भूमि आमला क्या है (Bhumi Amla) : इसके फायदे, लाभ एवं नुकसान

आयुर्वेद बहुत सारी बीमारियों को प्राकृतिक तरीके से जड़ से खत्म करने का एक बहुत ही अच्छा और असरदार उपाय है। आयुर्वेद में बहुत सारी जड़ी बूटियां और वनस्पतियां पाई जाती हैं, जो कि शरीर से जुड़े हुए अनेकों तरह की बीमारियों को ठीक करने के लिए फायदेमंद होती है। उन्हीं औषधियों में से एक है भूमि आमला। भूमि आमला एक आयुर्वेदिक औषधि हैं, जिसके बहुत सारे स्वास्थ्य संबंधित लाभ देखने को मिलते है। आमतौर पर इस औषधि का उपयोग लीवर की समस्या, मौसमी बीमारी, इन्फेक्शन, खांसी, कफ, खुजली, जलन, आदि बीमारियों के लिए किया जाता है।

भूमि आमला

वर्तमान समय में अधिकतर लोगों को भूमि आंवला के बारे में जानकारी होती ही है, लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी हैं जिन्हें इसके बारे में पता नहीं होता है। इसीलिए आज हम ‘भूमि आमला क्या है’, भूमि आमला के फायदे उपयोग और नुकसान’ आदि विषय के बारे में बताएंगे। तो आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

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 भूमि आमला क्या होता है (What is Bhumi Amla)

भूमि आमला एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका वनस्पतिक नाम फिलांथस निरूरी (Phyllanthus niruri) होता है। और इसे भूमि आंवला भी कहा जाता है। आमतौर पर भूमि आंवला एक छोटा सा पौधा होता है, जो बरसात के मौसम में घास के रूप में स्वयं ही खेतों में उग जाती है। और गर्मी के मौसम आते ही अपने आप सूख जाती है।

भारत में आंवले की कई प्रजातियां पायी जाती हैं, ठीक इसी तरह भूई आंवला भी आयुर्वेदिक दवाओं और घरेलू नुस्खों में इस्तेमाल किया जाने वाला आंवला का एक प्रकार है। भूमि आंवला दिखने में बिल्कुल साधारण आंवले के जैसा ही होती है, लेकिन यह आकार में थोड़ा छोटा होता है।

भूमि आंवला एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका उपयोग बहुत सारी बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है। इस औषधि का उपयोग मुख्य रूप से लीवर से संबंधित बीमारियों के लिए किया जाता है। इसके साथ ही साथ यह दवाई मौसमी बीमारी, त्वचा रोग, इंफेक्शन, डायबिटीज, एसिडिटी, खांसी, जलन, आदि समस्याओं के लिए भी फायदेमंद होता है। भूमि आमला सही मायने में हमारे शरीर के लिए बहुत अच्छी और फायदेमंद औषधि होती है।

भूमि आमला के प्रभावी उपयोग (Uses and Effects of Bhumi Amla)

भूमि आमला में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीवायरल, एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल, हाइपोटेंशन, एनाल्जेसिक, हेपेटोप्रोटेक्टिव, आदि गुण पाए जाते हैं। यही कारण है कि बहुत सारी बीमारियों में इस पौधे के उपयोग देखने को मिलती हैं, जिनमें से कुछ उपयोग निम्नलिखित है-

1. पीलिया की बीमारी के लिए उपयोगी:-

भूमि आंवला का पौधा पीलिया के बीमारी को जड़ से ठीक करने के लिए बहुत ही ज्यादा असरदार औषधि होती है। पीलिया का उपचार करने के लिए पूरे पौधे के रस का इस्तेमाल किया जाता है, इसके साथ ही साथ इस पौधे के जड़ के चूर्ण का इस्तेमाल भी पीलिया को ठीक करने के लिए किया जाता है।

2. त्वचा के लिए उपयोगी:-

त्वचा से संबंधित सभी तरह के बीमारियों के लिए भूमि आंवला का पौधा बहुत ही ज्यादा असरदार औषधि होती है। इस पौधे के पत्ते को नमक के साथ मिलाकर के लगाने से त्वचा संबंधित विकारों से छुटकारा मिलती है।

3. मधुमेह की बीमारी के लिए फायदेमंद:-

मधुमेह की बीमारी को भी ठीक करने के लिए भूमि आमला का पौधा बहुत ही ज्यादा फायदेमंद साबित होती है। भूमि आंवला के पौधे का काढ़ा बनाकर पीने से मधुमेह से जुड़ी समस्या से राहत मिलती है।

4. अल्सर के इलाज में उपयोगी:-

अल्सर का इलाज करने के लिए भी भूमि आमला के पत्ते या जड़ का काढ़ा बनाकर उपयोग किया जाता है। ऐसा करने से अल्सर के इलाज में काफी ज्यादा असरदार प्रभाव दिखता है।

5. यूरिन संबंधित समस्या के लिए उपयोगी:-

यूरिन संबंधित समस्याओं जैसे कि ल्यूकोरिया, गोनोरिया, मेनोरिया आदि के इलाज के लिए इस पूरे पौधे के रस का उपयोग किया जाता है।

6. भूमि आमला के अन्य उपयोग:-

भूमि आंवला के पौधे का उपयोग और भी बहुत सारी स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के लिए किया जाता है जैसे कि- एड्स, एचआईवी, हेपेटाइटिस, सौंदर्य और त्वचा रोग आदि।

