Tiny Periwinkle (बावलीबूटी) Catharanthus Pusillus

Post Contents

बवासीर से लेकर कैंसर जैसे रोगों का रामबाण इलाज Tiny Periwinkle|

बावलीबूटी कुछ अजीब सा नाम है ना ! लेकिन हिमालय की पहाड़ीयों में उगने वाली इस वनस्पति (Tiny Periwinkle) के फायदे जानकर आप हैरान रह जायेंगे | इस बावलीबूटी नाम की वनस्पति में असीमित औषधीय गुण (Medicinal Uses of Catharanthus Pusillus) हैं | जिसकी वजह से बावलीबूटी Lochenera Pussilla का उपयोग बवासीर (Piles Ka ilaj), Diabetes एवं कैंसर जैसे रोगों की दवा तैयार करने में किया जाता है | आइये जानते हैं Tiny Periwinkle बावलीबूटी क्या है, कहाँ मिलती है और इसका उपयोग किन दवाओं और रोगों में किया जाता है :-

Tiny Periwinkle, बावलीबूटी, शांखी, Catharanthus Pusillus
बावलीबूटी (Catharanthus Pusillus)

Catharanthus Pusillus (बावलीबूटी)

शंखफूली या बावलीबूटी जिसे Tiny Periwinkle के नाम से भी जाना जाता है, भारत में पायी जाने वाली वनस्पति है |यह फूलों (Tiny Periwinkle Flowering Plant) वाली प्रजाति का पौधा है जो 6 से 20 इंच ऊँचा होता है | इसके सफ़ेद रंग के छोटे छोटे चार पंखुड़ी वाले फुल होते है जो जुलाई या अगस्त के महीने में खिलते हैं |

Tiny Periwinkle Botanical Name (बावलीबूटी या शंखफूली का वानस्पतिक नाम )

बावलीबूटी Apocynaceae (Oleander Family) कुल की भारत के पश्चिमी हिमालय, सिंध व गुजरात क्षेत्रो में पाई वनस्पति है | इसको ज्यादातर Tiny Periwinkle के नाम से जाना जाता है | अन्य भाषाओं में इसके नाम निचे दिए गए हैं :-

Botanical Name Of Tiny Periwinkle

  • Family (कुल) :- Apocynaceae (Oleander Family)
  • Botanical Name (वानस्पतिक नाम ):- Catharanthus Pusillus (MURR.) G. DON, Lochenera Pussilla
  • Catharanthus Pusillus Tamil Name :- कापा विला (Kapa-Vila), संग्खाफुली(Sangkhaphuli), चेत्थई (Chetthai), पालैच (Paalaich)
  • Sanskrit Name Of Tiny Periwinkle (Catharanthus Pusillus):- शंखफुली (Shankhphuli), शांखी (Shangkhi), सदम पुष्पा (Sadampushpa)
  • Tiny Periwinkle Hindi name:- बावलीबूटी (Bavalibuti), बावली बूंटी (Bavali Bunti)
  • Lochenera Pussilla Common Name :- Tiny Periwinkle, Tiny Vinca
  • कन्नड़ नाम (Kannada Name):- बिली कासी कनिगालू (Bili Kaasi Kanigalu)
  • मलयालम (Malayalam):- कापाविला (Kapavila), कुपा वेला (Cupa-Vela)
  • तेलगू (Telagu):- बिल्ला गंनेरू (Billa Ganeru), एर्री मिरापा(Erri Mirapa), गड्डीपूलू (Gaddipoolu), गुल्विड़ी (Gulvidi), सुक्बंदा (Sukbanda), येर्री मिरापा (Yerri Mirapa)

Medicinal Uses Of Tiny Periwinkle (बावलीबूटी के औषधीय गुण )

आयुर्वेद के अनुसार (Tiny Periwinkle Medicinal Uses In Ayurveda) शंखफुली या बावलीबूटी के पंचांग से बहुत से रोगों का इलाज किया जा सकता है | इस वनस्पति के सभी भागो का उपयोग दवा बनाने व उपचार में होता है | बावलीबूटी के निम्न भाग चिकित्सा प्रयोग में काम आते हैं :-

  • फूल (Tiny Periwinkle Flower)
  • बीज
  • जड़
  • पत्तियां
  • पचांग
Tiny Periwinkle)
Tiny Periwinkle

शांखी (बावलीबूटी) में एंटी ऑक्सीडेंट व एंटी डायबिटिक गुण तो होते हैं | Tiny Periwinkle में अल्कालोइड्स (Alkaloid) पाया जाता है इसके आलावा इसकी जड़ में लोच्नेरिसिन (Lochnericine) की मात्रा पाई जाती है |

बवासीर का रामबाण इलाज है “बावलीबूटी” (Tiny Periwinkle Cure Piles)

आयुर्वेद ग्रंथो के अनुसार Tiny Periwinkle में अर्श (Piles) नाशक गुण होते हैं | बावलीबूटी के उपयोग से बवासीर (Piles ka ilaj) को जड़ से ख़त्म किया जा सकता है |चार – पांच दिन इसका सेवन करने से बवासीर में रक्त गिरने की समस्या ख़त्म हो जाती है | अगर 40 दिन तक इसके पंचांग से सिद्ध दवा (Ayurvedic Medicine for Piles) का प्रयोग किया जाये तो अर्श जड़ से ख़त्म हो जाता है | शुष्क अर्श में भी यह लाभदायक है |

बावलीबूटी से Piles का इलाज कैसे करें ?

