बाल रोगान्तक रस : बच्चों के लिए अमृत योग्य आयुर्वेदिक औषधि

बाल रोगान्तक रस : छोटे छोटे बच्चों को दूध दोष या सर्दी लग जाने के कारण कफ़ जमने और न्यूमोनिया जैसी समस्या हो जाती है | हल्का हल्का ज्वर रहना खांसी जुखाम जैसी समस्या में यह दवा बहुत गुणकारी है | बच्चों को होने वाली इन समस्याओं में इस दवा का सेवन कराने से शीघ्र लाभ होता है | आइये जानते हैं इस औषधि के बारे में :-

औषधि का नाम बाल रोगान्तक रस
प्रकार गोली / टेबलेट
परिकल्पना रस रसायन परिकल्पना
प्रधान/ मुख्य द्रव्य पारा, गंधक, स्वर्ण माक्षिक भस्म
गुण ज्वर नाशक, कफ़ नाशक, बल्य
उपयोगछोटे बच्चों में कफ़, खांसी, बुखार, न्यूमोनिया में
सेवन की विधि एक एक गोली सुबह शाम माँ के दूध या शहद के साथ / अथवा रोगानुसार
समयावधिचिकित्सक की सलाह के अनुसार
दुष्प्रभाव उचित मात्रा एवं चिकित्सक की सलाह से लेने पर कोई ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं
सावधानियां खनिज औषधियों से बनी दवा है / अधिक मात्रा में लेना हानिकारक हो सकता है |
बाल रोगान्तक रस की जानकारी

Post Contents

बाल रोगान्तक रस क्या है / What is Bal Rogantak Ras ?

यह एक आयुर्वेदिक औषधि है | इसका उपयोग बच्चों को होने वाले ज्वर, खांसी जुखाम कफ़ आदि की समस्या में किया जाता है | दूषित दूध के कारण आंतो में विकार होने से रोग उत्पन्न हो जाते हैं | ऐसे रोगों में भी इस दवा का उपयोग किया जाता है | इस लेख में बाल रोगान्तक रस के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी जैसे इसके घटक क्या हैं, इसे कैसे बनाते हैं, बाल रोगान्तक रस के फायदे और उपयोग आदि |

बाल रोगान्तक रस के फायदे

बाल रोगान्तक रस के घटक द्रव्य / Contents Of Bal Rogantak Ras ?

इस औषधि में शुद्ध पारा, गंधक और स्वर्ण माक्षिकभस्म जैसे द्रव्यों का उपयोग होता है |

  • शुद्ध पारा – 4 तोला
  • स्वर्ण माक्षिक भस्म – 2 तोला
  • शुद्ध गंधक – 4 तोला
  • काली मिर्च चूर्ण – 2 तोला

इसके अलावा भांगरे का रस, हुलहुल, पुनर्नवा, मंडूकपर्णी का स्वरस भावना देने के लिए लिया जाता है |

बाल रोगान्तक रस कैसे बनाते हैं / How to prepare Bal Rogantak ras ?

इस औषधि को बनाने के लिए निम्न विधि का उपयोग होता है :-

  • सबसे पहले पारा, गंधक और स्वर्ण माक्षिक भस्म की कज्जली बनायी जाती है |
  • अब उपर बताये गये रसों की एक एक भावना दी जाती है |
  • इसके पश्चात काली मिर्च का चूर्ण मिला लिया जाता है |
  • इस मिश्रण को खरल में डाल कर अच्छे से मर्दन करना होता है |
  • इस तरह जब यह गोली बनाने लायक हो जाए तो इसकी सरसों के दाने जितनी गोलियां बना ली जाती हैं |

सेवन या अनुपान की विधि / How to use Bal rogantak ras ?

छोटे बच्चों के लिए उपयोगी इस दवा का सेवन चिकित्सक की सलाह से ही करना चाहिए | इसकी एक एक गोली सुबह शाम माँ के दूध के साथ करना उपयोगी होता है |

बाल रोगान्तक रस के औषधीय गुण / Medicinal Properties of Bal Rogantak ras

  • कफ़ नाशक
  • ज्वर नाशक
  • बल्यवर्धक
  • धातु वर्धक

बाल रोगान्तक रस के फायदे एवं उपयोग / Bal Rogantak ras Benefits and uses

छोटे बच्चों में सर्दी लग जाने से कफ़ वृद्धि होकर ज्वर हो जाना, छाती में कफ जम जाना, सुखी खांसी, न्यूमोनिया जैसे विकार हो जाते हैं | इसके अलावा दूषित दूध पिने से आमदोष के कारण रोग हो जाते हैं | इन सभी समस्याओं में बहुत फायदेमंद औषधि है | आइये जानते हैं रोगानुसार इसके फायदे एवं उपयोग :-

बाल रोगान्तक रस बच्चों को होने वाले ज्वर में उपयोगी है :-

सर्दी खांसी के कारण बच्चों में ज्वर हो जाता है | इस रोग में एक एक गोली बाल रोगान्तक रस माँ के दूध के साथ सेवन कराने से लाभ होता है | शहद के साथ भी इसका सेवन कराया जा सकता है |

न्यूमोनिया हो जाने पर बच्चों को बाल रोगान्तक रस का सेवन कराएं :-

कफ़ वृद्धि हो जाने एवं छाती में कफ़ जम जाने के कारण बच्चों को न्यूमोनिया की शिकायत हो जाती है | इस रोग में श्रंग भस्म या अभ्रक भस्म के साथ यह औषधि देने से जल्द लाभ मिलता है |

बालकों को सुखी खांसी में उपयोगी है बाल रोगान्तक रस :-

सुखी खांसी अधिक पीड़ादायी होती है | बालकों में यह रोग हो जाने तक काफ़ी समय तक ठीक नहीं होता है | इस रोग में शुद्ध टंकण के साथ मिलाकर यह औषधि देने से बहुत लाभ होता है |

सुखा रोग में फायदेमंद है यह औषधि :-

बालकों में होने वाले सुखा रोग में इस दवा के साथ गोदंती भस्म और कुक्कूटांडत्वक भस्म सेवन करने से बहुत फायदा होता है |

आमदोष के कारण होने वाले दस्त विकार में फायदेमंद है बाल रोगान्तक रस :-

दूषित दूध के कारण या आंतो में गर्मी बढ़ जाने से बच्चों में हरे पीले दस्त होने लग जाते हैं | इस समस्या में इसके साथ जहर मोहरा खताई और सोंठ की घुंटी बना कर देने से विशेष लाभ होता है |

नुकसान और सावधानियां / Bal rogantak ras side effects

सामान्यतः इस औषधि के कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं | लेकिन अधिक मात्रा में और अनुचित तरीके से इसका सेवन करने से यह हानिकारक हो सकता है | इसलिए हमेशा चिकित्सक की सलाह से ही इसका सेवन करना चाहिए |

बाल रोगान्तक रस से जुड़े आपके सवाल / FAQ

यह बालकों को होने वाले रोगों में गुणकारी औषधि है |

इस दवा का उपयोग 6 महीने से 15 साल तक के बालको को चिकित्सक की सलाह से किया जा सकता है |

इसका सेवन माँ का दूध पिने वाले शिशु कर सकते हैं |

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