भूमि आमला के फायदे (Benefits of Bhumi Amla)

भूमि आमला एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसके बहुत सारे फायदे देखने को मिलते हैं, जिनमें से कुछ फायदे निम्नलिखित हैं-

1. लिवर की समस्या में फायदेमंद:-

भूमि आंवला में रसायन व पित्त बैलेंसिंग जैसे गुण पाए जाते हैं, जो कि लिवर के डिटॉक्सिफिकेशन, और लीवर को पोषण देने के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होती है। इसके अलावा लीवर में सूजन आना लिवर का ढंग से काम ना करने जैसी स्थितियों में भी भूमि आमला बहुत ज्यादा उपयोगी औषधि साबित होती हैं।

2. पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद:-

भूमि आंवला पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है। इस औषधि का इस्तेमाल करने से अपचन और एसिडिटी जैसी समस्या से छुटकारा मिलता है। यह पौधा शरीर में ठंडक बनाए रखती है, जिसके कारण एसिडिटी की समस्या होने की संभावना ना के बराबर होती है।

3. बिल्डिंग डिसऑर्डर को ठीक करने में फायदेमंद:-

भूमि आंवला के अंदर सीता व कश्य गुण पाए जाते हैं, जोकि अतिरिक्त ब्लड फ्लो यानी कि बिल्डिंग डिसऑर्डर को नियंत्रित करने में मदद करता हैं। और नाक से खून आने या अधिक ब्लीडिंग होने जैसी समस्याओं से निजात दिलाता है।

4. त्वचा रोगों के लिए फायदेमंद:-

भूमि आंवला ब्लड प्यूरीफायर की तरह काम करती है, जो कि ब्लड को साफ करके इससे होने वाली बहुत सारी त्वचा रोगों से बचाती है। भूमि आंवला त्वचा से जुड़ी हुई बहुत सारी समस्याओं को जड़ से ठीक करने का एक बहुत ही अच्छा और प्राकृतिक इलाज है।

5. सर्दी जुखाम के लिए असरदार औषधि:-

भूमि अमला सर्दी, खांसी, जुखाम। बुखार, सांस लेने में दिक्कत, अस्थमा, जैसी बहुत सारी बीमारियों से छुटकारा पाने में मदद करती है। इस पौधे का नियमित इस्तेमाल करने से सांस से जुड़ी हुई बहुत सारी समस्याओं से छुटकारा मिलती है।

6.टायफाइड के बुखार में फायदेमंद:-

भूमि आंवला का स्वाद थोड़ा कड़वा होता है, जोकि टाइफाइड के बुखार को जड़ से ठीक करने के लिए असरदार होता है। यह पित्त संतुलन और चयापचय को ठीक करने में भी मदद करती है। और शरीर की गंदगी को डिटॉक्स करके अनेकों बीमारियों से छुटकारा दिलाती है।

7. गठिया के दर्द में आराम:-

भूमि आंवला गठिया के दर्द के लिए भी असरदार औषधि साबित होती है, यह पौधा शरीर में वात को संतुलित करके गठिया के दर्द से आराम दिलाती है।

भूमि आंवला का उपयोग कैसे करें (How to Use Bhumi Amla)

भूमि आंवला आयुर्वेदिक औषधि है, जो कि आमतौर पर एक पौधा है। इस पौधे का उपयोग अलग-अलग बीमारियों के लिए अलग-अलग तरह से किया जाता है। स्वास्थ्य संबंधित बीमारियों और समस्याओं के अनुसार इसका उपयोग कई रूपों में किया जा सकता है जैसे कि- पीलिया की समस्या के लिए रस, अल्सर या मधुमेह की बीमारी के लिए काढ़ा, त्वचा रोगों के लिए पेस्ट या पाउडर आदि के रूप में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

भूमि आंवला के दुष्प्रभाव और सावधानियां:-

आमतौर पर भूमि आंवला का कोई भी दुष्प्रभाव देखने को नहीं मिलता । लेकिन कई सारी समस्याओं के दौरान इस पौधे का इस्तेमाल करना हानिकारक साबित हो सकता है। इसीलिए इस पौधे का इस्तेमाल करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान जरूर रखें, जो कि निम्नलिखित हैं-

1. मधुमेह की बीमारी वाले लोगों को अपनी डायबिटीज चेकअप के अनुसार ही इस पौधे का उपयोग करना चाहिए।

2. हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को इस पौधे का उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

3. भूमि अमला के पौधे का उपयोग डॉक्टर की सलाह के अनुसार सही मात्रा में और सही समय पर ही करें।

4. गर्भवती महिलाएं भूमि आंवला के पौधे का इस्तेमाल ना करें।

5. यदि आप किसी अन्य बीमारी की दवाई ले रहे हैं, तो भूमि आंवला का इस्तेमाल सावधानी से करें।

 6. भूमि अमला का सही तरीके से इस्तेमाल ना करने से चक्कर, थकान, अशांत नींद, दस्त, त्वचा में जलन, बेचैनी, जोड़ों में दर्द, सिर दर्द, बुखार, आदि दुष्प्रभाव भी देखने को मिल सकती हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हमने ‘bhumi amla ke fayde’ विषय से जुड़े हुए संपूर्ण जानकारी देने का प्रयास किया है। आशा है कि आप सभी को हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से bhumi amla ke fayde के बारे में काफी अच्छी जानकारी प्राप्त हुई होगी।

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