जीरकाद्यारिष्ट के 9 गजब फायदे : पोस्टनटल केयर में उपयोगी जीरे से बनी यह सिरप

जीरकाद्यारिष्ट के फायदे: इसे Jeerakadhyarishtam / Jirakadhyarishta आदि नामों से भी जाना जाता है । यह महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद आयुर्वेदिक सिरप है । इसे महिलाओं को प्रसव के पश्चात डाइट सुधारने एवं गर्भाशय का शोधन करने के लिए उपयोग किया जाता है । पाचन सुधारने, गैस, कब्ज, पेट का भारी होना, एवं हाइपर एसिडिटी (Hyper Acidity) के लिए भी यह बहुत अधिक लाभदायक है । आज के इस लेख में हम आपको जीरकाद्यारिष्ट (Jeerakadhyarishta) के 9 गजब फायदों के बारे में बताएँगे ।

जीरकाद्यारिष्ट के फायदे

चलिए उससे पहले इस आयुर्वेदिक सिरप की सामान्य डिटेल्स जान लेते हैं –

सिरप का नाम:जीरकाद्यारिष्ट (Jeerakadhyarishtam)
निर्माता:कोट्टकल आयुर्वेद
मुख्य उपयोग:पाचन, पोस्टनटल केयर, गैस, पेट का भारीपन
फॉर्म:अरिष्ट (Syrup)
मूल्य:₹ 140
उपलब्धता:ऑनलाइन एवं आयुर्वेदिक स्टोर

जीरकाद्यारिष्ट क्या है ? (What is Jeerakadhyarishta?)

जीरकाद्यारिष्ट एक आयुर्वेदिक क्लासिकल मेडिसिन है । यह जीरे से निर्मित होने वाली शास्त्रोक्त औषधि है जो पाचन को सुधारने, गैस को खत्म करने एवं कब्ज को रोकने में महत्वपूर्ण है । इस दवा का प्रयोग महिलाओं के प्रसव के पश्चात गर्भाशय की सफाई के लिए उपयोग किया जाता है । इसे उत्तम पोस्ट नटेल केयर की आयुर्वेदिक दवा माना जाता है । यह उष्ण तासीर की औषधि है । एवं गर्भाशय शोधक है ।

जीरकाद्यारिष्ट के घटक (Ingredients of Jeerakadhyarisht in Hindi)

  1. Jiraka (Shveta Jiraka) – Cuminum cyminum (Fruit)
  2. Jala for decoction – Water (12.288 liters reduced from 49.152 liters)
  3. Guda – Jaggery (14.4 kg)

प्रक्षेप द्रव्य (Additional Ingredients):

  1. Dhataki – Woodfordia fruticosa (Flower) (768 g)
  2. Shunthi – Zingiber officinale (Rhizome) (48 g)
  3. Jatiphala – Myristica fragrans (Seed) (48 g)
  4. Mustaka (Musta) – Cyperus rotundus (Rhizome) (48 g)
  5. Tvak – Cinnamomum zeylanicum (Stem Bark) (48 g)
  6. Ela – Elettaria cardamomum (Seed) (48 g)
  7. Patra (Tejapatra) – Cinnamomum tamala (Leaf) (48 g)
  8. Nagakeshara – Mesua ferrea (Stamen) (48 g)
  9. Yamanika (Yavani) – Trachyspermum ammi (Fruit) (48 g)
  10. Kakkola – Piper cubeba (Fruit) (48 g)
  11. Devapushpa – Syzygium aromaticum (Flower Bud) (48 g)

जीरकाद्यारिष्ट कैसे बनती है ?

सबसे पहले जीरे से काढ़ा बनाया जाता है । इस काढ़े को छान कर इसमें गुड़ मिलाया जाता है । अब बाकी बचे सभी घटक द्रव्यों को चूर्ण बनाकर इस काढ़े में मिलाया जाता है । इस पॉट को निर्वात स्थान पर रखकर महीने भर के लिए छोड़ दिया जाता है । महीने भर पश्चात इसे छान कर एवं अरिष्ट परिक्षण करके जीरकाद्यारिष्ट को स्टोर कर लिया जाता है । इस प्रकार से शास्त्रोक्त विधि से जीरकाद्यारिष्ट का निर्माण होता है ।

