सिंघाड़ा (Water Chestnut): सबसे सस्ता फल जिसके फायदे आपको हैरान कर देंगे | सिंघाड़ा के फायदे और नुकसान

सिंघाड़ा के फायदे और नुकसान: दोस्तों फलों में सिंघाड़ा सबसे अंडर रेटेड फल है। हर गली मौहले और मार्केट में सिंघाड़ा आपको आसानी से मिल जायेगा लेकिन शायद ही कोई इसके स्वास्थ्य लाभ जानता होगा। सस्ता और हर जगह उपलब्ध होने की वजह से सिंघाड़ा को ज्यादा वरीयता नहीं दी जाती है। आज के इस लेख में हम आपको सिंघाड़ा के अनसुने फायदे विस्तार से बताएँगे जिन्हें जानकर आप भी इस फल के फैन बन जायेंगे।

सिंघाड़ा खाने के फायदे क्या हैं जान लीजिये?

सिंघाड़ा के फायदे

हम कोई भी फल सिर्फ दो वजह से खाते हैं एक तो अगर हमें उसका टेस्ट पसंद है और दूसरा अगर हमें उसके फायदे और नुकसान की जानकारी है। आप में से बहुत से लोग होंगे जो रोजाना बाजार में खरीददारी करते समय सिंघाड़ा देखते होंगे लेकिन कभी इसको खाया नहीं होगा। उसकी दो सामान्य वजह हैं एक तो आपको इसके फायदे के बारे में बिल्कुल भी आईडिया नहीं है और दूसरा देखने में यह आकर्षक नहीं है, सिंघाड़ा बहुत ही सामान्य सा फल है। लेकिन आज इसके फायदे जान लेने के बाद आप जरुर इसे खाना शुरू कर देंगे।

सिंघाड़ा के फायदे जानने से पहले इसमें कौन कौन से पोषक तत्व (Nutrient) हैं ये जान लेना जरुरी है। इस आम से दिखने वाले फल में कैलोरीज बहुत कम होती है और nutrients बहुत अधिक होते हैं इस वजह से इसके फायदे सभी के लिए असरदार होते हैं। सिंघाड़ा में फाइबर, पोटैशियम, मैग्नीशियम, कॉपर, विटामिन बी6, कार्बोहायड्रेट और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है। USDA में उपलब्ध डाटा के अनुसार निम्न पोषक वैल्यू सिंघाड़ा में होती है:

हेल्थी हार्ट – सिंघाड़ा में मौजूद पोटैशियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस आपके दिल के लिए बहुत लाभकारी हैं। अगर आप रोजाना कुछ हफ़्तों तक सिंघाड़ा खाते हैं तो इसके फायदे आपके हार्ट की हेल्थ को बढ़ाने के रूप में जरुर आपको मिलेंगे।

हड्डियों की मजबूती: सिंघाड़ा में मौजूद मिनरल और पोषक तत्व आपकी हड्डियों को और ज्यादा मजबूत करने का काम करते हैं। बॉन वीकनेस की समस्या में सिंघाड़ा खाना आपके लिए बहुत लाभदायक होगा।

जीवनीय शक्तिवर्धक: एक रिसर्च के मुताबिक सिंघाड़ा में अन्य फल और सब्जियों के बजाय अधिक मात्रा में एंटी ओक्सिडेंट होते हैं जो आपके शरीर को हेल्थी रखकर बुढ़ापे को दूर करते हैं।

मोटापा कम करे: अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो सिंघाड़ा आपकी डाइट में जरुर होना चाहिए। इस फल में फाइबर बहुत ज्यादा मात्रा में होता है जो मोटापा कम करने में अहम भूमिका निभाता है। सिंघाड़ा खाने से पाचन अच्छा होता है और इससे भूख भी कम लगती है। इससे पेट भी साफ रहता है।

बीपी कम करे: इस फल में सोडियम कंटेंट बहुत कम होता है और पोटैशियम ज्यादा होता है जो आपका ब्लड प्रेशर कम करने में अहम् भूमिका निभाता है। पोटैशियम रीच डाइट हार्ट और ब्लड प्रेशर की समस्या में बहुत लाभदायक होती है।

डायबिटीज कण्ट्रोल: सिंघाड़ा डायबिटीज के रोगियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसका कारण है सिंघाड़ा की Low glycemic index और low calorie वैल्यू, इसकी वजह से डायबिटीज के रोगियों को प्रयाप्त पोषण भी मिल जाता है और उनकी शुगर भी कण्ट्रोल रहती है।

हाइपरथायरोडिसम (Hyperthyrodism): थाइरोइड के मरीजो के लिय भी सिंघाड़ा बहुत फायदेमंद है। थाइरोइड ग्लैंड को सही से काम करने के लिए एक फ्यूल की जरूरत होती है जिसे आयोडीन कहते हैं। क्योंकि सिंघाड़ा में भरपूर मात्रा में आयोडीन होता है इसलिए थाइरोइड की समस्या में इसके फायदे बहुत ज्यादा होते हैं।

शीघ्रपतन को रोके: पुरुषों के लिए सिंघाड़ा एक ताकतवर औषधि का काम करता है। इससे स्पर्म काउंट बढ़ता है और सीमेन में लिक्विडिटी की समस्या दूर होती है। सिंघाड़ा के आटे का सेवन करना सेक्सुअल हेल्थ के लिए बहुत लाभकारी है। आयुर्वेद की बहुत सी पुरुष शक्तिवर्धक दवाओं में सिंघाड़े का आटा इसी वजह से मिलाया जाता है। दूध के साथ सिंघाड़ा खाना पुरुषो के लिए बहुत हितकारी है।

क्या सिंघाड़ा खाने के नुकसान भी होते हैं?

सामान्य रूप से इस सवाल का जवाब ना है, सिंघाड़ा खाने से एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति को कोई भी नुकसान नहीं होता है। लेकिन अगर आपको कब्ज और पाचन की कोई अन्य समस्या है तो आपको डॉक्टर की सलाह से ही इसे खाना चाहिए। अधिकतर सिंघाड़ा सर्दियों में मिलता है इसलिए सर्दी जुखाम की समस्या होने पर भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार रात में किसी भी फल का सेवन नहीं करना चाहिए, इसलिए सिंघाड़ा भी आपको रात में नहीं खाना चाहिए।

सिंघाड़ा खाने के नियम (सिंघाड़ा कैसे खाएं)

अब तक आप इसके फायदे अच्छी तरह से जान गये हैं लेकिन इसको कैसे खाएं या सिंघाड़ा का सेवन कैसे करना चाहिए, इसका सही समय क्या है ऐसे सवाल आपके मन में जरुर आ रहे होंगे। यूँ तो यह एक सामान्य फल है जो सर्दियों के मौसम में बड़ी आसानी से मिल जाता है। आप इसका सेवन के आम फल की तरह कर सकते हैं। लेकिन अच्छे टेस्ट और बेहतर फायदे के लिए आपको सिंघाड़ा खाने के कुछ नियमों का पालन करना चाहिए।

सिंघाड़ा खाने का सही समय: सिंघाड़ा आपको अक्टूबर से लेकर मार्च के महीने तक सेवन करना चाहिए। सुबह से लेकर दोपहर तक आप इसका सेवन कर सकते हैं। रात के समय इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

सुखा या ताजा सिंघाड़ा: दोनों ही तरह से इसका सेवन कर सकते हैं। अगर आप सूखे सिंघाड़े का सेवन करना चाहते हैं तो इसका आटा बनाकर सेवन कर सकते हैं।

सर्दियों में सेवन: सर्दियों में आप सिंघाड़े का सेवन बहुत से तरीकों से कर सकते हैं। आप इसे उबाल कर भी खा सकते हैं। क्योंकि इस समय ताजा सिंघाड़ा मिलता है इसलिए इसकी कोई भी रेसिपी बनाकर आप इसका सेवन कर सकते हैं।

सिंघाड़े की सब्जी: सब्जी बनाकर भी सिंघाड़े का सेवन किया जा सकता। अगर आपको डायबिटीज और हाई बीपी जैसी कोई समस्या है तो आपको सिंघाड़ा की सब्जी का सेवन करना चाहिए।

सूप: इसका प्रयोग वेजीटेबल सूप के रूप में भी किया जा सकता है। इसका सूप टेस्टी और फायदेमंद होता है।

सिंघाड़ा के लड्डू: सर्दियों में आप सिंघाड़े के आटे के लड्डू बनाकर भी इसका उपयोग कर सकते हैं। इसके लड्डू बनाने के लिए गाय का घी, गोखरू, बादाम, काली मिर्च आदि का प्रयोग करें। ये लड्डू पोषक गुणों से भरपूर और शक्तिवर्धक होते हैं।

सिंघाड़ा की तासीर कैसी होती है?

यह बहुत ही जरुरी सवाल है की सिंघाड़ा की तासीर ठंडी होती है या गर्म। आप तभी इसका उपयोग सही तरीके से कर पाएंगे जब आपको इसकी तासीर की सही सही जानकारी होगी। दोस्तों आयुर्वेद के अनुसार सिंघाड़ा की तासीर ठंडी होती है और यह स्वाद में मधुर होता है। तासीर ठंडी होने की वजह से पित्त प्रकृति के लोग भी बेझिझक इसका उपयोग कर सकते हैं।

1 दिन में कितना सिंघाड़ा खाना चाहिए? हर व्यक्ति को फ़ूड और पोषक तत्वों की एक निश्चित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए। सिंघाड़ा की बात करे तो 5 से 6 सिं

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