पेट में अल्सर की समस्या को दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय

आज के समय में हमारे अनियमित होते खान-पान की वजह से पेट में अल्सर होना आम बात हो गई है।‌ हमारे देश में भी अलसर से पीड़ित लोगों की संख्या दिन प्रतिदिन बढती जा रही है । अल्सर का सीधा सा मतलब है छालों से, जब हमारे पेट में एसिडिटी (Acidity) लेवल बढ़ जाता है, तो यह हमारे पेट और छोटी आंतों पर घाव कर देता है।

अल्सर के आयुर्वेदिक उपाय

यह अल्सर हमारे शरीर में तब होता है, जब हमारे पेट को पचाने वाले रसों से बचाने वाली बलगम की मोटी परत कम होने लगती है। अल्सर भी हमारे शरीर में कई तरह का होता है – जैसे पेप्टिक अल्सर या गैस्ट्रिक अल्सर, आँतों का अल्सर, अमाशय का अल्सर आदि। यदि हम इस पर समय रहते ध्यान ना दें तो यह किसी बड़ी बीमारी का कारण बन सकता है।

अगर आपको पेट में अल्सर हो जाने की संभावना लगती है, तो आप डॉक्टर को इस बारे में जरूर बताएं। अगर आप घर पर हीं कुछ उपचार करने की सोच रहे हैं तो आज इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि किस तरह से आप घर की आयुर्वेदिक औषधियों के द्वारा भी अल्सर का उपचार कर सकते हैं।

अल्सर होने के कारण | Causes of Ulcer

  1. खाने में जंक फूड और बाहरी खान-पान का इस्तेमाल करना।
  2. गरम मसालों का अत्यधिक सेवन करना।
  3. चाय और कॉफी जैसे एसिड बढ़ाने वाले पदार्थों का सेवन।
  4. पैन किलर दवाईयों का अत्यधिक सेवन।
  5. तनाव और डिप्रेशन अधिक लेने की वजह से।
  6. हेलिकोबैक्टर पाइलोरी बैक्टीरिया की वजह से।
  7. नशे की आदत और शराब पीने से।
  8. खट्टी चीजों का ज्यादा सेवन।

अल्सर के लक्षण | Symptoms of Ulcer

  1. पेट में अधिक मात्रा में दर्द होना।
  2. उल्टी और घबराहट की शिकायत होना।
  3. बार -बार खट्टी डकारों का आना।
  4. सीने में जलन और दर्द होना।
  5. मल रूक-रूक कर आना।
  6. मल के साथ खून आना।
  7. पेट में जलन बनी रहना।
  8. शरीर में खून की कमी होना।
  9. आहार नली में जलन महसूस होना।

जब भी आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देने लगे, तो एक बार अपने चिकित्सक से जरूर मिलें। इन लक्षणों को अनदेखा करना भारी पड़ सकता हैं।

अल्सर के लिए कुछ आयुर्वेदिक उपाय | Ayurvedic Home Remedies for Ulcer

अल्सर को ठीक करने के लिए अधिकांश दवाएं हमारे घर के रसोईघर में हीं मौजूद रहती हैं, जिनका हमें ज्ञान नहीं होता है। यहाँ हमने कुछ बेहतरीन नुस्खे बताएं हैं जिनको अपनाकर आप अल्सर को ठीक करने में मदद ले सकते है | तो चलिए जानते है –

