लाक्षादि गुग्गुल क्या है | What is Lakshadi Guggul in Hindi

लाक्षादि गुग्गुल : यह क्लासिकल आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका उपयोग हड्डियों के विकारों, वात विकारों एवं धातु क्षीणता में प्रमुखता से किया जाता है | अगर हड्डी टूट गई हो या कोई चोट लगी हो तो इस दवा के सेवन से हड्डी जल्दी जुड़ जाती है एवं साथ ही दर्द में भी आराम देती है |

इसका निर्माण लाख, हरसिंगार, अर्जुन छाल, अश्वगंधा, गंगेरन एवं गुग्गुलु जैसी जड़ी बूटियों के सहयोग से होता है | लाक्षादि गुग्गुल को वैद्य सलाह से अस्थि विकारों में उपयोग किया जा सकता है |

यह हड्डी टूटने, हड्डी में चोट लगने, हड्डी जुड़ने के बाद होने वाले दर्द एवं वात विकारों में लाभदायक आयुर्वेदिक दवा है | आयुर्वेदिक ग्रन्थ रसतंत्र सार में इसका वर्णन मिलता है |

यहाँ हमने लाक्षादि गुग्गुल के बारे में बताया है | इस आर्टिकल में आप इसके घटक द्रव्य, बनाने की विधि, चिकित्सकीय उपयोग एवं फायदों के बारे में पता चलेगा |

तो चलिए सबसे पहले जानते है लाक्षादि गुग्गुल के घटक द्रव्य के बारे में

लाक्षादि गुग्गुल

लाक्षादि गुग्गुल के घटक द्रव्य | Ingredients of Lakshadi Guggulu in Hindi

घटक का नाम मात्रा
अश्वगंधा (Withania Somnifera)1 भाग
गंगेरन (Sida Alba)1 भाग
लाख (Lac)1 भाग
हरसिंगार (Night Jasmine)1 भाग
अर्जुन छाल (Arjuna)1 भाग
गुग्गुलु (Commiphora Mukul)इन पाँचों की मात्रा के बराबर

बनाने की विधि : लाख, हरसिंगार, अर्जुन की छाल, अश्वगंधा, गंगेरन इन सभी को एक सामान मात्रा में लेकर इनका महीन चूर्ण बना लिया जाता है | अब इसमें इन सबके बराबर गुग्ग्लू मिलाकर 250 mg की गोलियां बना ली जाती है | इस प्रकार से तैयार औषधि लाक्षादि गुग्गुल कहलाती है | यह इस औषधि को बनाने की शास्त्रोक्त औषधि है |

लाक्षादि गुग्गुल के चिकित्सकीय उपयोग | Clinical Uses of Lakshadi Guggulu

  • अस्थि भंगुरता
  • अस्थि चोट में उपयोग
  • हड्डियों की कमजोरी में उपयोगी
  • हड्डी टूटने के पश्चात जल्द जोड़ने में उपयोगी
  • हड्डी जुड़ने के बाद भी दर्द में लाभदायक
  • रीड की हड्डी के विकारों में फायदेमंद
  • ओस्टियोपोरोसिस में उपयोग किया जाता है |
  • हड्डियों की चोट एवं लचक आदि में लाभदायक |
  • हड्डियों को जोड़ने की प्रक्रिया में तीव्रता लाने में सहायक
  • वात विकारों में
  • हृदय विकार
  • इम्युनिटी वर्द्धक
  • धातु क्षीणता
  • साईंटिका

सेवन की मात्रा | Doses

इसका सेवन वैद्य सलाह अनुसार करना चाहिए | आमतौर पर चिकित्सक इसकी एक – एक गोली की खुराक अन्य औषध योगों के साथ बताते है | लेकिन यह मात्रा रोगी एवं रोग की स्थिति के आधार पर बदल सकती है |

औषधि का सेवन करते समय वैद्य द्वारा निर्देशित परहेज जैसे खट्टी एवं बासी चीजों को न खाएं आदि का ध्यान रखें |

लाक्षादि गुग्गुल के बारे में सवाल – जवाब | FAQ

लाक्षादि गुग्गुल के क्या फायदे है ?

यह हड्डी टूटने, हड्डियों के दर्द, जोड़ो के दर्द, वातविकार एवं हृदय विकार आदि में फायदेमंद है |

खुराक की मात्रा क्या है ?

इसका सेवन एक से 2 गोली की मात्रा में सुबह – शाम दूध के साथ वैद्य सलाह अनुसार किया जा सकता है |

लाक्षादि गुग्गुल के नुकसान क्या है ?

इस औषधि के कोई ज्ञात दुस्प्रभाव नहीं है | लेकिन इसे निश्चित एवं निर्धारित मात्रा में सेवन करना चाहिए | अधिक मात्रा में लेने से सरदर्द जैसी समस्या हो सकती है |

लाक्षादि गुग्गुल का क्या मूल्य है ?

अलग – अलग कंपनी की दवा का मूल्य भी अलग – अलग है | बैद्यनाथ लाक्षादि गुग्गुल का मूल्य 287 रूपए के लगभग है |

धन्यवाद |

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