मन्मथ रस के 10 फायदे : Manmath Ras Ke Fayde in Hindi

Manmath Ras Ke Fayde: मन्मथ रस आयुर्वेद चिकित्सा की एक क्लासिकल रस प्रकरण की आयुर्वेदिक दवा है । इस दवा के बारे में हमने पूर्व में भी सम्पूर्ण जानकारी यहाँ पर उपलब्ध करवा चुके हैं । अगर आप जानना चाहते हैं कि मन्मथ रस के फायदे क्या हैं एवं यह कैसे और किन रोगों के उपचार में काम में लिया जाता है तो यह लेख आपके लिए लाभदायक होने वाला है ।

Manmath Ras Ke Fayde in Hindi

पुरुषों में मर्दाना ताकत बढ़ाने एवं यौन दुर्बलताओं को दूर करने के लिए मन्मथ रसायन एक उत्तम कोटि की आयुर्वेदिक दवा है । अपनी महिला साथी के साथ बेड में समय बढ़ाने एवं अन्य पुरुषों की दुर्बलताओं को दूर करने के लीये इसका प्रयोग आयुर्वेद चिकित्सा में होता है ।

चलिए सबसे पहले जानते हैं Manmath Ras की सामान्य जानकारी –

Name:Manmath Ras in Hindi
Uses:Sexual Weakness, Low libido, EP etc.
Ingredients:Parad, Gandhak, Abhrak Bhasma, Loh Bhasma, Vidarikand, Talamkhana
Dosage:1 Tablet twice a day
Side EffectsNo Side Effect if taken with Ayurvedic Physician Advice

Manmath Ras ke Fayde in Hindi | मन्मथ रस के 15 फायदे

मन्मथ रस के फायदे पुरुषों के लिए 10 से भी अधिक हैं । लेकिन यहाँ हम Manmath Ras Ke Fayde in Hindi में सिर्फ 10 प्रमुख फायदों के बारे में ही बताने वाले है । इस आयुर्वेदिक औषधि का प्रयोग पुरुषों में कामशक्ति की कमी को दूर करने के लिए किया जाता है ऐसा तो आप सभी जानते ही हैं । परन्तु यह कैसे एवं कौन से रोगों में फायदेमंद है इसकी जानकारी यहाँ निचे दे रहें है –

1. सहवास की शक्ति: मन्मथ रस में पुरुषों में बल एवं वीर्य की वृद्धि करने वाले घटक है जो सहवास की शक्ति को बढ़ावा देते हैं । अगर आप सहवास की शक्ति की कमी से झुझ रहें है तो Manmath Ras in hindi का प्रयोग वैद्य सलाह से कर सकते हैं । यह शरीर में आई कमजोरी को दूर करके पुरुषों को बलवान बनाती है एवं उन्हें बेड में समय बढ़ाने में भी मदद करती है ।

2. पुरुषत्व बनाये रखना: Manmath Ras Benefits in Hindi में एक यह फायदा भी है कि मन्मथ रस पुरुषों के पुरुषत्व को बनाये रखने के लिए लाभदायक है । अगर आप अपने पुरुषत्व को बनाये रखना चाहते है तो निश्चित ही मन्मथ रस का प्रयोग वैद्य सलाह अनुसार कर सकते है । यह विदारीकन्द, कौंच एवं शतावरी जैसे घटकों के साथ अन्य रस औषधि के मिलने से बना होती है । अत: ये घटक पुरुषत्व को बरकरार रखने में मदद करते हैं ।

3. नपुंसकता में फायदेमंद: Manmath Ras के फायदे में नपुंसकता नाशक गुण विद्यमान होते हैं । नपुंसकता की समस्या में वैद्य सलाह से इसका प्रयोग करने से तीव्रता से इस समस्या में लाभ मिलता है । अभ्रक भस्म, लौह भस्म, पारद एवं गंधक जैसे घटक पुरुषों के नपुंसकता को दूर करने में समर्थ औषधि है ।

4. शीघ्रस्खलन में फायदे: मन्मथ रस शीघ्र स्खलन की समस्या को दूर करने में सहायक आयुर्वेदिक दवा है । इसमें अफीम न होते हुए भी यह शीघ्रपतन के मरीजों के लिए अच्छा कार्य करती है । दूसरा अगर चिकित्सकीय दिशा निर्देश अनुसार प्रयोग किया जाए तो निश्चित ही लम्बे समय तक रोगी को इस समस्या दूर रखती है । आप अगर इसका प्रयोग करना चाहते है तो वैद्य से पहले परामर्श लें और उसके पश्चात ही इसे प्रयोग में लीजिये ।

