क्या, कैसे, कितना और कब खाना चाहिए भोजन ? जानें क्या कहता है आयुर्वेद

आयुर्वेद के अनुसार भोजन: खाना हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण भाग है। दुनियाभर में जितने भी जीवित प्राणी हैं उनका जीवन किसी न किसी रूप से खाने पर निर्भर है यानि खाना नहीं तो जीवन नहीं। इसलिए हम क्या खा रहें है और क्यों खा रहें हैं ये हमारे लिए सबसे अहम् सवाल होना चाहिए।

आयुर्वेद के अनुसार भोजन

लेकिन अगर आप गौर करेंगे तो पता चलेगा मानव समाज जैसे जैसे प्रगति कर रहा है हमारा खाना उतना ही ज्यादा दूषित होता जा रहा है। अमेरिका जैसे विकसित देश में किया जाने वाला भोजन कम से कम दो से तीन हफ्ते पुराना होता है और यही कारण है की सारी सुख सुविधाएँ होने के बावजूद भी अमेरिकन सबसे ज्यादा एंटासिड (गैस एसिडिटी की गोली) का सेवन करते हैं।

अगर सारी बातों को छोड़कर सिर्फ सामान्य ज्ञान की बात करें तो जो भी खाना हम खा रहें है वो कम से कम ताजा और सुपाच्य होना चाहिए।

इस लेख में हम आयुर्वेद के परिपेक्ष्य में भोजन के विषय में सभी जरुरी सवालों पर बात करेंगे। अगर आप इस लेख को अंत तक पढेंगे तो समझ पाएंगे आपको किस तरह का खाना खाना चाहिए और भोजन करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

भोजन: जानिए क्या कहता है आयुर्वेद (खाने का सही समय, सही खाना और सही तरीका)

खाना या भोजन हमारे शरीर को दर्शाता है यानि हम जो भी खायेंगे वैसा ही हमारा शरीर बनेगा। अगर कोई सीधे सीधे ये दावा करता है की ये खाना चाहिए और ये नहीं खाना चाहिए तो ये सिर्फ बेवकूफी है। क्योंकि प्रकृति ने हर जगह हर इन्सान और हर ऋतू को अलग अलग बनाया है इसलिए हर व्यक्ति और जगह विशेष के लिए खाना भी अलग अलग ही होगा। आयुर्वेद में इसे बहुत ही समझदारी से तीन भागों में बाँट दिया सात्विक भोजन, राजसिक भोजन और तामसिक भोजन।

सात्विक भोजन: ताजा, हल्की चिकनाई वाला, शाकाहारी और जल्दी पचने वाला भोजन सात्विक भोजन माना जाता है। यह भोजन करने से आप सात्विक गुणों वाले हो जायेंगे यानि आपके शरीर की उर्जा और बुद्धि विवेक सब अपने चरम पर होंगे। इसमें सिर्फ भोजन ही नहीं बल्कि भोजन के समय आपकी मानसिक अवस्था, खाने का समय और खाने की मात्रा सभी सम्मिलित होते हैं।

राजसिक भोजन: अगर वर्तमान समय की बात करें तो फ़ास्ट फ़ूड, पैक्ड फ़ूड, कोल्ड ड्रिंक्स, बर्गर पिज़ा, मिठाइयाँ, चॉकलेट आदि राजसिक भोजन है। यह भोजन आपके पाचनतंत्र के लिए प्रतिकूल होता है और इससे आपकी शारीरिक और मानसिक अवस्था भी राजसिक हो जाती है यानि शारीरिक रूप से मोटापा, वजन की कमी, गैस एसिडिटी और अन्य बिमारियां आपको हो सकती हैं।

तामसिक भोजन: मांस मछली, विरुद्ध आहार, शराब, सिगरेट, अन्य प्रकार के नशे और केमिकल युक्त खाद्य पदार्थ तामसिक भोजन कहलाते हैं। इस तरह का खाना आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर डालता है। इस तरह का खाना खाने से हमें दूर होना चाहिए।

लेकिन अगर आप सात्विक, राजसिक और तामसिक के इस चक्कर में नहीं पड़ना चाहते हैं। तो इतना तो आप सभी समझते हैं हमारा पाचनतंत्र बहुत ही पेचीदा है और अगर इसका ध्यान नहीं रखा जाये तो बड़े बड़े डॉक्टर भी इसको ठीक नहीं कर पाते हैं।

