पतंजलि में शुक्राणु बढ़ाने की दवा या ये कहे कि आयुर्वेद की दवाओं से शुक्राणुओं की संख्या को कैसे बढाया जा सकता है ? अगर आप जानना चाहते है कि पुरुषों में होने वाली शुक्राणुओं की कमी में पतंजलि एवं अन्य आयुर्वेदिक फार्मेसीयों की कौनसी दवाएं है जो शुक्राणु बढ़ाने का कार्य करती है तो यह लेख इसी जानकारी पर लिखा गया है |
वर्तमान समय में पुरुषों में अल्पशुक्राणु की समस्या बढ़ रही है | यह हमारे आहार विहार का नतीजा है | शुक्राणुओं की कमी के कारण पुरुष बाँझपन की शिकार हो रहें है | निसंतानता की समस्या बढ़ने का कारण भी पुरुषों में होने वाली शुक्राणुओं की कमी एक आधार कारण माना जा सकता है |
आयुर्वेद पुरुषों में बल एवं वीर्य वर्द्धि के लिए एक विश्वसनीय चिकित्सा विज्ञानं है | यह रोगी को आहार – विहार के साथ साथ औषधियों एवं हर्बल तरीकों से शुक्राणु बढ़ाने का ज्ञान मुहया करवाता है |
यहाँ हमने पतंजलि कंपनी की शुक्राणु बढ़ाने की दवाएं, पुरुषों में शुक्राणुओं की कमी किस वजह से होती है एवं कैसे इन्हें प्राकृतिक रूप से बढाया जा सकता है आदि की विश्वसनीय जानकारी उपलब्ध करवाएंगे |
तो चलिए सबसे पहले जानते है अल्पशुक्राणुता के बारे में –
पुरुषों में अल्पशुक्राणुता | Oligospermia in Men
अल्पशुक्राणुता से तात्पर्य पुरुषों के वीर्य में कम शुक्राणुओं से है अर्थात स्त्रियों को गर्भवती करने के लिए पुरुषों के वीर्य में एक निश्चित अनुपात में शुक्राणुओं की संख्या होती है अगर यह सामान्य से कम है या इनकी गतिशीलता कम है तो पुरुष अल्पशुक्राणुता दोष से पीड़ित माना जाता है |
सामान्यत: पुरुषों के सीमेन में 30 से 120 मिलियन प्रति मिलीलीटर शुक्राणुओं की संख्या होती है | लेकिन यदि यह काउंट 15 मिलियन से कम है तो यह स्थिति अल्पशुक्राणुता (Oligospermia) कहलाती है |
अर्थात सीमेन में शुक्राणुओं का काउंट सामान्य से कम होने पर पुरुष अल्पशुक्राणुता से ग्रषित माना जाता है | इसके लिए विभिन्न चिकित्सा उपाय उपस्थित है जो उपचार के लिए उपयोगी माने जाते है |
शुक्राणु कम होने के कारण | Causes of Low Sperm Count
पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या कम होने के विभिन्न कारण है | यहाँ हमने संभावित कारणों की एक लिस्ट बताई है | इस लिस्ट के माध्यम से आप शुक्राणु कम होने के कारण जान सकते है –
- वेरिकोसेल वेन का बढ़ना
- हाई ब्लड प्रेशर एवं एंटीबायोटिक दवाओं का अधिक सेवन करना
- ड्रग का सेवन
- धूम्रपान एवं शराब आदि का अधिक सेवन
- कोई चोट या दुर्घटना
- फ़ास्ट फ़ूड एवं डिब्बा बंद भोजन का अधिक सेवन
- मेडिसिन का रिएक्शन
- मोटापा
- टुमोर ग्रोथ भी इसका एक कारण हो सकता है जो अंडकोष की नशों को दबाये
- हार्मोनल इम्बलेंस के कारण
- आधुनिक लाइफस्टाइल जैसे टाइट कपडे, पुरे दिनभर बैठे रहना
- मानसिक तनाव आदि
