Ling ki नसों की कमजोरी के लिए टेबलेट: आयुर्वेद एक विस्तृत चिकित्सा विज्ञानं है । इस चिकित्सा में शरीर के हर एक मर्ज की दवा प्राकृतिक तरीकों एवं हर्बल औषधियों के द्वारा संभव है । इसमें आयुर्वेदिक प्रोसीजर, थेरेपी, हर्बल उपचार एवं आयुर्वेदिक दवाओं के द्वारा रोग को जड़ से खत्म करने का कार्य किया जाता है । लिंग की नशों की कमजोरी में भी आयुर्वेद विभिन्न दवाओं के द्वारा लाभ पहुंचाता है । आज के इस लेख में हम Ling ki नसों की कमजोरी के लिए टेबलेट आदि के बारे में आपको विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवाएंगे । तो चलिए सबसे पहले जानते हैं लिंग की नसें कैसे कमजोर होती हैं ।
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लिंग की नसें क्यों कमजोर होती हैं ?
देखिये इसके लिए विभिन्न कारक जिम्मेदार हैं । खान – पान से लेकर उम्र, शराब, धुम्रपान आदि एसे कारण जो कुछ समय निकाल कर लिंग की नशें कमजोर कर देती हैं । आज कल जंक फ़ूड, फास्ट फ़ूड, कोल्ड ड्रिंक्स आदि का प्रचलन बहुत अधिक हो गया है । जो आगे चलकर पुरुषों के यौन स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालती हैं । लिंग की नसें कमजोर होने में भी इन्ही कारणों का मुख्य योग दान होता है । लम्बे समय तक इन अनहेल्थी फ़ूड और हैबिट के कारण अधिकतर ये समस्याएँ देखने को मिलती हैं ।
Ling ki नसों की कमजोरी के कारण
- लिंग पर कोई आघात
- इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या
- फ़ास्ट फ़ूड का अधिक सेवन
- शराब एवं धुम्रपान का अधिक सेवन
- अधिक तनाव के कारण
- शरीर में पौषक तत्वों की कमी
- डायबिटीज और हृदय विकार
- शारीरिक श्रम की कमी
- नसों में रक्त प्रवाह की कमी
- अन्य संभावित कारणों में ख़राब जीवन शैली भी इसका एक प्रमुख कारण है ।
आयुर्वेद में Ling ki नसों की कमजोरी के लिए टेबलेट
देखिये हमने आपको पहले भी बताया हैं कि लिंग की नसों की कमजोरी में आयुर्वेद एक विश्वसनीय विकल्प है । अगर आप इरेक्शन की कमी या लिंग की नसों की कमजोरी के कारण ढीलेपन से झुझ रहें हैं तो निश्चित ही आपको निचे बताई गई आयुर्वेदिक टेबलेट के बारे में पढना चाहिए । साथ ही इन दवाओं का सेवन आपको अपने वैद्य की सलाह अनुसार Ling Ki Naso की कमजोरी में उपयुक्त रूप से करना चाहिए ।
1. एक नंबर है कामसुधा योग कैप्सूल (Swadeshi Kamsudha Yog)
अगर Ling की नसों में आई कमजोरी को दूर करना हो या इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को ठीक करना हो तो आपको कामसुधा योग कैप्सूल के बारे में अवश्य पढना चाहिए । यह दवा पिछले कुछ वर्षों से विश्वसनीय परिणाम दे रही है । इस टेबलेट का फार्मूलेशन आयुष डिपार्टमेंट द्वारा अप्रूव हैं । यह आयुर्वेद की विश्वसनीय ling ki नसों की कमजोरी दूर करने वाली आयुर्वेदिक दवा है । इसमें विभिन्न आयुर्वेदिक घटक इस्तेमाल होते हैं जो विभिन्न यौन समस्याओं को दूर करने में कारगर हैं ।
