मकरासन क्या है? इसे करने का सही तरीका और इसके फायदे (Crocodile Pose)

मकरासन जमीन पर लेट कर किया जाने वाला एक आसन है। मकरासन शब्द मकर और आसन दो शब्दों से मिलकर बना है। जिसमें मकर का अर्थ मगरमच्छ (crocodile) और आसन का अर्थ मुद्रा या pose है। जिस प्रकार नदी में मगरमच्छ शांत अवस्था में लेटा रहता है, उसी प्रकार इस आसन को करते समय मनुष्य मगरमच्छ की तरह शांत अवस्था में जमीन पर लेटा रहता है।

आजकल भागदौड़ भरी जीवन शैली में मनुष्य बहुत अधिक तनावग्रस्त रहता है। यदि वह कुछ समय अपने लिए निकालकर योगाभ्यास करें तो वह अवश्य ही शारीरिक और मानसिक रोगों से बच सकता है। मकरासन करने से व्यक्ति पूर्णता तनावग्रस्त होने से बच सकता है।

Makarasana

Image Credit – Yoga Basic

आज इस लेख में हम आपको मकरासन क्या है, इसे करने का सही तरीका और इससे होने वाले फायदों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

मकरासन की सामान्य जानकारी | Makarasana Details

  • आसन का नाम: मकरासन
  • अंग्रेजी में नाम: Crocodile pose
  • समय: अपनी इच्छा अनुसार।
  • लाभ: तनाव मुक्त, स्लिप डिक्स, सर्वाइकल प्रॉब्लम, मेरुदंड वाले रोगी में लाभदायक, अस्थमा में लाभदायक।

मकरासन क्या है | What is Makarasana in Hindi

जैसा कि हमने आपको पूर्व में भी बताया है की मकरासन मगरमच्छ की तरह शांत अवस्था में लेटे रहने वाला मुद्रा या पोज है। पूर्ण आराम की दशा में आंखों को बंद करते हुए यह आसन किया जा सकता है जिससे आंखों और मन दोनों को आराम मिलता है। इस आसन को करते समय व्यक्ति अपने आप को पूर्णता शोरगुल और तनाव से दूर रखता है तथा शांत मन से प्रकृति में उत्पन्न उर्जा को महसूस करना चाहिए। यह आसन डिप्रेशन, बेचैनी, उलझन, माइग्रेन और मस्तिष्क से जुड़े विकारों को दूर करता है। जिन लोगों को सिर में अक्सर दर्द रहता है चाहे वह आधा सिर दर्द हो या पूरा उन लोगों के लिए यह आसन एक रामबाण दवा के रूप में काम करता है।

मकरासन क्या है। यह जानने के बाद अब हम मकरासन करने का सही तरीका जानेंगे चलिए जानते हैं-

मकरासन करने का सही तरीका | Practice Method of Makarasana in Hindi

  • सर्वप्रथम पेट के बल लेट जाएं।
  • चूँकि मगरमच्छ का सिर हमेशा उठा हुआ दिखाई देता है। अतः वैसी ही आकृति बनाने के लिए अपने दोनों हाथों की कोहनियों को जमीन पर टिकाएं।
  • अब गर्दन और सिर को उठाते हुए हथेलियों से गालों एवं ठुड्डी को सहारा दें।
  • पूर्ण आराम की दशा में आंखों को बंद करते हैं ऊर्जा के ऊर्ध्वमुखी होने की कल्पना करें।
  • सहज रूप से श्वास – प्रश्वास लेते रहे। कुछ समय इसी अवस्था में रहें।
  • यही मकरासन है।

Note:- मकरासन से अन्य लाभ प्राप्त करने के लिए हम इसे थोड़ा गतिमय बनाते हुए भी अभ्यास कर सकते हैं जिससे इसके और अधिक लाभों को प्राप्त कर सकें।

👉मकरासन की स्थिति में रहते हुए अब धीरे-धीरे सिर को बाईं तरफ घुमाते हुए, अपने बाएं पैर की एड़ी व पंजे को देखें, थोड़ा रुके फिर वापस मूल स्थिति में आ जाएं। इसी प्रकार दाईं तरफ भी देखें मूल अवस्था में वापस आ जाएं। यह 1 चक्र हुआ ।इस प्रकार 10 चक्कर पूरे करें ।श्वास प्रक्रिया सामान्य रखें।

👉वापिस मकरासन की स्थिति में आने के बाद धीरे-धीरे कोंहनी ओ को आगे की तरफ सरकाना चाहिए ।जैसे-जैसे कोंहनिया आगे सरकेंगी  वैसे – वैसे गर्दन के निचले हिस्से में हल्का तनाव उत्पन्न होगा। यथाशक्ति रूकें और धीरे-धीरे वापस मूल अवस्था यानी मकरासन की स्थिति में आ जाएं। अब धीरे-धीरे कोंहनियों को छाती के करीब लाएं और वापस मूल अवस्था में आ जाएं। इस प्रकार 1 चक्कर पूरा हो जाता है। इसी प्रकार अपनी इच्छा अनुसार 5 से 10 चक्कर पूरे कर सकते हैं।

👉मकरासन की स्थिति में रहते हुए, अब पहले एक पैर को घुटने से मोड़कर जांघ पर रखें। इस स्थिति में एड़ी नितंब प्रदेश को स्पर्श करेंगी। दूसरा पैर वैसा ही रहेगा। इसी क्रम में अब दूसरा पैर जांघ से स्पर्श करेगा तो पहला पैर वापस जमीन पर आएगा। क्रमबद्ध तरीके से यही क्रिया दोहराएं। इस क्रिया को तेजी के साथ भी किया जा सकता है।

👉यही क्रिया दोनों पैरों से एक साथ भी करें। इस प्रकार मकरासन करते हुए धीरे-धीरे सांस लेते और छोड़ते रहिए।

मकरासन के फायदे | Benefits of Makarasana in Hindi

  • गर्दन की सामान्य बीमारियों में लाभदायक।
  • स्फूर्ति, ताजगी और ऊर्जा प्राप्त होती है।
  • कमर दर्द, मेरुदंड वाले रोगियों में लाभदायक।
  • सर्वाइकल प्रॉब्लम, स्लिप डिस्क, स्पाॅण्डिलाइटिस में अत्यधिक लाभदायक होता है मकरासन।
  • अस्थमा/फुफ्फुस रोग से पीड़ित व्यक्ति में भी बहुत अधिक लाभ देता है।
  • मानसिक तनाव को कम करके मानसिक सुख प्रदान करता है।
  • माइग्रेन तथा मस्तिष्क विकारों को दूर करता है।
  • एकाग्रता को बढ़ाता है।
  • इस आसन को करने वाला मनुष्य बहुत अधिक ऊर्जावान रहता है तथा उसके चेहरे पर ओज (चमक) रहती है।

मकरासन करते समय सावधानियां | Precautions during Makarasana

  • अगर आपको कमर में कोई गंभीर चोट है तो योग शिक्षक की निगरानी में ही करें |
  • गर्दन में कोई घाव या गंभीर चोट है तो बिना योग शिक्षक इसे न करें |
  • अन्य स्थितियों में इस योग आसान को आसानी से किया जा सकता है |
  • यह सामान्य आसन है अत: अन्य नार्मल कमर दर्द, या गर्दन दर्द में इसे कर सकते है |
  • श्वास – प्रश्वास का ध्यान रखें |

धन्यवाद |

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