ट्राइग्लिसराइड की आयुर्वेदिक दवा patanjali | Uses, Benefits, Doses in hindi

ट्राइग्लिसराइड का बढ़ता लेवल बहुत चिंताजनक बात होती है | यह हमारे खून में मौजूद एक प्रकार का वसा होता है | अगर triglycerides लेवल खून में बढ़ता है तो हृदय विकार होने की आशंका बढ़ जाती है | इसलिए ट्राइग्लिसराइड की आयुर्वेदिक दवा patanjali में इस कंपनी द्वारा निर्मित ट्राइग्लिसराइड की आयुर्वेदिक दवाओं एवं कुछ शास्त्रोक्त आयुर्वेद दवाओ के बारे में जानेंगे जिनका उपयोग आप ट्राइग्लिसराइड के बढ़ते लेवल को कम करने के लिए कर सकते हैं |

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सामान्यतः वो व्यक्ति जो कम परिश्रम करते हैं, व्यायाम नहीं करते, वसा युक्त चीजों जैसे फ़ास्ट फोड़, तेल में तली चीजें, डेरी उत्पाद आदि का ज्यादा सेवन करते हैं, शराब का अत्यधिक सेवन करते हैं उन्हें ट्राइग्लिसराइड बढ़ने का खतरा ज्यादा रहता है | इस समस्या से बचने के लिए नियमित दिनचर्या का पालन करना, सादा और पौष्टिक भोजन करना, नित्य योग व्यायाम करना बहुत जरुरी है |

ट्राइग्लिसराइड की आयुर्वेदिक दवा patanjali

लेकिन अगर आपका ट्राइग्लिसराइड बढ़ गया है तो इसे कम करने के लिए आपको जल्दी से जल्दी आयुर्वेद दवाओं का उपयोग करना शुरू कर देना चाहिए एवं अपनी जीवनशैली में बदलाव करना चाहिए |

ट्राइग्लिसराइड की आयुर्वेदिक दवा (Patanjali कंपनी की आयुर्वेदिक दवाओं की लिस्ट )

अभी हम आपको ट्राइग्लिसराइड कम करने वाली उन दवाओं के बारे में बताएँगे जिनका निर्माण Patanjali कंपनी के द्वारा किया जाता है एवं ये काफी इफेक्टिव भी हैं | इन दवाओं का उपयोग करने से triglycerides कम करने में बहुत जल्दी लाभ होता है | आइये जानते हैं इन दवाओं के बारे में :-

दवा का नाम (Name)उपयोग (Uses)फायदे (Benefits)सेवन की विधि (Doses)
दिव्य हृदयामृत वटीहृदय विकारकोलेस्ट्रोल कम करे
ट्राइग्लिसराइड का लेवल कम करे
एक एक गोली सुबह शाम
अर्जुनारिष्ट के साथ
अर्जुन क्वाथ दिल की कमजोरीहृदय बलकारी, ट्राइग्लिसराइड घटाए10 ml दिन में दो से तीन बार
दिव्य अर्जुनारिष्टहृदय विकार हृदय के लिए बहुत लाभदायक
ब्लॉकेज खोले, ट्राइग्लिसराइड कम करे
10 ml दिन में दो बार
दिव्य त्रिफला चूर्ण पाचक, कब्ज नाशकपाचन सुधारे, ट्राइग्लिसराइड कम
करने में लाभदायक
2 ग्राम दिन में दो बार
गुनगुने पानी से
दिव्य त्रिफला गुग्गुलवातदोष नाशक, जॉइंट पैन
रक्त शुद्ध करे
ट्राइग्लिसराइड कम करने में गुणकारी एक एक गोली सुबह शाम
गुनगुने पानी से
Divya Cardiogrit
Gold Tablet
हृदय विकारकोलेस्ट्रोल कम करे
ट्राइग्लिसराइड का लेवल कम करे
एक गोली दिन में 3 बार
गुनगुने पानी से
DIVYA AKIK PISHTI दिल के रोग हृदय रोगों में गुणकारी चिकित्सक के अनुसार
ट्राइग्लिसराइड की आयुर्वेदिक दवा patanjali

ट्राइग्लिसराइड कम करने के लिए अन्य आयुर्वेदिक दवाएं

Patanjali की ट्राइग्लिसराइड कम करने वाली दवाओं के अलावा भी आयुर्वेद में अनेकों औषधियां हैं जिनका उपयोग प्राचीन समय से ही हृदय के रोगों में किया जाता रहा है | एलॉपथी में भी इसके लिए अनेक दवाएं हैं लेकिन ये सुरक्षित एवं विश्वसनीय नहीं होने के कारण इनका उपयोग नहीं करना चाहिए | इन दवाओं के शरीर पर बहुत से प्रकार के दुष्प्रभाव होते हैं | इसलिए ट्राइग्लिसराइड को कम करने के लिए आयुर्वेद दवा का उपयोग करना चाहिए |

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प्रभाकर वटी का सेवन कर करें ट्राइग्लिसराइड का लेवल कम

यह एक शास्त्रोक्त आयुर्वेदिक औषधि है | जिसका उपयोग हृदय की सभी प्रकार की समस्याओं में किया जाता है | ट्राइग्लिसराइड की आयुर्वेदिक दवा patanjali और अन्य दवाओं में इस दवा का उपयोग भी लाभकारी होता है | इसके सेवन से ट्राइग्लिसराइड के बढ़ते स्तर को कम किया जा सकता है |

हृदयार्णव रस का उपयोग भी है लाभकारी

हृदय की कमजोरी एवं ह्रदय की धड़कन बढ़ जाने जैसी समस्याओं में यह औषधि बहुत गुणकारी है | हृदय की सभी प्रकार समस्याओं में इस औषधि का प्रयोग किया जाता है | इसमें पारा, गंधक जैसे अवयव होते हैं | ट्राइग्लिसराइड बढ़ जाये तो इस दवा का सेवन चिकित्सक की सलाह से करना चाहिए |

अर्जुन घृत का उपयोग करके ट्राइग्लिसराइड को कम किया जा सकता है :-

अर्जुन हृदय के सभी विकारों को नाश करने वाली जड़ी बूटी है | अर्जुन घृत हृदय के विकारों में बहुत असर करता है | यह कोलेस्ट्रोल एवं ट्राइग्लिसराइड के बढ़ते लेवल को कम करने में बहुत असरदार है |

आइये जानते हैं कुछ जड़ी बूटियों के बारे में जो ट्राइग्लिसराइड कम करने में मदद करती हैं :-

  1. गुग्गुल :- गुग्गुल एक औषधीय पौधा है | इसका उपयोग अनेक आयुर्वेदिक योग बनाने में किया जाता है | इससे तैयार होने वाली गुग्गुलु प्रकरण की दवाएं बहुत लाभकारी होती हैं | ट्राइग्लिसराइड को कम करने के लिए गुग्गुल का उपयोग करना बहुत फायदेमंद होता है |
  2. अर्जुन :- अर्जुन का पौधा हृदय के लिए बहुत गुणकारी होता है | इससे बनी दवाएं जैसे अर्जुन क्वाथ, अर्जुनारिष्ट, अर्जुन कैप्सूल आदि का उपयोग दिल की कमजोरी की समस्या में किया जाता है | ट्राइग्लिसराइड बढ़ने पर इनका सेवन करना बहुत गुणकारी होता है |
  3. त्रिफला चूर्ण :- त्रिफला चूर्ण का उपयोग पाचन से जुडी समस्याओं में किया जाता है | यह कब्जनाशक औषधि है | ट्राइग्लिसराइड बढ़ जाने पर त्रिफला चूर्ण का सेवन करना बहुत फायदेमंद रहता है |
  4. लहसुन का सेवन करना भी ट्राइग्लिसराइड की को कम करने में बहुत फायदेमंद रहता है |
  5. आंवला और ग्वारपाठा का रस भी इस समस्या में उपयोगी है | यह कोलेस्ट्रोल को कम करता है एवं ट्राइग्लिसराइड के लेवल को भी घटाता है |

ट्राइग्लिसराइड के बढ़ते लेवल को कम करने के लिए इन बातों का ध्यान रखें :-

  • वजन न बढ़ने दे | मोटापा हृदय की समस्या के लिए बहुत हानिकारक है | अपना वजन कण्ट्रोल करें |
  • नित्य व्यायाम करें |
  • अधिक वसा युक्त भोजन न करें |
  • फ़ास्ट फ़ूड, तेल में तली चीजें, रिफाइंड फ़ूड का सेवन न करें |
  • मीठे का कम से कम सेवन करें |
  • अखरोट, लहसुन, सोयाबीन, आंवला आदि का सेवन करें |
  • किशमिश का सेवन करना भी ट्राइग्लिसराइड को कम करने में मदद करता है |

FAQ / सवाल जवाब

ट्राइग्लिसराइड क्या है ?

यह रक्त में मौजूद एक वसा होता है |

ट्राइग्लिसराइड की आयुर्वेदिक दवा patanjali में कौन सी दवा का सेवन करें ?

इस समस्या में दिव्य अर्जुनारिष्ट, हृदयामृत वटी का सेवन लाभकारी है |

पतंजलि की दवा ट्राइग्लिसराइड के लेवल को कम करने में कितना असरदार है ?

चिकित्सक की सलाह से पथ्य अपथ्य के अनुसार इसका सेवन करने से लाभ होता है |

ट्राइग्लिसराइड बढ़ जाने पर क्या खतरा होता है ?

इसका बढ़ता लेवल हृदय विकार पैदा करता है |

ध्यान दें :– यहाँ पर बताई गयी ट्राइग्लिसराइड की आयुर्वेदिक दवा patanjali का सेवन बिना चिकित्सक की सलाह के नहीं करना चाहिए | किसी भी आयुर्वेद दवा का सेवन हमेशा आयुर्वेद चिकित्सक की सलाह लेकर ही करें |

धन्यवाद ||

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