  1. आप अपने खाने में केले का इस्तेमाल ज्यादा करें। केले के अंदर फाइबर अधिक होता है और यह आपके पेट के एसिड को कम करने के साथ घाव को भरने में काफी मदद करता है।
  2. यदि आपको अल्सर है, तो आपको रोजाना एक गिलास गाय का दूध पीना चाहिए। गाय के दूध में वो ताकत होती है जो पेट की एसिडिटी को बढ़ने से रोकती है।
  3. गौमूत्र या दूध में दो चम्मच एरण्डी का तेल मिलाकर पीने से आंतों का अल्सर खत्म होता है।
  4. हल्दी और मुलेठी के चूर्ण को पानी में उबालकर ठंडा करके घी के साथ पेट पर लगाने से पेट के अल्सर में बहुत लाभ मिलता है।
  5. रात को सोने से पहले एक चम्मच प्रवाल युक्त गुलकंद खाने से पेट की गर्मी कम होती है और अल्सर में यह लाभदायक सिद्ध होता है।
  6. रोजाना आंवले के रस को शहद के साथ मिलाकर पीने से पेट के सारे विषैले तत्व नष्ट होते हैं और यह अल्सर के घाव को भरने में भी सहायक सिद्ध होता है।
  7. रोजाना सौंफ और मिश्री का सेवन आपको अल्सर होने से बचाता है और पेट की अनावश्यक गर्मी को शरीर से बाहर भी करता है।
  8. मैथीदाना में साइटोप्रोटेक्टीव गुण पाएं जाते हैं, जो शरीर की कोशिकाओं को हानिकारक बैक्टीरिया से बचाने में मदद करते हैं। एक गिलास पानी में एक चम्मच मेथी दाने को उबालकर इसे छान लें और फिर इसे शहद मिलाकर पीने से यह अल्सर के घाव को फौरन भरने में मदद करता है।
  9. एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाएं जाते हैं, जो पेट में गैस्ट्रिक एसिड के स्त्राव को रोकने का कार्य करते हैं और आंतों की सूजन से भी राहत दिलाते हैं। आप रोजाना अपनी डाइट में एक गिलास एलोवेरा का जूस जरूर शामिल करें, यह आपको दुसरी बिमारियों से भी दूर रखने में कारगार है।
  10. गुड़हल की पत्तियों को पीसकर पानी के साथ नियमित रूप से पीने से अल्सर की समस्या का निराकरण होता है।
  11. नाशपाती में एंटीऑक्सीडेंट गुण बहुत अधिक होते हैं, यह एच पाइलोरी के इंफेक्शन से भी बचाता है तथा इसमें फाइबर अधिक होने से यह पाचन तंत्र में भी कारगर सिद्ध होता है, जिससे अल्सर की संभावनाओं को रोकने में यह काफी मददगार है।
  12. पत्ता गोभी और गाजर का समान मात्रा में जूस बनाकर पीने से यह पेप्टिक एसिड के मरीजों को लिए आराम देने का कार्य करता है।
  13. अगर आपको पेट में जलन बनी रहती है, तो आप मिट्टी की पट्टी को पेट पर रख सकते हैं, जिससे की आपके पेट मे ठंडक पहुंचने के साथ पेट के अंदर हुए गांव को भी भरने में सहायता मिलती है।
  14. बेल का फल हमारे पेट के लिए सबसे फायदेमंद होता है। गर्मियों के दिनों में अल्सर की शिकायत बहुत आती है, तो आप गर्मी के दिनों में बेल के फल का जूस रोजाना पीएं।
  15. अनार में घाव भरने के बहुत गुण होते हैं, तो जब भी आप सुबह उठो तो खाली पेट रोजाना एक कटोरी अनार के दानों का सेवन जरूर करें।
  16. यदि अल्सर के लिए बात करें आयुर्वेदिक दवाओं की तो आप चित्रकार वटी, कुटज घनवटी और उप्षारिष्ट का उपयोग करें। इन दवाओं का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक या वैद्य से एक बार सलाह जरूर लें।
  17. रात को मुनक्का को पानी में गलाकर सुबह मुनक्का खाने के साथ उसी पानी को पीने से पेट को ठंडक मिलती है और अल्सर की जलन भी कम होती है।
  18. अल्सर से अगर आपको दूर रहना हो तो जीवन में किसी तरह का तनाव ना लें और सिगरेट तथा शराब से दूरी बनाकर रखें।

तो दोस्तों आज इस पोस्ट में हमने आपको अल्सर के कारण, लक्षण और उसके निदान के घरेलू उपायों के बारे में बताया है। अगर आपको किसी भी तरह की कोई समस्या पूछना हो तो हमें कमेंट करके जरूर पूछ सकते हैं, साथ हीं इस पोस्ट को अपने दोस्तों और रिश्तेदारों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करिएगा ।

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