7 पतंजलि में शुक्राणु बढ़ाने की दवा | 7 Patanjali Ayurvedic Medicine for increase sperm count
यहाँ हमने पतंजलि एवं अन्य सभी आयुर्वेदिक फार्मेसीयों की प्रशिद्ध दवाएं बताई है जो शुक्राणु बढ़ाने में विशेष रूप से उपयोगी है | इन दवाओं का प्रयोग वैद्य सलाह अनुसार करने से आसानी पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ने लगती है | ये दवाएं सुरक्षित एवं नुकसान रहित है फिर भी उपयोग से पहले चिकित्सकीय सलाह लेना सर्वोपरि है |
1. पतंजलि शिलाजीत कैप्सूल | Patanjali Shilajit Capsule
पतंजलि शिलाजीत कैप्सूल शुद्ध शिलाजीत से निर्मित होने वाली जनरल वैलनेस की दवा है | यह पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाने एवं शरीर में बल वृद्धन का कार्य करती है | इसमें आमला रसायन एवं शिलाजीत का मिश्रण घटक के रूप में उपस्थित हैं | यह सामान्य यौन दुर्बलता के साथ – साथ डायबिटीज, जोड़ों के दर्द एवं अल्पशुक्राणुता में फायदेमंद है |
घटक: शिलाजीत एवं आंवला रसायन
उपयोग विधि: 1 से 2 कैप्सूल दिन में दो बार वैद्य परामर्श अनुसार सेवन किया जा सकता है |
मूल्य: 100 रूपए
2. पतंजलि अश्वगंधा कैप्सूल | Patanjali Ashwagandha Capsule for Oligospermia
अश्वगंधा को टेस्टोस्टेरोन बूस्टर एवं शुक्राणु वर्द्धक जड़ी बूटी माना जाता है | पतंजलि अश्वगंधा कैप्सूल में अश्वगंधा एक्सट्रेक्ट का समावेश है जो इसे उत्तम वाजीकारक औषधि बनाता है | अश्वगंधा कैप्सूल को सुबह – शाम दूध के साथ नियमित सेवन करने से कम शुक्राणुओं की समस्या से मुक्ति मिलती है |
घटक: अश्वगंधा एक्सट्रेक्ट
उपयोग विधि: 1 से 2 कैप्सूल सुबह – शाम दूध के साथ सेवन करना चाहिए |
मूल्य: 90 रूपए
3. वीर्य शोधन वटी | Virya Shodhan Vati
वीर्य शोधन वटी विभिन्न फार्मेसीयों द्वारा निर्मित की जाती है | इसे ओज वर्द्धक एवं वीर्य को शोधन करने वाली दवा माना जाता है | यह पुरुषों में आई यौन कमजोरियों को दूर करने एवं सीमेन की कमजोरी में उपयोग होती है | इसके सेवन से वीर्य की वृद्धि होकर शुक्राणुओं की संख्या बढती है |
घटक: रौप्य भस्म, वंग भस्म, प्रवाल पिष्टी, शोधित शिलाजीत, गिलोय सत्व एवं कपूर
उपयोग विधि: 1 से 2 गोली दिन में दो बार वैद्य सलाह से सेवन करना चाहिए |
मूल्य: 300 रूपए
4. दिव्य यौवनामृत वटी | Divya Youvnamrit Vati
दिव्य यौवनामृत वटी पतंजलि फार्मेसी द्वारा निर्मित की जाने वाली यौनशक्ति वर्द्धक एवं शुक्राणु वृद्धक दवा है | यह पुरुषों में होने वाली यौन दुर्बलताओं जैसे शीघ्रस्खलन, शुक्राणुओं की कमी, एवं सामान्य दुर्बलता में उपयोग होती है | इसके नियमित सेवन से पुरुषों में बल एवं वीर्य वर्द्धन का कार्य होता है |
घटक: अश्वगंधा, कौंच, शतावरी, सफ़ेद मुसली, जावित्री, जयफल, शुद्ध कुचला, अकरकरा, स्वर्णभस्म, प्रवाल पिष्टी आदि
