नाराच रस कीटाणुनाशक एवं विरेचक औषधि है | इसमें शुद्ध पारा, गंधक एवं जमालघोटा आदि का योग होता है | इसका उपयोग कब्ज दूर करने एवं जलोदर जैसे रोगों को ठीक करने के लिए किया जाता है | यह लीवर से जुडी समस्याओं के लिए भी उपयोगी दवा है |
नाराच रस क्या है, इसके घटक एवं बनाने की विधि / Narach ras ke ghtak or banane ki vidhi
यह रस रसायन प्रकरण की आयुर्वेदिक औषधि है | मुख्यतः इसका उपयोग दीपन, पाचन और विरेचन के रूप में किया जाता है | इस दवा में निम्न घटक द्रव्यों का उपयोग होता है :-
- शुद्ध पारा – १ तोला
- सुहागे की खील – १ तोला
- काली मिर्च चूर्ण – १ तोला
- शुद्ध गंधक – २ तोला
- सोंठ – २ तोला
- पीपल – २ तोला
- जमालघोटा – ९ तोला
Narach ras बनाने की विधि :-
नाराच रस बनाने के लिए सर्वप्रथम शुद्ध पारा एवं गंधक की कज्जली बना लें | कज्जली बनाने के बाद अन्य द्रव्यों का चूर्ण बना उन्हें अच्छे से मिला लें | अब सभी जड़ी बूटियों का चूर्ण कज्जली में मिला लें | अब इस मिश्रण को खरल में डाल अच्छे से मर्दन करें | जब गोली बनाने लायक हो जाये तो इसकी छोटी छोटी गोलियां बना लें |
नाराच रस (Narach ras) का अनुपान/ सेवन कैसे करें ?
इसकी एक या दो गोली चावल के पानी के साथ सुबह 4 बजे देना चाहिए | इसमें जमालघोटा, पारा एवं गंधक जैसे द्रव्य हैं इसलिए इसका सेवन चिकित्सक की देख रेख एवं बतायी गयी मात्रा में ही करना चाहिए |
Narach ras के गुण एवं उपयोग / uses and benefits of narach ras
नाराच रस पाचक एवं तीव्र विरेचक औषधि है | यह पेट में जमे हुए दूषित मल को निकालने की क्षमता रखता है | इसके उपयोग निम्न प्रकार हैं :-
- यह रसायन गुल्म एवं कब्ज की समस्या में बहुत उपयोगी है |
- नाराच रस के सेवन से प्लीहा जैसे उदर रोग में फायदा होता है |
- जलोदर रोग में भी इसका उपयोग होता है |
- यह सुखपूर्वक विरेचन कराने के लिए उपयोग में लिया जाता है |
- इसमें कफ़ निसारक गुण भी होते हैं |
नाराच रस के फायदे क्या हैं / Narach ras ke fayde ?
इस रसायन में पारा एवं गंधक की कज्जली कीटाणु नाशक एवं रसायन प्रकृति का है | त्रिकुटा दीपक एवं पाचक है तथा जमालघोटा तीव्र विरेचक है | अतः यह दवा उदर विकारों जैसे कब्ज, गुल्म, जलोदर, प्लीहा आदि में विशेष हितकर होती है | नाराच रस के फायदे :-
- यह कब्ज की समस्या दूर करता है |
- इसका उपयोग विरेचन के रूप में किया जाता है |
- यह आंतो में जमा दूषित मल को निकाल देता है |
- इसके सेवन से पेट के कृमि नष्ट हो जाते हैं |
- यह उदर विकारो में उपयोगी है |
- यह कफ़ निकालने में भी फायदेमंद है |
नाराच रस के नुकसान / Narach ras ke side effects
इस औषधि में पारा एवं गंघक जैसे रसायन होते हैं एवं जमालघोटा की मात्रा अधिक होती है अतः इसका सेवन बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को नहीं कराना चाहिए | बहुत अधिक मात्रा में भी इसका सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है | इसलिय चिकित्सक के परामर्श से ही इसका सेवन करें |
धन्यवाद