
दर्द निवारक तेल – घर पर बनायें ! जोड़ों के दर्द, कमर दर्द एवं मांसपेशियों के दर्द से छुटकारा पायें
बाज़ार में कई कंपनियों के दर्द निवारक तेल आसानी से उपलब्ध हो जाते है, लेकिन ये कितने कारगर है कोई निश्चित परिणाम उपलब्ध नहीं होते | इन दर्द नाशक तेल का निर्माण करने वाली कंपनियां टीवी विज्ञापनों एवं ऑनलाइन विज्ञापनों पर करोड़ों रूपए खर्च करती है |
विज्ञापनों में अभिनेताओं के माध्यम से अपने तेल के गुण गान करती है | लेकिन वास्तविकता में ये तेल कितने परिणाम देते है ये किसी को नहीं पता |
लेकिन मैं अगर कंहू की आप इन बाज़ार में मिलने वाले दर्द निवारक तेल से अच्छा एवं रिजल्ट देने वाला तेल घर पर बना सकते है तो आपका कैसा रिएक्शन होगा |
जी हाँ आप इन बाजारू दर्द निवारक तेल से अच्छा एवं 100% इफेक्टिव तेल घर पर तैयार कर सकते है | यह अनुभूत योग है जो सैंकड़ो मरीजों पर प्रभावी साबित हुआ है |

जब कभी समय मिला तो निश्चित ही मैं उन मरीजों को विडियो के माध्यम से आप सभी के समक्ष लेकर आऊंगा एवं आपको परिणाम से अवगत करवाऊंगा |
तो चलिए अब जानते है इस तेल को बनाने में काम आने वाली जड़ी – बूटियों एवं अन्य सामग्रियों के बारे में –
दर्द निवारक तेल में प्रयुक्त जड़ी – बूटियाँ
- तिल तेल – 500 मिली
- आक की जड़ – 50 ग्राम
- धतूरे की जड़ – 50 ग्राम
- लहसुन – 50 ग्राम
- सौंठ – 50 ग्राम
- मेथी दाना – 30 ग्राम
- राई दाना – 30 ग्राम
- भीमसेनी कपूर – 30 ग्राम
- लौंग तेल – 10 मिली
दर्द निवारक तेल बनाने की विधि
इस आयुर्वेदिक दर्द निवारक तेल को बनाने के लिए सबसे पहले आक के निचे की मिट्टी हटाकर जड़ निकाल लें | इस जड़ को छीलकर अन्दर का कठोर भाग फेंक दें | इसी प्रकार से धतूरे की जड़ भी निकाल लें
अब आक की जड़, धतूरे की जड़ एवं लहसुन को कूटकर लुग्दी जैसा बना लें | साथ ही सौंठ, मेथी दाना एवं राई को कुटले एवं थोडा पानी मिलाकर इसे भी लुगदी जैसा तैयार करलें |
अब एक लोहे की कड़ाही में तिल तेल को डालकर मंद आंच पर हल्का गरम करें | हल्का गरम होने के पश्चात आक की जड़ से लेकर राई तक सभी को इस तेल में डालदें एवं पाक करें |
जब अच्छी तरह पाक हो जाए अर्थात तेल में पानी न बचे तो इसे निचे उतारलें | हल्का गरम रहने पर भीमसेनी कपूर और लौंग तेल डालकर मिलालें |
ठंडा होने पर सूती कपड़े से छान लें एवं किसी बर्तन में रखलें | यह उत्तम प्रकार का आयुर्वेदिक दर्द नाशक तेल तैयार है | यह जोड़ों के दर्द, घुटनों के दर्द, कमर दर्द एवं मांसपेशियों के दर्द में बहुत ही प्रभावी आयुर्वेदिक तेल है |
दर्द निवारक तेल के फायदे या प्रयोग
जोड़ो के दर्द
आमवात या वातविकार के कारण जोड़ो में दर्द आदि की समस्या होती है | इस दर्द निवारक तेल की मालिश करने पर जोड़ो के दर्द से तुरंत राहत मिलती है | मालिश करने के लिए तेल को हल्का गरम करें एवं लगभग 10 मिनट तक लगातार मालिश करें |
घुटनों के दर्द में दर्द नाशक तेल का प्रयोग
घुटनों के दर्द की समस्या में भी इस तेल का प्रयोग बेहद परिणामी होता है | इसकी मालिश करने से आराम मिलता है | इस तेल की जानु बस्ती लेने से भी काफी आराम मिलता है | जानु बस्ती आयुर्वेद की पंचकर्म चिकित्सा का एक भाग है जो मुख्यत: घुटनों के दर्द के लिए प्रयोग करवाया जाता है |
कमर दर्द
कमर दर्द के लिए इस दर्द निवारक तेल की हल्का गरम करके मालिश करने से लाभ मिलता है | अगर आपको लम्बे समय से कमर दर्द की शिकायत रहती है तो लगातार इस तेल की मालिश करने से अच्छा परिणाम मिलता है |
मांसपेशियों में दर्द
अगर आपकी मांसपेशियों में दर्द रहता है या आपका प्रोफेस्सन एसा है कि पुरे दिन के काम के पश्चात आपकी मांसपेशियां अकड़ जाती है तो यह तेल आपके लिए फायदेमंद साबित होगा | जहाँ भी दर्द हो या मांसपेशियां अकड़ी हो तो हल्के हाथों से इसकी मालिश करें तुरंत राहत मिलेगी |
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धन्यवाद |