लाक्षादि गुग्गुल : यह क्लासिकल आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका उपयोग हड्डियों के विकारों, वात विकारों एवं धातु क्षीणता में प्रमुखता से किया जाता है | अगर हड्डी टूट गई हो या कोई चोट लगी हो तो इस दवा के सेवन से हड्डी जल्दी जुड़ जाती है एवं साथ ही दर्द में भी आराम देती है |
इसका निर्माण लाख, हरसिंगार, अर्जुन छाल, अश्वगंधा, गंगेरन एवं गुग्गुलु जैसी जड़ी बूटियों के सहयोग से होता है | लाक्षादि गुग्गुल को वैद्य सलाह से अस्थि विकारों में उपयोग किया जा सकता है |
यह हड्डी टूटने, हड्डी में चोट लगने, हड्डी जुड़ने के बाद होने वाले दर्द एवं वात विकारों में लाभदायक आयुर्वेदिक दवा है | आयुर्वेदिक ग्रन्थ रसतंत्र सार में इसका वर्णन मिलता है |
यहाँ हमने लाक्षादि गुग्गुल के बारे में बताया है | इस आर्टिकल में आप इसके घटक द्रव्य, बनाने की विधि, चिकित्सकीय उपयोग एवं फायदों के बारे में पता चलेगा |
तो चलिए सबसे पहले जानते है लाक्षादि गुग्गुल के घटक द्रव्य के बारे में
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लाक्षादि गुग्गुल के घटक द्रव्य | Ingredients of Lakshadi Guggulu in Hindi
घटक का नाम | मात्रा |
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अश्वगंधा (Withania Somnifera) | 1 भाग |
गंगेरन (Sida Alba) | 1 भाग |
लाख (Lac) | 1 भाग |
हरसिंगार (Night Jasmine) | 1 भाग |
अर्जुन छाल (Arjuna) | 1 भाग |
गुग्गुलु (Commiphora Mukul) | इन पाँचों की मात्रा के बराबर |
बनाने की विधि : लाख, हरसिंगार, अर्जुन की छाल, अश्वगंधा, गंगेरन इन सभी को एक सामान मात्रा में लेकर इनका महीन चूर्ण बना लिया जाता है | अब इसमें इन सबके बराबर गुग्ग्लू मिलाकर 250 mg की गोलियां बना ली जाती है | इस प्रकार से तैयार औषधि लाक्षादि गुग्गुल कहलाती है | यह इस औषधि को बनाने की शास्त्रोक्त औषधि है |
लाक्षादि गुग्गुल के चिकित्सकीय उपयोग | Clinical Uses of Lakshadi Guggulu
- अस्थि भंगुरता
- अस्थि चोट में उपयोग
- हड्डियों की कमजोरी में उपयोगी
- हड्डी टूटने के पश्चात जल्द जोड़ने में उपयोगी
- हड्डी जुड़ने के बाद भी दर्द में लाभदायक
- रीड की हड्डी के विकारों में फायदेमंद
- ओस्टियोपोरोसिस में उपयोग किया जाता है |
- हड्डियों की चोट एवं लचक आदि में लाभदायक |
- हड्डियों को जोड़ने की प्रक्रिया में तीव्रता लाने में सहायक
- वात विकारों में
- हृदय विकार
- इम्युनिटी वर्द्धक
- धातु क्षीणता
- साईंटिका
सेवन की मात्रा | Doses
इसका सेवन वैद्य सलाह अनुसार करना चाहिए | आमतौर पर चिकित्सक इसकी एक – एक गोली की खुराक अन्य औषध योगों के साथ बताते है | लेकिन यह मात्रा रोगी एवं रोग की स्थिति के आधार पर बदल सकती है |
औषधि का सेवन करते समय वैद्य द्वारा निर्देशित परहेज जैसे खट्टी एवं बासी चीजों को न खाएं आदि का ध्यान रखें |
लाक्षादि गुग्गुल के बारे में सवाल – जवाब | FAQ
लाक्षादि गुग्गुल के क्या फायदे है ?
यह हड्डी टूटने, हड्डियों के दर्द, जोड़ो के दर्द, वातविकार एवं हृदय विकार आदि में फायदेमंद है |
खुराक की मात्रा क्या है ?
इसका सेवन एक से 2 गोली की मात्रा में सुबह – शाम दूध के साथ वैद्य सलाह अनुसार किया जा सकता है |
लाक्षादि गुग्गुल के नुकसान क्या है ?
इस औषधि के कोई ज्ञात दुस्प्रभाव नहीं है | लेकिन इसे निश्चित एवं निर्धारित मात्रा में सेवन करना चाहिए | अधिक मात्रा में लेने से सरदर्द जैसी समस्या हो सकती है |
लाक्षादि गुग्गुल का क्या मूल्य है ?
अलग – अलग कंपनी की दवा का मूल्य भी अलग – अलग है | बैद्यनाथ लाक्षादि गुग्गुल का मूल्य 287 रूपए के लगभग है |
धन्यवाद |