कामदेव चूर्ण के फायदे, घटक द्रव्य / Kamdev Churna Patanjali

कामदेव चूर्ण : वीर्य विकार जैसे वीर्य का पतलापन, कमी, मलिनता आदि में यह विशेष प्रभावी आयुर्वेदिक चूर्ण है | यह शास्त्रोक्त चूर्ण धातु दुर्बलता, शीघ्रपतन एवं स्वप्नदोष जैसे रोगों में प्रमुखता से प्रयोग करवाया जाता है |

इसके सेवन से धातु (शुक्र) का पतलापन मिटता है एवं स्वप्नदोष एवं शीघ्रपतन जैसे रोग दूर होते है | आज इस आर्टिकल में हम कामदेव चूर्ण के घटक, बनाने की विधि एवं फायदों के बारे में आपको बताएँगे |

लगभग 5 आयुर्वेदिक जड़ी – बूटियां इसमें मिलायी जाती है |

कामदेव चूर्ण के घटक द्रव्य / Ingredients of Kamdev Churna in Hindi

इस चूर्ण में 5 आयुर्वेदिक जड़ी – बूटियों का समावेश होता है | निम्न जड़ी – बूटियां है –

  • शुद्ध कौंच गिरी – 12 ग्राम
  • सफ़ेद मुसली – 24 ग्राम
  • मखाने की ठुड़ी (छिलका रहित) – 48 ग्राम
  • तालमखाना – 48 ग्राम
  • मिश्री – 60 ग्राम

कामदेव चूर्ण बनाने की विधि

सभी घटक द्रव्यों को ऊपर लिखित मात्रा में लेकर इन सभी का महीन चूर्ण कर लिया जाता है | कौंच को शुद्ध करके प्रयोग में लिया जाता है | कौंच को शुद्ध करने के लिए इसे गाय के दूध में उबाल कर छिलका उतार लिया जाता है |

इस प्रकार से कौंच शुद्ध हो जाता है | इन सभी जड़ी – बूटियों का महिन चूर्ण कर लिया जाता है एवं ऊपर लिखित मात्रा में सबको मिलाकर एयरटाइट बर्तन में रख लिया जाता है | इस प्रकार से कामदेव चूर्ण का निर्माण होता है |

कामदेव चूर्ण की तरह कामसुधा योग भी एक यौनशक्ति वर्द्धक आयुर्वेदिक दवा है | इस दवा में कुल 21 जड़ी – बूटियों के सार भाग का इस्तेमाल होता है | कामदेव चूर्ण का सेवन करने वालों के लिए यह विशेष प्रभावी दवा है | जिन्हें कामदेव चूर्ण का असर अपने ऊपर नहीं दिखाई देता वे कामसुधा योग का इस्तेमाल आयुर्वेदिक वैद्य के परामर्श से कर सकते है |

कामदेव चूर्ण के फायदे

  • इसके सेवन से धातु विकार, शीघ्रपतन एवं स्वप्नदोष मिट जाते है |
  • इसके सेवन से वीर्य का पतलापन दूर होता है एवं वीर्य गाढ़ा बनता है |
  • शुक्र को गाढ़ा करने वाली यह बहुत उत्तम निर्दोष दवा है |
  • अगर स्त्री प्रसंग के समय जल्दी निकल जाता है तो यह चूर्ण आपके लिए अत्यंत लाभदायी साबित होता है |
  • यह शरीर में धातुओं का पौषण का कार्य करता है |
  • शारीरिक मजबूती प्रदान करता है |
  • वीर्य के पतलेपन के कारण स्वप्नप्रमेह में इसका सेवन फायदा पहुंचता है |
  • यौनेच्छा की कमी में भी अच्छे परिणाम देता है |

मात्रा एवं सेवन विधि

कामदेव चूर्ण का सेवन 3 से 5 ग्राम की मात्रा नित्य सुबह एवं शाम गाय के दूध के साथ करना चाहिए | वैसे इस आयुर्वेदिक दवा के कोई साइड इफेक्ट्स नहीं है फिर भी निर्देशित मात्रा से अधिक ग्रहण नहीं करना चाहिए |

धन्यवाद ||

आपके लिए अन्य स्वदेशी स्वास्थ्य उपयोगी लेख

शीघ्रपतन की दवा से दूर करें

स्वप्नदोष के प्रमाणित उपाय

नपुंसकता के आयुर्वेदिक दवा पतंजलि

धातु दुर्बलता का इलाज

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *