कपूर क्या है और इस के फायेदे
कपूर कपूर का उपयोग प्राचीन काल से किया जा रहा है| और और चरक और सुश्रुत के ग्रंथों में भी इनका उल्लेख मिलता है | भारत देश में कपूर के अनेक प्रकार पाए जाते हैं जिनमें से कुछ कपूर ऐसे होते हैं | जो पानी पर तैरता है| और कुछ पानी में डूब जाते हैं | कपूर एक रंगीन सफरी दे तेरे लिए जमा हुआ पदार्थ होता है जिसकी तीक्ष्ण गंध आती है|
कपूर का रसायनिक परिचय
जैसे कि हमने आपको पहले भी बताया है कपूर एक सफेद रंग हिना कठोर पदार्थ है जो जल्दी से उठ जाता है कपूर का वृक्ष चीन जापान ताइवान तथा भारत में पाया जाता है भारत देश मे मूलतः यह पश्चिम बंगाल उत्तराखंड कर्नाटक तमिलनाडु केरल तथा कर्नाटक में पाया जाता है कपूर की ऊंचाई लगभग 25 से 30 मीटर तक की होती है और उसकी छाल ऊपर से खुरदरी और अंदर से चिकनी सुगंधित होती हैं कपूर के पत्ते 5 से 10 सेंटीमीटर लंबे हल्के हरे रंग के होते हैं |
कपूर के फूल मार्च से अप्रैल तथा फल अप्रैल से अक्टूबर के बीच में आते हैं| इसके पुष्प घुटनों के रूप में हरित हरे कलर में कपूर गंदी होते हैं तथा इसके बीज मटर के दाने के समान घुच्छो में होते हैं |
कपूर का रासायनिक संगठन | chemical properties of Camphor
आइए अब हम आपको कपूर के रासायनिक संगठन के बारे में बताते हैं | जो हमने एक सारणी के माध्यम से समझाया है|
कपूर के औषधि गुण धर्म | Mechanical properties of Camphor
कपूर के फायदे | Benefit of Camphor
चलिए अब हम आपको कपूर के अनेक फायदों के बारे में विस्तृत से समझाते हैं| यहां पर हमने इसके सेवन से होने वाले रोगों के फायदे में भी विस्तृत से बताया है|
सिर के रोगों में कपूर के फायदे
सिर के दर्द में इसका उपयोग करने से सर दर्द में आराम मिलता तू चली अबे हमें इसकी विधि बताते हैं | कपूर शॉर्ट लॉन्ग अर्जुन त्वक तथा सफेद चंदन को समान मात्रा ले बाद में इन को बारीक पीसकर सिर पर लेप करने से दर्द में आराम मिलता है|
आंखों के रोगों में कपूर के फायदे
कपूर का पाउडर बनाकर बरगद के दूध में पीसकर आंखों पर लगाने से आंखों के रोगों से छुटकारा मिलता है|
नाक के रोगों में कपूर के फायदे
नाक मैं नकसीर को रोकने के लिए कपूर पाउडर में गुलाब जल मिलाकर एक दो बूंद नाक में डालने से नकसीर रुक जाती है|
कपूर को गर्म पानी में डालकर उसकी भाप नाक के द्वारा लेने से कफ के रोगों में तथा जुकाम में लाभ मिलता है|
मूह के रोगों में कपूर के फायदे
कपूर के पाउडर को तथा सोंठ के पाउडर को मिलाकर दातों पर मंजन करने से दांतो के दर्द से कर मिलता है|
कपूर को दांतो की या फिर जाड़ में दर्द वाले स्थान पर इसे रखकर दबाने से दर्द में आराम मिलता है|
पेट दर्द में कपूर के फायदे
कपूर को जल में मिलाकर इसको पीने से उल्टी से आराम मिलता है|
वर्क रोगों में कपूर के फायदे
मूत्र करते समय दर्द होना या फिर मूत्र ने बनन जैसी समस्या में भी कपूर के फायदे मंद है|
कपूर को या कपूर की गोली बनाकर लिंग मार्ग में रखने से समस्या से छुटकारा मिलता है|
कपूर के पाउडर को भेड़िया बकरी के उत्तर के साथ मिला करें कपड़े की बत्ती पर है लगाकर लिंग मार्ग में डालने से मूत्र से संबंधित बीमारियों में लाभ मिलता है|
प्रजनन से संबंधित रोगों में कपूर के फायदे
100 से 125 mm कपूर की गोली बनाकर योनि में रखने से योनि दाह तथा यूनी कुंड में लाभ मिलता है|
जोड़ों के दर्द में कपूर का उपयोग या फायदे
कपूर और अफीम को राई के तेल में अच्छे से मिला करें मालिश करने पर गठिया जैसी बीमारियों में लाभ मिलता है|
त्वचा से संबंधित रोगों में कपूर के फायदे
घाव को भरने के लिए कपूर बहुत ही फायदेमंद होता है कपूर को पीसकर घाव वाले स्थान पर लगाने से घाव जल्दी भर जाता है|
कपूर और घी को मिला करें घाव वाले स्थान पर लगाकर ऊपर पट्टी बांध देने से लागा देने से घाव जल्दी भरता है | और अन्य रोगों से बचाता है|
विष में कपूर के फायदे
बिच्छू के काट जाने पर इसके जहर को कम करने में भी कपूर का उपयोग किया जाता है कपूर को सिरके के साथ मिलाकर डंक वाले स्थान पर लगाने से जहर उतर जाता है
कपूर के अन्य नाम | different name of Camphor
वानस्पतिक नाम | सिनेमोम्म कम्फोरा [Cinnamomum camphora] |
कुल नाम | लारेसी [ Lauraceae] |
अग्रेजी नाम | कैम्फर [Camphor] |
संस्कर्त नाम | कपूर:, घनसार:, चंद्र:, हिमा ; |
हिन्दी नाम | कपूर |
उड़िया नाम | घोनोसरो , कोपुरो |
कन्नड़ | कर्पुर , चंद्रधवल |
गुजरती | कपूर |
तमिल | कर्पुरम |
बंगली | कर्पुर |
नेपाली | कपूर |
मरठी | कापुरा |
मलयालम | कर्पूरम, हिमांशु, शुभारमासु |