5. शुक्राणुओं की कमी में फायदे: पुरुषों में होने वाले अल्प शुक्राणु जैसे रोग में आयुर्वेदिक चिकित्सक अन्य आयुर्वेदिक बल एवं वीर्य वर्द्धक दवाओं के साथ मन्मथ रस के फायदे भी मिले इसका प्रयोग करते है । यह अजवायन, तालमखाना एवं विदारीकन्द जैसे घटकों से तैयार होने वाली औषधि होने के कारण शुक्राणुओं के वर्द्धन का भी कार्य करती है ।

6. पेशीय तनाव: स्नायु दुर्बलता एवं पेशीय तनाव की समस्या में Manmath Ras ke Fayde in Hindi देखें तो यह स्नायु दुर्बलता को दूर करके पेशीय तनाव की समस्या को दूर करती है । आयुर्वेद के श्री गोपाल एवं बला तेल की तरह ही मन्मथ रस का प्रयोग करने से इन रोगों में लाभ मिलता है ।

7. उत्तेजना की कमी: अगर आप जननांग की उत्तेजना की कमी से पीड़ित है एवं आपकी उम्र शादी लायक हो गई है तो manmath ras in hindi का उपयोग एक – एक गोली सुबह – शाम दूध के साथ प्रयोग करने से लाभ मिलता है । यह समस्या लगभग अधिक उम्र के लोगों में अधिक देखने को मिलती है । इस स्थिति में मन्मथ रस का उपयोग करने से लाभ मिलता है ।

8. बल वर्द्धन के लिए: पुरुषो के लिए शरीर में बल वर्द्धन में उपयोगी आयुर्वेदिक दवा है । इसमें जायफल, जावित्री, एवं शतावरी जैसे घटक है जो शरीर में बल वर्द्धन का कार्य करते है । अत: अगर आप चाहते है कि आपके शरिर में प्राकृतिक बल रहे एवं रोगों से लड़ने की शक्ति भी बनी रहे तो आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लेकर इस औषधि का प्रयोग 1 गोली प्रतिदिन कुच्छ समय के लिए प्रयोग की जा सकती है ।

9. धातु रोग में फायदे: धातु विकृति या धातु दुर्बलता की समस्या होने पर पुरुषो में पेशाब के साथ धुत गिरने लगती है जो पुरुषों की यौनशक्ति एवं बल को कम करती है । इस स्थिति में धातु पौष्टिक चूर्ण एवं वीर्य शोधन चूर्ण के साथ Manmath Ras का प्रयोग करने से तीव्रता से रोग दूर होता है । धातु रोग में वीर्य शोधन चूर्ण, कामसुधा योग, धातु पौष्टिक चूर्ण सुबह – शाम एवं साथ में कब्ज नाशक आयुर्वेदिक दवा का प्रयोग नित्य रात्रि में प्रयोग करने से लाभ मिलता है ।

10. स्तम्भन गुणों की वृद्धि: स्तम्भन दोषों को दूर करने के लिए मन्मथ रस का प्रयोग आयुर्वेदिक चिकित्सक बताते हैं । इन रोगों में मन्मथ रस अपने स्तंभक गुणों के कारण लाभदायक है । इसे लम्बे समय तक सेवन की सलाह नहीं दी जाती । लेकिन एक शोर्ट समय के लिए 10 से 15 दिन तक रेगुलर उपयोग करवाया जा सकता है ।

मन्मथ रस के संभावित नुकसान | Side Effects of Manmath Ras

इस आयुर्वेदिक दवा के कोई भी ज्ञात दुष्प्रभाव नहीं है । परन्तु किसी भी रस रसायन औषधि का प्रयोग हमेंशा निर्देशित मात्रा में ही करना चाहिए । अगर आप इसे निर्देशित मात्रा से अधिक लेते है तो यह आपके लिए कुछ नुकसान प्रकट कर सकती है । सामान्य दुष्प्रभावों में सिर दर्द, पेट दर्द एवं पेट में मरोड़ जैसी सम्भावना हो सकती है ।

निष्कर्ष: इस लेख का निष्कर्ष यह है कि आयुर्वेद की दवाएं वास्तव में ही रोगों का समूल नाश करती है । Manmath Ras Ke Fayde in Hindi देखने के पश्चात आपको यह तो समझ आ गया होगा की यह दवा पुरुषों के लिए अत्यंत ही लाभदायक है । परन्तु इसका अर्थ यह नहीं है कि इसे आप बिना चिकित्सकीय परामर्श सेवन करें । क्योंकि आयुर्वेद की साधारण औषधियाँ बिना चिकित्सकीय सलाह ली जा सकती है परन्तु रस रसायन का सेवन चिकित्सक के परामर्श से ही करना चाहिए ।

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