6 महीने के लिए बच्चे को बिस्कुट के फायदे और नुकसान: जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट

6 महीने के लिए बच्चे को बिस्कुट: ये तो आप सभी पैरेंट्स को पता है कि 6 महीने तक बच्चे को सिर्फ मां का दूध पिलाने की सलाह दी जाती है। उसके बाद धीरे धीरे दूसरे आहार बच्चे को दिए जाते हैं। चूंकि बाजार में बहुत सारे प्रोडक्ट्स बेबी केयर प्रोडक्ट्स के नाम पर बेचे जा रहे हैं इसलिए माता पिता बहुत कन्फ्यूज हो जाते हैं।

सबसे बड़ा सवाल रहता है क्या 6 महीने के बच्चे को बिस्कुट (Biscuit) खिलाना चाहिए या नहीं और अगर खिलाना चाहिए तो कौनसा खिलाना चाहिए। इस लेख में हम विस्तार से 6 महीने और इसके बाद बच्चे को दिए जाने वाले आहार के बारे में बात करेंगे साथ ही एक्सपर्ट की राय भी आपके साथ साझा करेंगे जो आपके 6 से 7 महीने के बच्चे के लिए बहुत काम आयेगी।

6 महीने के बच्चे के लिए बिस्कुट के फायदे

6 महीने के लिए बच्चे को बिस्कुट के फायदे और नुकसान

बिस्कुट के फायदे और नुकसान बताना एक सामान्य टॉपिक है लेकिन जब बात शिशु की हो तो यह बहुत ही सेंसिटिव हो जाता है खासकर तब जब शिशु की उम्र 6 महीने हो। चूंकि 6 महीने तक बच्चे को सिर्फ मां का दूध पिलाया जाता है अब उसके बाद जब उसे हल्का फुल्का ठोस आहार देना शुरू किया जाता है तो यह बहुत जरूरी हो जाता है की इसे बच्चे के स्वास्थ्य और न्यूट्रिशन जरूरतों को ध्यान में रख कर चयनित किया जाए।

यहां पर हम बात करेंगे बिस्कुट की, क्योंकि बिस्कुट हर घर में उपलब्ध रहता है और बच्चे बिस्कुट खाना बहुत पसंद करते हैं। आप सभी ने नोटिस किया होगा की अधिकतर मां बाप बच्चे को फिर चाहे वह 6 महीने का हो या 9 महीने का चाय या दूध के साथ बिस्कुट खिलाना शुरू कर देते हैं।

बच्चे भी बहुत चाव से बिस्कुट खाते हैं उन्हें इसका टेस्ट बहुत पसंद आता है। लेकिन आयुर्वेद और पेडियाट्रिक एक्सपर्ट के अनुसार बच्चो के लिए बिस्कुट खाना हानिकारक हो सकता है। इसके दो मुख्य कारण है पहला बिस्कुट का प्रोसेस्ड या बेक्ड फूड होना और दूसरा न्यूट्रिशन वैल्यू कम होना। इसे आप विस्तार से समझिए:

बिस्कुट से भूख मरती है: 6 महीने के बच्चे के लिए बिस्कुट नुकसानदायक है क्योंकि इससे उसकी भूख मर जाती है। अक्सर बच्चे चाव चाव में ज्यादा बिस्कुट खा लेते हैं जिसकी वजह से उन्हें और कुछ खाने का मन नहीं करता है।

पेट फूलने की समस्या: बाजार में उपलब्ध लगभग सभी बिस्कुट मैदा से बनते हैं। ये बच्चे का पेट फूलने का कारण बनता है। मैदा को पचा पाना 6 महीने के बच्चे के लिए पॉसिबल नहीं हो पाता है और इसकी वजह से उसे दस्त कब्ज पेट दर्द जैसी समस्या भी हो सकती है।

न्यूट्रिशन की कमी: बिस्कुट में बच्चे को 6 महीने के बाद जरूरी सभी न्यूट्रिशन नहीं होते हैं और बिस्कुट खाने के बाद बच्चा और कुछ खाना पसंद नहीं करता है या उसकी भूख मर जाती है। ऐसे में बच्चे को जरूरी न्यूट्रिशन नहीं मिल पाते हैं और उसका शारीरिक और मानसिक विकास रुक जाता है।

अन्य साइड इफेक्ट्स: क्योंकि 6 महीने के बच्चे का शरीर बहुत नाजुक होता है और यही समय होता है जब बच्चे को सभी तरह से संतुलित पोषण वाला भोजन जरूरी होता है। बिस्कुट खाने की आदत बच्चे के शरीर को बहुत नुकसान कर सकती है। इसमें भूख नहीं लगने की समस्या, पेट दूखना, एलर्जी, शुगर लेवल बढ़ना जैसी बहुत सी समस्याएं हो सकती हैं।

नोट: अगर आप भी 6 महीने के बच्चे के पैरेंट हैं तो इस बात का जरूर ध्यान रखें की उसे बिस्कुट न खिलाएं। ये आपके बच्चे के संतुलित पोषण में भारी रुकावट कर सकता है।

6 महीने के बच्चे को क्या खिलाएं की उसको पूरा पोषण मिले?