इसलिए हम अगर सात्विक, राजसिक और तामसिक भोजन का ध्यान नहीं भी रख पा रहें हैं तो कम से कम हमें इतना ध्यान तो रखना चाहिए हमारा खाना ताजा हो और सुपाच्य हो (जल्दी पचने वाला) । साथ ही हमें ऋतू, जगह और खुद की शारीरिक अवस्था देख कर ही भोजन करना चाहिए। यानि अगर हमें कफ खांसी की समस्या है तो ठंडा और चिकनाई वाला खाना नहीं खाना चाहिए।

अगर सामान्य सलाह की बात करें तो सुबह उठने से लेकर रात में सोने तक हमें क्या खाना चाहिए इसके विषय में कोई एक अकेला सुझाव काफी नहीं होगा। लेकिन फिर भी ब्रेकफास्ट से लेकर डिनर तक के लिए अगर आप निचे दिए गये भोजन को अपनाते हैं तो ये जरुर आपके लिए बेहतर होगा।

सुबह उठते ही ये करें

इस समय आप एक ग्लास गुनगुना पानी पी लें, नीम की कच्ची पत्तियां, तुलसी के पत्ते या फिर एक छोटा टुकड़ा अदरक का खा सकते हैं। गुनगुने पानी की जगह आप ग्रीन टी या फिर तुलसी की चाय का सेवन भी कर सकते हैं। ये आपको सुबह 5 से 6 बजे के बीच ग्रहण कर लेना चाहिए।

ब्रेकफास्ट (नाश्ता) में ये खाएं

सुबह के ब्रेकफास्ट में आप अंकुरित डालें, ताजा सीजनल फल, मट्ठा, और हल्का सुपाच्य भोजन कर सकते हैं। इस समय आपको ज्यादा मसालेदार और तीखा भोजन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। सुबह का नाश्ता आपको 9 बजे से पहले कर लेना चाहिए।

लंच (दोपहर का खाना) होना चाहिए ऐसा

दोपहर के समय आप रोटी सब्जी, दाल, चावल, सलाद, छाछ, दही, आदि का सेवन कर सकते हैं। इसमें भी आपको ध्यान रखना चाहिए की घर का बना कम मसाले और तेल वाला खाना हो। अगर आपको बाहर खाना पड़ता है तो भी मसाला कम डालने का बोलें। खाने के साथ मीठे के रूप में आप ताजा और कम चीनी वाली मिठाई का उपयोग कर सकते हैं। लंच का सही समय दोपहर 12 से 2 बजे के बीच का है।

सांय का नाश्ता में इन्हें अपनाएं

शाम का नाश्ता आपको सांय 3 से 4 बजे के बीच कर लेना चाहिए। इस समय आप फ्रूट सलाद, कम मिर्च मसाले वाले पकोड़े आदि का सेवन कर सकते हैं। इस समय अधिकतर लोग पिज़्ज़ा बर्गर, समोसा और कोल्ड ड्रिंक्स आदि का सेवन करते हैं जो की हमारे पेट के लिए बहुत खतरनाक होता है। हालाँकि पूरी तरह से इससे बच पाना आसान नहीं है इसलिए कोशिश करनी चाहिए की जितना कम हो सके इनका सेवन करें।

रात्री का भोजन (डिनर) में अपनाएं इन्हें

रात के समय में बहुत ही कम और जल्द पचने वाला भोजन करना चाहिए। रात में 6 से 8 बजे के बीच आपको भोजन कर लेना चाहिए। इस समय आप रोटी सब्जी, दलीया, खिंचड़ी, गाय का दूध आदि का सेवन कर सकते हैं।

भोजन के विषय में जो बातें सबसे ज्यादा इन्टरनेट पर सर्च की जाती हैं या फिर जो सवाल हमारे मन में रहते हैं वो हैं खाने का सही समय क्या है, मुझे क्या खाना चाहिए, एक दिन में मुझे कितनी बार खाना सेवन करना चाहिए या रात में क्या खाना चाहिए आदि।

इसी को ध्यान में रखकर ऐसे सभी सवालों का जवाब हम यहाँ पर देने की कोशिश करेंगे लेकिन हो सकता है आपकी शारीरिक अवस्था के कारण हर सुझाव आपके लिए काम न करे। इसलिए सबसे जरुरी है अपने शरीर और अवस्था को जानकार उसके अनुसार भोजन करना।

सवाल जवाब / FAQ

Q 1. सुबह उठकर क्या नहीं खाना चाहिए

सुबह के समय आपको अधिक मसाले वाले और तैलीय भोजन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।

Q 2. सुबह सुबह ताकत के लिए क्या खाना चाहिए?

