Vata Dosha Diet: वात दोष में क्या खाएं, क्या नहीं खाएं

Vata Dosha Diet in Hindi: आयुर्वेद हमारे देश की धरोहर है, यह प्राचीन मेडिकल ट्रीटमेंट सिस्टम आज भी उतना ही कारगर है जितना पहले था। आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट और मेडिसिन पूरी तरह से तीन दोषों वात पित्त और कफ पर निर्भर करते हैं। आयुर्वेद अनुसार हमारा शरीर पंच तत्वों (अग्नि पृथ्वी जल वायु और आकाश) से मिलकर बना होता है। यह पांचो एलिमेंट कंबाइन होकर तीन तरह की एनर्जी वात पित्त और कफ का निर्माण करते हैं।

किसी भी व्यक्ति का स्वास्थ्य इन तीन दोषों पर निर्भर करता है। आयुर्वेद अनुसार हमारे शरीर पर एक या दो दोष हावी होते हैं और इसी कारण से हर व्यक्ति का शरीर अलग-अलग प्रकृति का होता है। Vata, Pitta और Kafa दोष में जब तक संतुलन बना रहता है, बीमारियां हमारे शरीर से दूर रहती हैं। जब भी कोई एक या दो दोष प्रकुपित हो जाते हैं, तरह तरह की बिमारिया होने लगती हैं। इसलिए इन दोषों में संतुलन बनाए रखना बहुत जरूरी है। इसके लिए आपको Diet सबसे अधिक प्रभावी होती है।

इस लेख में हम वात दोष क्या है, हमारे शरीर पर उसके  क्या-क्या प्रभाव है, और Vata Dosh Diet यानी इस दोष में आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इस बारे में ऑथेंटिक जानकारी देंगे।

वात दोष क्या है, What is Vata Dosha?

Vata (वात) का सीधा सा अर्थ है वायु, यह दोष Air (वायु) और Space (आकाश) का कॉन्बिनेशन होता है। हमारे शरीर में इस दोष का मुख्य कार्य मोबिलिटी यानी संचालन करना है। मुख्यतः वात दोष हमारे नर्वस सिस्टम के लिए सबसे अधिक जरूरी होता है। इसके अलावा यह अन्य शारीरिक तत्वों को इधर से उधर ले जाने में मुख्य भूमिका निभाता है।

जिन लोगों का Vata Dosha (वात दोष) अधिक डोमिनेंट (प्रभावी) होता है वह नेचर में एनर्जेटिक और क्रिएटिव होते हैं और उनका शरीर फ्लैक्सिबल होता है।

अन्य महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जानकारियां:

वात दोष के हमारे शरीर पर प्रभाव | Effects of Vata Dosha on Our Body

वैसे तो तीनों ही दोष शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बराबर जिम्मेदार होते हैं, लेकिन हर दोष का हमारे शरीर पर एक विशेष प्रभाव होता है। इसे Dosha Effect on Body कहते हैं। क्योंकि यहां पर सिर्फ वात दोष की बात हो रही है, हमारे शरीर पर वात दोष के कारण होने वाले effect इस प्रकार हैं:

  • यह हमारे नर्वस सिस्टम को पूरी तरह से कंट्रोल करता है।
  • शारीरिक एनर्जी और फुर्ती बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है।
  • हमारे मानसिक संतुलन को बनाए रखने के लिए Vata Dosh जिम्मेदार रहता है।
  • अन्य शारीरिक तत्वों की मोबिलिटी इसी दोष की वजह से हो पाती है।

वात दोष (Vata Dosha) वाले व्यक्ति की विशेषताएं

जिन व्यक्तियों का वात दोष एग्रीवेटेड (प्रभावी) होता है, वे नेचर में अधिक चंचल और एनर्जेटिक होते हैं। इनका स्वभाव सेंसिटिव होता है। Vata Dosh की वजह से ऐसे लोग शारीरिक और मानसिक तौर पर एक्टिव होते हैं। इनका शरीर पतला फुर्ती वाला, skin dry और बाल पतले होते हैं। ज्यादातर ये क्रिएटिव और सेंसिटिव होते हैं। वात दोष अधिक बढ़ जाने पर नर्वसनेस और चिंता इन लोगों में अधिक देखने को मिलती है इसके साथ ही ज्वाइंट पेन, सर्दी जुखाम और डाइजेस्टिव डिसऑर्डर जैसी समस्याएं भी हो जाती हैं।

Vata Dosha Diet क्या है, इससे वात दोष कैसे ठीक होगा?

आयुर्वेद में खाने को सबसे अच्छी दवा माना गया है। जितना संतुलित हमारा खान-पान होगा उतना ही अच्छा हमारा स्वास्थ्य रहेगा। आयुर्वेद में कहावत है “दवाई से ज्यादा जरूरी बचाव है, prevention is better than cure”. इसलिए वात दोष (Vata Dosha) dominant हो जाने पर Diet का विशेष महत्व होता है। अगर आप Vata Dosha Diet अपनाते हैं तो आपको वात दोष की मेडिसिन लेने की आवश्यकता नहीं होगी।

वात दोष डाइट में क्या खाना चाहिए, कौनसी चीजें अवॉइड करनी चाहिए और किन चीजों से पूरी तरह परहेज करना चाहिए इसके बारे में नीचे सारी जानकारी दी गई है। इसमें Vata Dosha Diet के निम्न खाद्य पदार्थों के बारे में जानकारी मिलेगी:

  • वात दोष फ्रूट्स
  • वात दोष वेजीटेबल (सब्जियां)
  • वात दोष के लिए अनाज (ग्रेंस)
  • वात दोष में तेल (ऑयल)
  • वात दोष के लिए मिल्क प्रोडक्ट्स
  • मिठाइयां
  • मसाले
  • चाय
  • जूस और रस

अगर आपने अपना दोष परीक्षण करवाया है और आपका वात दोष प्रकूपित है तो वात Dosha Diet आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है।

Vata Dosha Diet: Fruits (क्या खाएं और किसे अवॉइड करें)

इन फ्रूट्स का वात दोष में सेवन करें:

  • सबसे मीठे फल
  • अच्छे से पका हुआ सेब
  • केले
  • पपीता
  • आड़ू
  • अंजीर
  • नारियल
  • खजूर
  • आम

ये फ्रूट्स वात रोग में कभी नहीं खाएं:

  • सूखे फल
  • करोंदा
  • सूखी नाशपति
  • किशमिश
  • तरबूज
  • सूखे खजूर

वात दोष डाइट: सब्जियां (वेजीटेबल)

इन्हे जरूर खाएं:

  • गोभी
  • गाजर
  • धनिया
  • चुकंदर
  • मूली
  • ककड़ी
  • लहसुन
  • सरसो का साग

वात दोष में इन सब्जियों को अवॉइड करें:

  • कच्ची फूलगोभी
  • बैंगन
  • मशरूम
  • जैतून
  • हरा प्याज
  • मक्का
  • चुकंदर
  • आलू
  • मूली
  • टमाटर
  • कच्ची मटर

वात दोष के लिए अनाज

इन अनाजों का सेवन वात दोष में फायदेमंद रहता है:

  • चावल
  • जई
  • गेंहू
  • दरहम का आटा
  • पैनकेक
  • ओट्स

वात दोष प्रकुपित हो जाने पर नीचे दिए गए अनाज ना खाएं

  • जौ की रोटी (खमीर के साथ)
  • ठंडा, सूखा या फूला हुआ अनाज
  • मकई
  • बाजरा
  • जई 
  • पास्ता 
  • चावल
  • राई 
  • गेहूं का चोकर

वात दोष डाइट: तेल (ऑयल)

डाइट में शामिल करें :

  • Sesame
  • घी
  • ऑलिव ऑइल
  • नारियल तेल
  • अवाकोडो ऑयल

अवाइड करें:

  • Flax Seed ऑयल

Vata Dosha Diet: Juice और रस

वात दोष में फायदेमंद जूस:

  • बादाम का दूध
  • एलोवेरा जूस
  • एप्पल साइडर
  • खुबानी का जूस
  • बेरी जूस
  • गाजर का जूस
  • चेरी का जूस
  • अंगूर का रस
  • आम का जूस
  • ऑरेंज रस
  • पपीते का रस
  • अनानास का रस

ये जूस वात दोष में नुकसान करते हैं:

  • सेब का रस
  • काली चाय
  • कार्बोनेटेड पेय
  • कॉफी
  • ठंडी दूध के जूस
  • क्रैनबेरी रस
  • नाशपाती का रस
  • अनार का रस
  • टमाटर का रस

वात दोष खान पान: मिठाइयां (कौनसी मिठाई खाएं कौनसी न खाएं)

इन मिठाइयों का सेवन कर सकते हैं:

  • गुड़ से बनी मिठाइयां
  • जलेबी
  • रसगुले
  • बूंदी
  • मावा स्वीट्स

वात दोष में निम्न मिठाइयों का सेवन ना करें:

  • व्हाइट शुगर की मिठाइयां
  • डालडा घी में बनी मिठाइयां

Vata Dosha Diet: मसाले में क्या खाना चाहिए

इन मसालों का सेवन कर सकते हैं:

  • अजवान
  • बादाम का अर्क
  • हींग (हिंग)
  • तुलसी
  • काली मिर्च
  • इलायची
  • दालचीनी
  • लौंग
  • धनिया
  • जीरा
  • सौंफ
  • मेथी
  • लहसुन
  • अदरक
  • पुदीना
  • सरसों के बीज

वात दोष एग्रीवेटेड होने पर आप सभी तरह के मसाले खा सकते हैं। बस इतना ध्यान रखना है की बहुत अधिक मसालों का उपयोग नहीं करना है।

मिल्क प्रोडक्ट्स: वात दोष डाइट में शामिल करें इन प्रोडक्ट्स को

वात दोष में फायदेमंद मिल्क प्रोडक्ट्स:

  • मक्खन
  • छाछ
  • पनीर
  • गाय का दूध
  • घी
  • बकरी का पनीर
  • बकरी का दूध
  • आइसक्रीम
  • दही

वात दोष प्रभावी होने पर सभी प्रकार के दूध उत्पाद खा सकते हैं। इसमें मिल्क पाउडर और मिलावट वाले दूध के प्रोडक्ट्स बिल्कुल नहीं खाने चाहिएं।

हर्बल चाय: Vata Dosha Diet में कौनसी चाय पिएं कौनसी नहीं

इन हर्बल चाय (tea) का सेवन कर सकते हैं:

  • अजवायन
  • चैमोमाइल
  • लौंग
  • सौंफ
  • मेथी
  • अदरक (fresh)
  • Lavender
  • लेमन grass
  • लिकोराइस
  • ऑरेंज peel
  • Peppermint
  • केसर

इन्हे avoid करें:

  • बारले
  • ब्लैक बेरी
  • दालचीनी
  • जिनसेंग
  • हिबिस्कस
  • जैस्मीन
  • लेमन

क्या है Vata Dosha Diet का उद्देश्य

वात दोष हमारे शरीर में मोबिलिटी और nervous system के लिए बहुत अहम है। यह हमारे शरीर में फुर्ती और चंचलता बढ़ाता है। लेकिन इस दोष के अधिक प्रकुपित हो जाने पर बहुत सी परेशानियां हमारे शरीर में उत्पन्न होने लगती हैं। वात दोष से होने वाली इन बीमारियों को ठीक करने के लिए वात पित्त कफ दोषों में संतुलन बनाना जरूरी होता है। वात दोष को कम करने के लिए Vata Dosha Diet के अनुसार खान पान अपनाना चाहिए। इससे वात दोष को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।

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