आयुर्वेद और बच्चों के डॉक्टर्स की मानें तो 6 महीने के बच्चे को बिस्कुट तो किसी भी कंडीशन में नहीं खिलाना चाहिए। लेकिन क्या खिलाना चाहिए ये भी जानना जरूरी है। इस विषय पर भी हमने एक्सपर्ट्स से बात की और जो सलाह उन्होंने शेयर को वो नीचे विस्तार से बता रहे हैं:

दलिया: 6 महीने के बच्चे को आप दलिया बनाकर खिला सकते हैं। मूंग दाल या चावल का दलिया बना लें और उसे बहुत बारीक या पानी जैसा कर ले जिससे बच्चे को निगलने में दिक्कत न हो। ये बच्चे के लिए बहुत पोषक है।

फ्रूट्स: 6 से 7 महीने के बच्चे को आप फ्रूट्स भी खिला सकते हैं लेकिन ध्यान रखें की ताजा और सीजनल फ्रूट ही खिलाएं। साथ ही ये भी ध्यान रखे की फ्रूट का छिलका उतार कर उसे अच्छे से मेश कर लें।

हरी सब्जियां: गाजर, शकरकंद आदि की प्युरी बनाकर भी बच्चो को खिला सकते हैं। इसमें हल्का सेंधा या काला नमक जरूर मिला लें। ये आहार आप सिर्फ सुबह के समय ही दें।

सूप: 6 महीने के बच्चे को आप सूप बनाकर भी पिला सकते हैं। सूप में आप मूंग की दाल का सूप बना सकते हैं। ध्यान रखें इसमें मसाले बिलकुल नहीं डालें, हल्का नमक डाल सकते हैं। सूप को ठंडा करके ही बच्चे को दें।

नोट: 6 महीने के बाद बच्चे को बाहरी आहार के रूप में तरल पदार्थ ही दें। ध्यान रखें उसे ऐसी कोई चीज खाने को न दे जिसे निगलने में दिक्कत हो। बच्चे को हमेशा थोड़ा थोड़ा करके ही खिलाएं।

6 महीने के बच्चे को कौनसा बिस्कुट खिलाएं?

कभी कभी ऐसी समस्या आती है आपका की बच्चा और कुछ खा ही नहीं रहा है और बाहर के खाने के रूप में आपको उसको बिस्कुट खिलाना ही पड़ेगा। ऐसे में भी उसे बाजार से लेकर कोई भी बिस्कुट नहीं खिलाना चाहिए। इसके लिए आप घर पर ही मैदा की बजाय आटा लेकर उसका बिस्कुट बनाकर खिला सकते हैं। साथ ही इसमें ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, काजू आदि भी पीस कर मिला सकते हैं।

ध्यान रखें बिस्कुट देते समय गाय के दूध का उपयोग करें। दूध में गलाकर ही बच्चे को बिस्कुट खिलाना चाहिए।

सारांश: 6 महीने का बच्चा एक परिवर्तन से गुजरता है। उसे मां के दूध के साथ साथ बाहर का आहार भी देना शुरू किया जाता है। ये उसकी सेहत के लिए बहुत सेंसटिव टाइम होता है। ऐसे समय में बिस्कुट जैसे प्रोसेस्ड फूड बच्चे को खिलाना नुकसान दायक हो सकता है। इसलिए हमेशा बच्चे का आहार चुनते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए।

आहार में कुछ भी शामिल करते समय बच्चों के डॉक्टर या आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से सलाह जरूर लेनी चाहिए। बाजार में बहुत सारे प्रोडक्ट्स बच्चे के आहार के रूप में उपलब्ध हैं इनके से अधिकांश बहुत अच्छे नहीं है। इसलिए समझदारी से ही आहार को चुनना चाहिए। अंत में, 6 महीने के बच्चे के लिए बिस्कुट नुकसान दायक है उसे बिस्कुट नहीं खिलाना चाहिए।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *