कामिनी विद्रावण रस आयुर्वेद की क्लासिकल मेडिसिन है | यह दवा वीर्य स्तंभन गुणों से युक्त होती है | इसके सेवन से जल्दी होने वाले वीर्यपात से आराम मिलता है | कामिनी विद्रावण रस में कुल 11 औषध द्रव्यों का इस्तेमाल किया जाता है | इनमे अफीम इसका प्रधान द्रव्य है | अत: अफीम के वीर्य स्तंभन गुण इस दवा में मौजूद होते है |
इसका लम्बे समय तक सेवन नहीं करना चाहिए | क्योंकि प्रधान द्रव्य अफीम होने के कारण इसकी आदत लग सकती है | लेकिन शीघ्रपतन में यह दवा तुरंत राहत प्रदान करती है |
यह वीर्य को गाढ़ा करने का काम करती है | शुक्रवाहिनियों को बल प्रदान करके शीघ्रपतन से आराम दिलाती है | एक निश्चित अन्तराल तक ही इसका सेवन करना चाहिए | फिर कुच्छ अन्तराल के लिए इसका सेवन रोक देना चाहिए |
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कामिनी विद्रावण रस के घटक द्रव्य / Ingredients of Kamini Vidrawan Ras in Hindi
लगभग 11 आयुर्वेदिक जड़ी – बूटियों के सहयोग से इसका निर्माण होता है | इसमें प्रमुख औषधि अफीम होती है इसके साथ सिंगरफ एवं गंधक भी प्रयोग में लाइ जाती है | यहाँ निचे दी गई टेबल के माध्यम से आप इसके घटक द्रव्य एवं इनकी मात्रा को जान सकते है |
क्रमांक | घटक जड़ी – बूटियों के नाम | मात्रा |
---|---|---|
01 | अफीम | 48 ग्राम |
02 | शुद्ध सिंगरफ | 3 ग्राम |
03 | शुद्ध गंधक | 3 ग्राम |
04 | अकरकरा | 12 ग्राम |
05 | सोंठ | 12 ग्राम |
06 | लौंग | 12 ग्राम |
07 | केशर | 12 ग्राम |
08 | पिप्पल | 12 ग्राम |
09 | चन्दन | 12 ग्राम |
10 | जायफल | 12 ग्राम |
11 | जावित्री | 12 ग्राम |
12 | शीतल जल | घोंटने के लिए |
निर्माण विधि / How it is made
सबसे पहले सभी जड़ी बूटियों को ऊपर निर्देशित मात्रा के अनुपात में जीतनी आवश्यकता हो उतनी ले ली जाती है लेकिन अनुपात ऊपर लिखे हुए के अनुसार ही रखा जाता है |
अब सबसे पहले लौंग, पिप्पल, केशर, चन्दन, जायफल, जावित्री, अकरकरा एवं सोंठ सब का प्रथक – प्रथक बिल्कुल महीन कपडछान चूर्ण कर लिया जाता है |
अब शुद्ध गन्धक, शुद्ध सिंगरफ एवं अफीम को निर्देशित मात्रा में लेकर एकत्रित घोंट लिया जाता है | अच्छी तरह घोंटने के पश्चात इसमें बाकी बची जड़ी – बूटियों का कपडछान चूर्ण मिलाकर शीतल जल से अच्छी तरह घोंट कर 250 mg की गोलियां बना ली जाती है
इस प्रकार से शास्त्रोक्त कामिनी विद्रावण रस का निर्माण होता है | इस दवा का निर्माण निपुण वैद्य या फार्मासिस्ट के द्वारा ही किया जाना चाहिए |
कामिनी विद्रावण रस के फायदे / Benefits of Kamini Vidrawan Ras in Hindi
इसे शीघ्रपतन, वीर्य का पतलापन एवं यौनेच्छा में कमी की समस्या में आयुर्वेदिक वैद्य के परामर्श से लिया जा सकता है | यह शुक्रवाहिनी नाड़ी को बल देती है जो वीर्य को जल्दी निकलने नहीं देती | साथ ही उत्तम वीर्य स्तंभक का कार्य करती है | दवा में अफीम होने के कारण लम्बे समय तक इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए |
अप्राकृतिक मैथुन, हस्तमैथुन या स्वप्नदोष आदि के कारण पैदा हुए शीघ्रपतन की शिकायत तथा वीर्य के पतलेपन को मिटाने में यह रसायन बहुत श्रेष्ट है | आयुर्वेदिक वैद्य के परामर्श से इसका सेवन एक निश्चित अन्तराल तक किया जा सकता है |
निम्न विकारों में यह फायदा देती है –
- शीघ्रपतन
- वीर्य का पतलापन
- वीर्यपात
- नपुंसकता
कामिनी विद्रावण रस के नुकसान / Side effects of Kamini Vidrawan Ras
यह दवा पुरुषों के यौन कमजोरियों में काम आने वाली औषधि है | किसी भी दवा का सेवन करने से पहले उसके बारे में जान लेना उचित होता है | यह आयुर्वेद की रस औषधि प्रकरण की दवा है | अर्थात रस औषधियां वे होती है जिनमे खनिज द्रव्यों का इस्तेमाल किया जाता है |
कामिनी विद्रावण रस में सिंगरफ, गंधक जैसे घटक द्रव्यों का इस्तेमाल किया गया है | भले ही इनके अपने गुण है लेकिन बैगर वैद्य परामर्श इसका सेवन करना नुकसान दायक हो सकता है |
इस औषधि में प्रमुख जड़ी – बूटी अफीम है | अत: लम्बे समय तक सेवन करने से इसकी आदत लग सकती है | साथ ही बैगर वैद्य परामर्श के अनियमित एवं गलत मात्रा में लेने से समस्या और गंभीर हो सकती है |
सेवन की विधि एवं मात्रा / Doses
कामिनी विद्रावण रस का सेवन 125 से 250mg तक किया जा सकता है | इसका सेवन रात्रि में सोने से ठीक 1 घंटा पहले दूध के साथ किया जाना चाहिए | ध्यान दें आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श के बिना इसका सेवन नहीं करना चाहिए |
कामिनी विद्रावण रस का मूल्य / Kamini Vidrawan Ras Price of Diffrent Pharmacy in Hindi
- बैद्यनाथ कामिनी विद्रावण रस 10 ग्राम – 1600 रूपए (10 gram)
- हमदर्द कामिनी विद्रावण रस – 1500 रुपय (10 Gram)
- दीनदयाल कामिनी विद्रावण रस – 1900 रूपए (10 Gram)
धन्यवाद ||
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