अंकुरित डालें, बादाम, अखरोट, गाय का दूध, आदि का सेवन कर सकते हैं।

Q 3. सुबह खाली पेट नाश्ते में क्या खाना चाहिए ?

सुबह उठते ही जब आप खाली पेट हैं तो गुनगुना पानी, ग्रीन टी, नीम और तुलसी की पट्टियां खाकर फल फ्रूट और सादा भोजन कर सकते हैं।

Q 4. एक दिन में कितनी बार भोजन करना चाहिए?

दिन में आप 3 से 5 बार खाना खा सकते हैं। ये जरुरी नही है की आप कितनी बार भोजन कर रहें हैं जरुरी यह है की जितना आपको भूख है उससे कम ही भोजन करें।

Q 5. मोटापा कम करने के लिए सुबह नाश्ते में क्या खाना चाहिए?

अगर आप मोटे हैं तो आपको सुबह जीरे का पानी पीकर हल्का भोजन जिसमें फल, सलाद, अंकुरित दालें आदि सेवन कर सकते हैं।

Q 6. सुबह कितने बजे खाना खाना चाहिए?

सुबह का नाश्ता 6 बजे से 8 बजे के मध्य कर लेना चाहिए।

Q 7. वजन बढ़ाने के लिए सुबह खाली पेट क्या खाना चाहिए?

अगर आपको वजन बढ़ाना है तो सुबह के समय अच्छे से पकाया हुवा दूध, केला, बादाम पाक, अंकुरित दालें आदि का सेवन करना चाहिए।

Q 8. आयुर्वेद के अनुसार भोजन का सही समय क्या है?

सुबह 6 से 8 के मध्य ब्रेकफास्ट, दोपहर 12 से 2 के मध्य लंच और रात्री 8 बजे से पहले डिनर कर लेना चाहिए। लेकिन वर्तमान में यह सभी के लिए संभव नहीं है इसलिए जब आपकी खाने की इच्छा हो उस समय आपको खाना खा लेना चाहिए, अधिक समय तक भूखा रहने से भी पाचन विकृति हो जाती है।

Q 9. फल खाने का सही समय बताओ क्या है?

सुबह के समय आप हल्की खटाई वाले और मीठे फल खा सकते हैं, दोपहर में भी सभी प्रकार के ताजा फलों का सेवन किया जा सकता है लेकिन शाम के बाद आपको फलों का सेवन नहीं करना चाहिए खासकर खट्टे फलों का।

Q 10. दही खाने का सही समय और तरीका क्या है?

दही आप सुबह 9 से लेकर दोपहर 2 बजे तक सेवन कर सकते हैं। दही के साथ जीरा और काला या सेंधा नमक सेवन करना अधिक उपयोगी होता है। रात के समय में दही का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।

Q 11. केला खाने का सही समय क्या है?

सुबह के नाश्ते से लेकर शाम तक आप केला खा सकते हैं।

Q 12. रात का खाना कितने बजे खाना चाहिए?

वैसे तो रात का खाना सूर्य अस्त होने से पहले खा लेना चाहिए लेकिन अभी यह संभव नहीं है इसलिए रात्रि 8 बजे से पहले रात का खाना जरुर खा लेना चाहिए।

Q 13. खाना खाने का सही तरीका क्या है?

ताजा और सुपाच्य भोजन, शांत मन से सही समय पर संयम के साथ चबा चबा कर खाना ही खाना खाने का सही तरीका है।

Q 14. सुबह उठकर सबसे पहले क्या खाना चाहिए?

सबसे पहले गुनगुना पानी पीना चाहिए इसके बाद आप ब्रेकफास्ट

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