जीरकाद्यारिष्ट के फायदे | Benefits of Jeerakadhyarishta

  1. यह गर्भाशय शोधक है, अत: प्रसव के पश्चात महिलाओं के गर्भ का पौषण एवं शोधक के रूप में फायदेमंद है ।
  2. यह उष्ण वीर्य है जिस कारण प्रसव पश्चात गर्भस्य का शोधन करता है ।
  3. इसका मुख्य घटक जीरा है जो पाचन में उत्तम है । इसलिए जीरकाद्यारिष्ट उत्तम पाचन सुधारने वाली आयुर्वेदिक दवा है ।
  4. गैस होने पर जीरकाद्यारिष्ट सेवन करने से गैस की समस्या खत्म हो जाती है ।
  5. कब्ज होने पर भी जीराकाध्यारिष्ट का सेवन फायदेमंद है । इसमें जीरा, सौंठ, आदि घटक है जो मल को बंधने नहीं देते ।
  6. प्रसव के पश्चात यह माताओं में स्ट्रेंग्थ को बनाये रखने में भी उपयोगी है ।
  7. अग्निमान्ध्य अर्थात भूख न लगने की स्थिति में जीरकाद्यारिष्ट भूख बढ़ाने का कार्य करती है ।
  8. ग्रहणी एवं अतिसार जैसे रोगों में जीरकाद्यारिष्ट के सेवन से फायदा मिलता है । यह मेटाबोलिज्म को सुधार कर ग्रहणी को ठीक करने में फायदेमंद है ।
  9. पाचन सुधारने में भी जीरकाद्यारिष्ट के फायदे असीम है । यह डाइजेस्ट करने एवं digestive फायर को सुधारने में लाभदायक है ।

खुराक | Dosage

जीरकाद्यारिष्ट की खुराक 12 से 24 ML प्रतिदिन सुबह – शाम वैद्य सलाह अनुसार लिया जा सकता है । इसमें बराबर मात्रा में पानी मिलाकर सेवन किया जाता है । किसी भी आयुर्वेदिक अरिष्ट प्रकार की औषधि में समान मात्रा जल की रखी जाती है । इसलिए सेवन करते समय बराबर मात्रा में पानी जरुर मिलाएं । ध्यान दें जीरकाद्यारिष्ट को खाना खाने के बाद सेवन किये जाने की अनुशंषा की गई है ।

जीरकाद्यारिष्ट के नुकसान | Side Effects of Jeerakadhyarishta in Hindi

सामान्यत: इस आयुर्वेदिक औषधि के कोई भी ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं है । हालाँकि किसी भी आयुर्वेदिक औषधि को सेवन से पहले चिकित्सकीय सलाह लेनी आवश्यक है । इसलिए जीरकाद्यारिष्ट को भी सेवन से पहले चिकित्सकिय सलाह ले लेनी चाहिए । यह उष्ण वीर्य औषधि है अत: निर्धारित मात्रा में ही सेवन की जानी चाहिए ।

अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर में गर्मी, सिरदर्द, पेटदर्द एवं अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती है । बच्चों एवं बुजुर्गों के उनके बलानुसार ही इसका सेवन करवाना चाहिए ।

सामान्य सवाल – जवाब | FAQs

जीरकाद्यारिष्ट की प्राइस क्या है?

कोट्टकल आयुर्वेद की जीरकाद्यारिष्ट का मूल्य ₹ 140 है जो 450 ML की बोटेल के लिए है ।

जीरकाद्यारिष्ट कौनसी कंपनी बनाती है?

इसे कोट्टकल आयुर्वेद, पतंजलि, बैद्यनाथ, डाबर, साधना एवं दीनदयाल आयुर्वेदिक फार्मेसी बनाती है ।

जीरकाद्यारिष्ट महिलाओं के लिए क्या फायदे हैं?

यह पोस्ट नटेल केयर अर्थात प्रसव पश्चात् की केयर में सुरक्षित आयुर्वेदिक दवा है । जो गर्भाशय के शोधन में फायदेमंद है ।

जीरकाद्यारिष्ट किन्हें नहीं लेनी चाहिए ?

जिनके शरीर में तीव्र गरमी रहती है उन्हें इसका सेवन बिना चिकित्सकीय सलाह नहीं करना चाहिए ।

क्या जीरकाद्यारिष्ट पाचन को ठीक करती है?

जी हाँ, जीरकाद्यारिष्ट पाचन सुधारने में महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक दवा है । यह भूख की कमी, गैस, कब्ज एवं पेट के विकारों में लाभदायक है ।

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