घटक: शिलाजीत, अश्वगंधा, समुद्रशोष, प्रवाल पिष्टी, त्रिवंगभस्म, अकरकरा, अतिबला, शतावरी, कौंच जैसे कुल 21 आयुर्वेदिक घटक
फायदे: लिंग की नसों की कमजोरी, इरेक्टाइल डिसफंक्शन, premature स्खलन, शुक्राणुओं की कमी, वात विकृति आदि रोगों में विश्वसनीय फायदे मिलते हैं ।
2. टेंटेक्स फोर्ट टेबलेट (Himalaya Tentex Forte)
हिमालय ड्रग्स लिमिटेड की Tentex forte टेबलेट लिंग की कमजोरियों को दूर करने में एक फायदेमंद दवा हैं । यह विभिन्न आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से मिलकर बनी है जिनका कार्य नसों की कमजोरियों को दूर करना होता है । tentex फोर्ट कैप्सूल का इस्तेमाल भी तनाव की कमी, लिंग में कमजोरी आदि के लिए प्रमुखता से किया जाता है । इसका इस्तेमाल एक – एक टेबलेट के रूप में सुबह – शाम या वैद्यकीय निर्देश अनुसार करना फायदेमंद रहता है ।
घटक: अश्वगंधा, शिलाजीत, गोखरू, कौंच आदि
फायदे: नसों की कमजोरी, तनाव की कमी, शीघ्र स्खलन, एवं अन्य यौन समस्याएँ में यह फायदेमंद आयुर्वेदिक दवा है ।
3. स्पेमन टेबलेट्स (Himalaya Speman Tablets)
हिमालय की एक ओर प्रशिद्ध पुरुष यौन स्वास्थ्य के लिए उत्तम उत्पाद है स्पेमन टेबलेट । यह टेबलेट फॉर्म में आती है और पुरुषों में होने वाली Ling की नसों की कमजोरी को दूर करने एवं शुक्राणुओं की कम गतिशीलता को ठीक करने के लिए उपयोग होती है । इस औषधि का प्रयोग मेल नपुंसकता को दूर करने के लिए किया जाता है । इसमें भी विभिन्न आयुर्वेदिक जड़ी – बूटियों का समावेश होता है जो पुरुषों में आई लिंग की नसों के ढीलेपन को दूर करने में अच्छा कार्य करती हैं ।
घटक: गोखरू, स्वर्णवंग, वृद्धदारू, कौंच बीज, जीवन्ति, सालम मिश्री आदि ।
फायदे: गर्भधारण में उपयोगी, पुरुषों की नपुंसकता को दूर करने में फायदेमंद, लिंग के ढीलेपन को दूर करने में उपयोगी, लिंग की नसों का करती है उपचार
4. केरला आयुर्वेद अजाक्स टेबलेट (Kerala Ayurveda Ajax Tablet)
केरला आयुर्वेद फार्मेसी की अजाक्स टेबलेट भी पुरुषों में आई लिंग के ढीलेपन के लिए उचित आयुर्वेदिक दवा है । यह नसों में आई कमजोरी, लिंग का ढीलापन, तनाव की कमी, शीघ्रस्खलन जैसी समस्याओं में विशेषकर लाभदायक होती है । इसमें विभिन्न प्रकार की आयुर्वेदिक हेर्ब्स डाली गई है जो पुरुषों में यौन स्वास्थ्य को सुधारने में लाभकारी है । इसकी यूनिक फार्मूलेशन पुरुषों को यौन समस्याओं में अच्छा परिणाम देती हैं ।
घटक: अश्वगंधा, कपिकच्छु, कोकिलाक्ष, गोखरू, तालमुली, एवं यशद भस्म जैसी बहुत सी जड़ी – बूटियां विद्यमान है ।
फायदे: लिंग की नसों के ढीलेपन को दूर करती है, नपुंसकता, शीघ्रस्खलन, और धात जैसी समस्याओं में फायदेमंद साबित होती है ।
5. शुक्रवल्लभ रस (Shukra Vallabh Ras)
शुक्रवल्लभ रस एक शास्त्रोक्त आयुर्वेदिक दवा है जो पुरुषों की यौन कमजोरियों को दूर करने के लिए प्राचीन समय से आयुर्वेद में इस्तेमाल होते आई है । यह दवा टेबलेट फॉर्म में आती है । जिसका इस्तेमाल अन्य आयुर्वेदिक औषधीय योगों के साथ प्रमुखता से किया जाता है । इसे शक्रवल्लभ रस के नाम से भी जानते हैं । ध्यान में रखने योग्य इस औषधि में यह है कि यह रस प्रकरण की औषधि है अत: इसमें धातुओं एवं खनिज घटकों की उपस्थिति होती है । इसे वैद्यकीय सलाह से ही इस्तेमाल करना चाहिए ।
घटक: इसमें अभ्रक भस्म, स्वर्ण भस्म, रजत भस्म, लौह भस्म, शुद्ध पारद, शुद्ध गंधक, स्वर्णमाक्षिक भस्म
फायदे: शक्रवल्लभ रस एक बहुत ही लाभदायक दवा है जो पुरुषों के लिंग की नशों में रक्त संचार बढाकर उसे भरपूर तनाव देती है, इसके अलावा नपुंसकता, यौन दुर्बलताएं, एवं शीघ्रस्खलन में विशेष लाभदायक है ।
Ling ki नशें कमजोर होने के नुकसान
अगर आप भी लिंग की कमजोर नसों से परेशान है तो आप भली भांति इसके नुकसानों से भी अवगत होंगे । वैसे अधिकतर ऐसा देखा गया है कि जिन पुरुषों की लिंग की नशें कमजोर होती हैं उनको बहुत सी अन्य यौन कमजोरियां भी हो जाती हैं । क्योंकि पुरुष अपने जननांग के ढीलेपन के कारण सहवास में असमर्थ हो जाता है । तो चलिए जानते हैं लिंग की नशें कमजोर होने से कौन – कौन से नुकसान हो सकते हैं ।
- स्तम्भन दोष से पीड़ित हो जाते हैं
- कामेच्छा में कमी
- शीघ्र स्खलन की समस्या हो जाती है
- तनाव की कमी हो जाना
- सहवास में मन न लगना
- घृणा एवं इर्ष्य जैसी मानसिक व्याधियां भी ग्रसित कर लेती हैं
- लिंग की नसों की कमजोरी के कारण सबसे अधिक नपुंसकता की समस्या देखने को मिलती है ।
सामान्य सवाल – जवाब (FAQ)
क्या ling ki नसें आहार – विहार के कारण कमजोर होती हैं ?
जी हाँ, लिंग की नसें गलत खान – पान एवं आहार विहार के कारण भी कमजोर हो सकती हैं ।
लिंग की नसें कमजोर होने के अन्य क्या कारण हो सकते हैं ?
जननांग पर कोई चोट, शराब, धुम्रपान या नशे का अधिक सेवन करना भी लिंग की नसें कमजोर होने का कारण हो सकता है ।
Ling ki नसों की कमजोरी के लिए टेबलेट क्या हैं ?
लिंग की नसों की कमजोरी दूर करने के लिए आयुर्वेद में कामसुधा योग, हिमालय की टेंटेक्स फोर्ट, स्पेमन, ajax कैप्सूल और बहुत से तेल भी विद्यमान है ।
किस उम्र के लोग अधिक प्रभावित होते हैं लिंग की नसों की कमजोरी से ?
अधिकतर ऐसा देखा गया है कि इसके लिए 35 से अधिक उम्र के व्यक्ति अधिकांश प्रभावित होते हैं और जिन्हें मधुमेह जैसी समस्या लम्बे समय से है ।
आयुर्वेद में इसका क्या उपचार है ?
आयुर्वेद यौन दुर्बलताओं के लिए सबसे विश्वसनीय चिकित्सा विज्ञानं है । इसके लिए आयुर्वेद में विभिन्न दवाएं, प्रोसीजर और योग आदि उपस्थित हैं जिसके द्वारा आसानी से लिंग की नसों की कमजोरी को दूर किया जा सकता है ।
LING KA DILA PAN TIGHT NAHI HOTA HAI 35 YA 40 PERSENT HOTA HAI
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