उपयोग विधि: 1 से 2 टेबलेट दूध या जल के साथ दिन में दो बार या वैद्य निर्देशानुसार सेवन करें |
मूल्य: 350 रूपए 15 ग्राम
5. कामसुधा योग | Kamsudha Yog
कामसुधा योग सुपचार द्वारा निर्मित की जाने वाली एक प्रसिद्द यौन शक्ति वर्द्धक वाजीकरण औषधि है | यह शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में भी अत्यंत फायदेमंद है | इसमें भस्म, जड़ी-बूटियों एवं खनिज औषधियों का मिश्रण है जो इसे उत्तम वीर्य वर्द्धक औषधि बनाते है | इसके नियमित सेवन से पुरुषों में वात दोष संतुलित होता है एवं वीर्य गाढ़ा बनता है | साथ ही स्तम्भन की समस्या एवं नपुसंकता में विशेष लाभदायक है |
घटक: शिलाजीत, समुद्रशोष, वंग भस्म, प्रवाल पिष्टी, अकरकरा, सिद्ध मकरध्वज, बला आदि |
उपयोग विधि: 1 गोली सुबह – शाम दूध के साथ या वैद्य निर्देशानुसार |
मूल्य: लगभग 1100 रूपए (कम्पलीट पैक)
6. पतंजलि मुसली पाक | Patanjali Musali Pak
मुसली पाक सफ़ेद मुसली द्वारा निर्मित होने वाली पाक प्रकरण की दवा है | यह उत्तम बल वीर्य वर्द्धन एवं शरीर को बल प्रदान करने में काम आती है | विशेषकर सर्दियों के मौसम में ही अधिक उपयोग होती है | इसका प्रयोग सामान्य यौनदुर्बलताओं के लिए किया जाता है | यह पुरुषों में शुक्राणुओं की कमी को दूर करने में भी सहायक है |
घटक: सफ़ेद मुसली, सौंठ, पिपली, चित्रकमूल, बड़ी इलायची, गोखरू, अश्वगंधा आदि
उपयोग विधि: 5 से 10 ग्राम दूध के साथ सेवन की जाती है |
मूल्य: 400 रूपए
7. पतंजलि अश्वशिला कैप्सूल | Patanjali Ashwashila Capsule
यह अश्वगंधा एवं शिलाजीत के मिश्रण से तैयार की जाने वाली पतंजलि में शुक्राणु बढ़ाने की दवा है | यह सामान्य यौन दुर्बलता के साथ – साथ डायबिटीज, अस्थमा, एलर्जी एवं शुक्राणुओं की कमी में उपयोग होती है | मूत्र विकारों में भी पतंजलि अश्वशिला कैप्सूल का प्रयोग होता है |
घटक: अश्वगंधा एवं शिलाजीत
उपयोग विधि: 1 से 2 कैप्सूल दूध के साथ दिन में दो बार या वैद्य सलाह अनुसार
मूल्य: 100 रूपए 11 ग्राम के लिए
सारांश:
पतंजलि में शुक्राणु बढ़ाने की दवा का वर्णन आपको इस लेख में मिला | ये सभी दवाएं कारगर है अगर आप इनका सेवन वैद्य सलाह अनुसार करते है | साथ ही शुक्राणुओं की कमी में दवाओं के साथ – साथ आहार – विहार भी सुधारना अत्यंत आवश्यक है | अगर आप किसी प्रकार का नशा आदि करते है तो उसका त्याग करें | आहार में संतुलित आहार को अपनाएं एवं खाने में वीर्य बढ़ाने वाले पदार्थ जैसे दूध, दही, घी, गाजर, अनार, आम, किशमिश, काजू, खजूर एवं बादाम आदि को शामिल करें |
आहार के साथ – साथ विहार जैसे नित्य स्वस्थवृत्त के नियमों का पालन करें | योग एवं व्यायाम को अपनाएं , वजन कम रखें, सुरक्षित एवं स्वस्थ यौन संबंध का नियम बनायें |
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