न विकारों को ठीक करने के लिए भी इस औषधि का उपयोग किया जाता है | आइये जानते हैं इसके रोगानुसार फायदे एवं उपयोग :-
ज्वरनाशक है चंदनादि लौह, जानें कैसे करें इसका उपयोग :-
लौह भस्म और चंदन जैसे द्रव्यों से बनी यह औषधि ज्वर नाशक है | इसका उपयोग बार बार आने वाले ज्वर, विषम ज्वर एवं जीर्ण ज्वर में किया जाता है | इन रोगों में यह दवा बहुत कारगर है | गुडूची सत्व के साथ इसका उपयोग करने से ज्वर एवं कमजोरी में फायदा होता है | यह जीर्ण ज्वर की प्रसिद्ध दवा है |
पाचन की समस्या दूर करती है यह औषधि :-
पाचन ख़राब होने पर रस रक्तादि धातुओं का निर्माण भी धीमा पड़ जाता है | इससे शरीर में तमाम तरह की कमजोरियां आ जाती है | ऐसे में यह औषधि बहुत उपयोगी है | इसका सेवन करने से पाचन विकार सही हो जाता है एवं सभी धातुएं पुष्ट होती है जिससे शरीर में आई कमजोरी भी दूर होती है |
रक्त संचार को सुधारती है यह लौह प्रकरण की औषधि :-
चंदनादि लौह का सेवन करने से पाचन की समस्या ठीक होती है जिससे नविन रक्त का निर्माण होता है एवं रक्त संचार भी सुचारू रूप से हो पाता है | इस औषधि का सेवन करने से रस रक्तादि सभी धातुओं की वृद्धि होती है |
चंदनादि लौह आँखों में जलन की समस्या में भी गुणकारी है :-
पित्त की गर्मी की वजह से आँखों में जलन होने की समस्या हो जाती है | चंदनादि लौह में चंदन के सौम्य गुणों के कारण यह इस रोग में विशेष लाभ करती है | इस दवा का सेवन करने से प्रकुपित पित्त शांत हो जाता है एवं आँखों में जलन की समस्या दूर हो जाती है |
चंदनादि लौह के पित्त विकार में फायदे :-
पित्त प्रकुपित होने से शरीर में गर्मी की समस्या हो जाती है | इसके कारण सर दर्द, सीने में जलन, दाह जैसी समस्या हो जाती है | चंदनादि लौह अपने सौम्य गुणों के कारण इस विकार में बहुत फायदेमंद है | इसका सेवन करने से पित्त शांत होकर इससे जुड़ी सभी समस्याएं ठीक हो जाती हैं |
चंदनादि लौह के नुकसान एवं सावधानियां / Chandanadi lauh side effects
लौह प्रकरण की यह औषधि अत्यंत सौम्य एवं फायदेमंद है | इसके कोई ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं है | चिकित्सक की सलाह से एवं उचित मात्रा में इसका सेवन करने से किसी प्रकार का दुष्प्रभाव होने का खतरा नहीं रहता है | गर्भवती महिलाओं एवं छोटे बच्चो को इसका सेवन करने से पहले चिकित्सक की सलाह जरुर लें एवं बताये गए परहेज एवं खान पान का ध्यान रखें |
Frequently Asked Questions related to Chandanadi lauh / सवाल जवाब
यह लौह परिकल्पना की औषधि है |
यह जीर्ण ज्वर की प्रसिद्ध दवा है एवं पित्त विकारो को भी ठीक करती है |
चिकित्सक की सलाह से इसका उपयोग किया जा सकता है ?
इसका सेवन करते समय सादा और पौष्टिक भोजन करना चाहिए | पित्त बढाने वाले पदार्थो का सेवन करने से बचना चाहिए |
चिकित्सक की सलाह से इसका सेवन अन्य दवाओं के साथ किया जा सकता है |
इसका सेवन करने से किसी तरह का नशा नहीं होता है | इसका सेवन करके गाड़ी चलायी जा सकती है |
यह शास्त्रोक्त औषधि है | किसी भी सामान्य कंपनी की इस दवा का उपयोग किया जा सकता है |
इसमें लाल चंदन (सुगन्धित) प्रयोग होता है |
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सन्दर्भ :-
Critical review on the pharmaceutical vistas of Lauha Kalpas (Iron formulations)