बवासीर में बावलीबूटी से तैयार सिद्ध दवा को 40 दिन (5 ग्राम रोज) तक सेवन करने से रोग जड़-मूल से ख़त्म हो जाता है |

यह भी पढ़ें :- पारस पीपल – एक चमतकारी वृक्ष

कटीशूल (कमर दर्द ) की दवा है “बावलीबूटी” (Joint pain or Lower back Pain Medicine)

Tiny Periwinkle बवासीर नाशक तो है ही, इसके अलावा यह जोड़ो में दर्द व कमर दर्द में भी बहुत लाभदायक है | इसके पचांग से सिद्ध तेल (Tiny Periwinkle Oil) से मालिश करने से कटीशूल (कमरदर्द ) और जोड़ो में होने वाले दर्द (joint pain) में तुरंत राहत मिलती है |

डायबिटीज का आयुर्वेदिक इलाज “बावलीबूटी” से हो सकता है (Tiny Periwinkle can Cure Diabetes)

आधुनिक विज्ञानं और आयुर्वेद दोनों में ही इस वनस्पति में मौजूद एंटी डायबिटिक गुणों के बारे में बताया गया है (Anti Diabetic Properties in Tiny Periwinkle) | बावलीबूटी वैसे तो दोनों प्रकार की डायबिटीज में लाभदायक है लेकिन Type-2 डायबिटीज में यह अत्यंत लाभदायी है | Tiny Periwinkle का एथानोलिक (Ethanolic Extract) एक्सट्रेक्ट न केवल एंटी डायबिटिक गुण रखता है बल्कि यह Streptozotocin (डायबिटीज रोगियों को दिया जाने वाला सामान्य ड्रग ) से होने वाले साइड इफ़ेक्ट (दुष्पर्भाव) को भी कम करता है | Tiny Periwinkle Medicinal Uses में डायबिटीज का इलाज प्रमुख है |

रक्तशोधन एवं Brain Health में उपयोगी है Catharanthus Pusillus

हिमालय एवं भारत के अन्य क्षेत्रों में पायी जाने वाली यह वनस्पति (Catharanthus Pusillus – बावलीबूटी) रक्त को शुद्ध करती है | इसके उपयोग से रक्तशोधक कैप्सूल बनाये जाते हैं | मस्तिष्क स्वास्थ्य (Brain Health Medicine) की दवाओं में भी इसका प्रयोग किया जाता है | यह मस्तिष्क में रक्त परिसंचर्ण बढ़ता है जिससे दिमाग की सक्रियता बढती है |

क्या Tiny Periwinkle (बावलीबूटी) से कैंसर (Cancer) ठीक हो सकता है ?

Periwinkle या Madgaskar Periwinkle (Catharanthus Roseus) कैंसर नाशक (Anti Cancer agents) एजेंट्स (Vinblastin and Vincristine) का प्रमुख स्रोत (Source) है | Indian Periwinkle या बावलीबूटी में भी Vinblastine एवं Vincristine एजेंट्स होते हैं | कैंसर दवाओं में इसका उपयोग किया जाता है |

क्या Tiny Periwinkle (बावलीबूटी) को खा सकते है ? (is it safe to eat Tiny Periwinkle) ?

आधुनिक विज्ञान के अनुसार इसमें ओंकोल्य्टिक (Oncolytic) एजेंट होता है जिसके शरीर पर घातक दुष्प्रभाव हो सकते हैं | अधिक मात्रा में सेवन कर लेने से अंधापन, पागलपन एवं शरीर पर चकते हो जाना जैसे गंभीर परिणाम हो सकते हैं | आयुर्वेद या पुरातन चिकित्सा के अनुसार इसकी 10 पत्तियां और फूल पानी में अच्छे से उबाल कर उसका सेवन किया जा सकता है |

हमारी आपको यही सलाह है की आप बिना किसी चिकित्सक की देख रेख के इसका सेवन न करें | Tiny Periwinkle Medicines (बावलीबूटी से बनी दवाओं का) सेवन करना ज्यादा सुरक्षित है |

बावलीबूटी का उपयोग किन – किन रोगों में किया जाता है ? (Medicinal Uses of Tiny Periwinkle in Ayurveda and Modern Science)

यह वनस्पति डायबिटीज, बवासीर एवं कैंसर जैसे रोगों के लिए दवा बनाने में काम आती है | इसके अलावा भी इसका उपयोग अन्य दवाओं में किया जाता है |आइये जानते हैं इसके उपयोग |

Tiny Periwinkle Uses:-

  • रक्तशोधक कैप्सूल बनाने में
  • बवासीर की दवा के रूप में (Piles Medicine)
  • डायबिटीज की दवा में
  • रक्त संचार बढाने में (Increase Blood Circulation)
  • मस्तिष्क स्वास्थ्य (Brain Health Medicine)
  • कैंसर की दवाओं में

Side Effect of Tiny Periwinkle (शंखफुली या बावलीबूटी के दुष्प्रभाव)

इतने सारे रोगों में काम में आने वाली इस वनस्पति के दुष्प्रभाव भी है | अतः इसका सेवन निश्चित मात्रा में एवं चिकित्सकीय देख रेख में ही करना चाहिए | शरीर पर इसके निम्न दुष्प्रभाव हो सकते हैं :-

  • Blindness – अँधा हो जाना
  • Madness – पागलपन
  • Vomiting – उल्टी-दस्त हो जाना
  • Nausea – नाक से खून बहना
  • Low Blood Sugar Level – डायबिटीज के रोगियों का सुगर लेवल कम हो सकता है
  • Miscarriage – प्रेगनेंसी में इसका सेवन नही करना चाहिए, इस से बच्चे को खतरा हो सकता है
  • Hair Loss – बाल झड़ सकते हैं

इस लेख में दी गयी जानकारी चिकित्सकीय सलाह नहीं है | किसी भी प्रकार की समस्या में इसका सेवन करने से पहले चिकित्सक की सलाह जरुर लें |

धन्यवाद

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *