खून साफ करने के लिए चमत्कारिक रक्त शोधक क्वाथ
खून की खराबी त्वचा विकारों एवं अन्य कई शारीरिक समस्याओं की जननी होती है | गलत आहार – विहार के सेवन एवं रसज धातुओं की विकृति , अधारणीय वेगों को धारण करने से (मल एवं मूत्र का वेग रोकने से) रक्त में कई अशुद्धियाँ मिल जाती है , जिससे रक्त अशुद्ध हो जाता है |
रक्त हमारे शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति करने एवं शरीर के निर्माण में सहयोग का कार्य करता है | लेकिन दूषित रक्त शरीर में विकृति फैलता है | इसका पहला असर हमारी त्वचा पर दिखाई देता है , जैसे चेहरे पर फोड़े – फुंसियाँ होना , त्वचा पर खुजली , दाद आदि | इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए आयुर्वेदिक दवा , स्किन क्रीम आदि का प्रयोग करते है लेकिन फिर भी ये जल्दी से ठीक नहीं होते |
क्योंकि इन सभी समस्याओं में रक्त की विकृति मुख्य होती है , अत: आज हम आपके लिए एक रक्त शोधक क्वाथ की जानकारी लेकर आयें है जिसका प्रयोग करने से आप की सभी प्रकार की रक्त विकृति दूर होती है एवं फोड़े – फुंसियों की समस्या से निजात मिलता है |
रक्त शोधक क्वाथ
इसके लिए निम्न औषधियों की आवश्यकता होगी जिन्हें आप किसी पंसारी की दुकान से आसानी से खरीद सकते है |
चोपचीनी – 5 ग्राम
उन्नाव – 5 ग्राम
आंवला – 5 ग्राम
हरड – 5 ग्राम
बहेड़ा – 5 ग्राम
सफ़ेद चन्दन – 5 ग्राम
लाल चन्दन – 5 ग्राम
ब्रह्मदंडी – 5 ग्राम
इन सभी को ऊपर बताई गई मात्रा में ले आवें | अब इनको हल्का कूटकर दरदरा कर ले | आधा लीटर पानी में रात भर के लिए इनको भिगों दे | सुबह पानी को आग पर गरम करे , जब पानी एक चौथाई बचे तो इसे उतार कर ठंडा करले | इस क्वाथ को छान कर रोगी को पीना चाहिए |
सेवन की विधि – रक्त अशुद्धि से पीड़ित को 50 ग्राम की मात्रा में इस क्वाथ का प्रयोग सुबह एवं शाम कुच्छ समय के लिए करना चाहिए | अगर आप क्वाथ को सीधा न पी सके तो इसमें 10 ग्राम शहद मिलाकर सेवन कर सकते है |
रक्त शोधक क्वाथ के फायदे
खून की खराबी अर्थात रक्त अशुद्धि मे इस क्वाथ का प्रयोग करने से जल्द ही रक्त शुद्ध होने लगता है | रक्त की अशुद्धि के कारण होने वाली खुजली, चेहरे की फोड़ा – फुंसी, दाद, पिम्पले आदि सभी विकार दूर होते है | साथ ही खून शुद्ध होने से कब्ज, चर्म रोग, शारीर में बढ़ा हुआ पीत, कमजोर शरीर एवं चक्कर आना आदि समस्याएँ जड़ से खत्म हो जाती है |
अगर आप रक्त की अशुद्धि से झुझ रहें है तो निश्चित ही यह योग आपके काम आयेगा |
धन्यवाद |