कब्ज और अपच में क्या अंतर है ? | Difference between Constipation and Indigestion

कब्ज और अपच को अधिकतर लोग एक जैसा ही समझ लेते है | ये दोनों रोग अलग – अलग है | इन दोनों के कारण एवं लक्षण भी भिन्न होते है | आज के इस लेख में हम आपको कब्ज और अपच के बीच का अंतर बताएँगे | साथ ही इन रोगों के लिए जिम्मेदार कारणों का भी उल्लेख करेंगे |

कब्ज रोग में मल कठोर होकर बाहर निकलने में परेशानी पैदा करता है | साथ ही कब्ज में आँतों में भी विकार उत्पन्न हो जाता है वहीँ अपच रोग पाचन से सम्बंधित है | इसमें खाए – पिए आहार का पाचन ठीक ढंग से नहीं होता, पेट भरा – भरा सा महसूस होता है |

कब्ज और अपच के बीच का अंतर

चलिए जानते है कब्ज और अपच के बीच का अंतर

कब्ज क्या है? (Constipation)

यह रोग मल अवरोध से सम्बंधित है | कब्ज की समस्या आँतों में आई विकृति के कारण होती है | इस रोग में मल निकलना बंद हो जाता है | क्योंकि आंते मल से पानी का अवशोषण कर लेती है एवं कब्ज को सुखा देती है | जिस कारण रोगी मल त्याग करने में असमर्थ महसूस करता है |

यह रोग आज विस्तृत रूप ले चूका है | प्रत्येक घर में कोई न कोई आपको कब्ज से पीड़ित अवश्य मिल जायेगा | कब्ज का मुख्य कारण आहार – विहार की गलतियों को माना जा सकता है |

आयुर्वेद अनुसार कब्ज रोग अखाद्य सेवन, वातप्रधान ज्वर में, एवं मन्दाग्नि होने पर भारी भोजन का सेवन करने से हो जाता है | आयुर्वेद में इस रोग के उपचार के लिए आपको पाचन को सुचारू करने एवं मृदु विरेचक औषधियों का प्रयोग करवाया जाता है |

कब्ज के कारण

  • ज्वर, पीलिया एवं बवासीर रोग के कारण
  • भोजन कम करने के कारण
  • आंतो की विकृति
  • भारी भोजन का सेवन करना
  • अधिक चाय एवं कॉफ़ी का सेवन
  • यकृत की विकृति के कारण भी कब्ज हो जाता है
  • बिना परिश्रम दिन भर आलस्य भरी दिनचर्या
  • रात्रि में देर तक जागना
  • असमय शौच के लिए जाना
  • मलत्याग की इच्छा होते हुए भी रोकना

कब्ज के लक्षण

कब्ज से पीड़ित होने पर निम्न लक्षण प्रकट होते है –

  • मल त्याग के लिए नहीं जाना
  • पेट बराबर साफ़ नहीं होना
  • रोगी को शौच के पश्चात भी पेट भरा हुआ महसूस होना
  • मलत्याग निश्चित समय पर नहीं होना
  • सिर में भारीपन बना रहना
  • मलत्याग प्रतिदिन नहीं होना
  • बैचेनी
  • पेटदर्द
  • पेट का पूर्णतया साफ नहीं होना

अपच क्या है? (Indigestion)

अपच को आप इसके नाम से भी समझ सकते है | यह बदहजमी से सम्बन्धी रोग है | इसमें पेट के उपरी हिस्से में बैचेनी होती है | क्योंकि पाचन के लिए बनने वाले एसिड के कारण अमाशय की दीवारों को क्षति पहुँचती है एवं पेट में सुजन, दर्द एवं जलन महसूस होता है जो बहुत ही पीड़ा देता है |

अपच भी आजकल बहुत ज्यादा फ़ैल रहा है | इस रोग का कारण भी आपकी जीवन शैली एवं आहार मुख्य है | फ़ास्ट फ़ूड एवं प्रिजर्व फ़ूड का अत्यधिक सेवन करने से अपच पैदा हो सकती है |

अपच के कारण:

  • क्षमता से अधिक खाना
  • तीव्रता से भोजन करना
  • फ़ास्ट फ़ूड का अत्यधिक सेवन करना
  • अधिक मिर्च मसाले एवं गर्म मसाले युक्त भोजन का सेवन
  • कैफीन का अत्यधिक सेवन
  • गैस एवं कब्ज की समस्या
  • एसिड का अधिक बनना
  • लम्बे समय तक गैस बढ़ाने वाले आहार का सेवन करना
  • पाचन की गड़बड़ी

अपच के लक्षण:

  • पेट के उपरी हिस्से में दर्द
  • पेट में जलन महसूस होना
  • भोजन का पाचन ढंग से न होना
  • पेट भरा हुआ महसूस होना
  • उल्टी की इच्छा होना
  • अनिद्रा हो जाना
  • कब्ज बनना
  • पेट में गैस बनना
  • पेट का भरा हुआ महसूस होना
  • भोजन भी ढंग से नहीं पचता
  • भोजन की इच्छा नहीं होती

निष्कर्ष

इस लेख का निष्कर्ष यह है कि कब्ज एवं अपच दोनों अलग – अलग रोग है | इन दोनों में उपरोक्त अंतर है अर्थात दोनों के कारण, लक्षण एवं रोग का प्रारूप भी भिन्न है | कब्ज में जहाँ मल अवरोध की समस्या रहती है वहीँ अपच पाचन विकृति से सम्बंधित रोग है जिसमे पेट के उपरी हिस्से में दर्द एवं जलन महसूस होती है |

आशा है कब्ज और अपच के बीच का अंतर आप इस लेख में समझ गए होंगे | अगर आपका कोई व्यक्तिगत सवाल है तो हमारे whatsapp पर मेसेज करें या निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके भी सवाल पूछ सकते है |

धन्यवाद |

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