स्त्री रोगों के लिए फायदेमंद पतंजलि मूसली पाक

क्या आप पतंजलि मूसली पाक के स्त्री रोगों में फायदे जानना चाहते है ? अगर हाँ तो, पढ़ें हमारा यह लेख | इस लेख में हमने मुसली पाक से स्त्री रोगों में होने वाले फायदों के बारे में बताया है |

आयुर्वेद में स्त्री तथा पुरुष रोगों में पाक का विशेष महत्व है | उसमें भी मूसली पाक विशेष रुप से स्त्री तथा पुरुष दोनों के लिए लाभदायक है। आज हम यहां आपको पतंजलि के मूसली पाक के बारे में जानकारी देंगे जो स्त्रियों के प्रदर रोगों तथा पुरुषों के वीर्य दोषों को नष्ट करने में एक उत्तम रसायन है। तो चलिए जानते हैं पतंजलि मूसली पाक के बारे में विस्तार से जानकारी |

सबसे पहले हमने पतंजलि मूसली पाक के घटक द्रव्यों एवं निर्माण विधि के बारे में बताया है |

पतंजलि मूसली पाक

मूसली पाक के घटक द्रव्य | Ingredients of Patanjali Musali Pak

  • सफेद मुसली
  • गाय का घी
  • सौंठ
  • पीपल
  • मरीच
  • बड़ी इलायची
  • दालचीनी
  • तेजपत्ता
  • शतावरी
  • चित्रक मुल
  • गोखरू
  • हरड़
  • अश्वगंधा
  • लवंग
  • जायफल
  • जावित्री
  • तालमखाना
  • खरैटी के बीज
  • कौंच का बीज
  • सेमल गोंद
  • कमल गट्टा
  • वंशलोचन
  • अकर्करा
  • मकरध्वज
  • बंग भस्म
  • सफेद चीनी

इत्यादि औषधियों को मूसली पाक बनाने के लिए काम में लिया जाता है। मूसली पाक के घटक द्रव्य को जानने के बाद अब हम यहां आपको मूसली पाक बनाने की विधि के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे जिससे आप घर पर भी निम्न औषधियों को लाकर घर पर मूसली पाक बना सकते हैं। तो चलिए जानते हैं

मूसली पाक बनाने की विधि | How to Make Musali Pak

सफेद मुसली 32 तोला, गाय का घी 32 तोला, सौंठ, पीपल, मरीच, बड़ी इलायची, दालचीनी, तेजपत्ता, शतावरी चित्रक मुल, गोखरू, अश्वगंधा, हरड़, लवंग, जायफल, जावित्री, तालमखाना, खरैटी के बीच, कोच का बीज, सेमलगोंद, कमल गट्टा, वंशलोचन, अकरकरा प्रत्येक 1_1 तोला, मकरध्वज 1 तोला, बंग भस्म 2 तोला लेकर महीन चूर्ण कर लें। पहले मूसली चूर्ण को घी में भून लें उसके पश्चात सफेद चीनी 2 शेर की चासनी बनाकर घी में भुनी मूसली चूर्ण को मिला दे तथा साथ में सब दवाओं का चूर्ण डालकर पाक बना ले, मकरध्वज और बंग भस्म को खरल में अच्छी तरह घुटाई कराकर औषधियों के चूर्ण में मिला देना चाहिए ताकि पाक में अच्छी तरह मिल जाए। इस प्रकार हमारा मूसली पाक तैयार हो जाता है।

मूसली पाक की मात्रा व सेवन विधि

मूसली पाक को सुबह और शाम एक एक चम्मच गुनगुने दूध के साथ लेने से बहुत फायदा होता है। नियमित कुछ महीनों तक लगातार सेवन करने से स्त्रियों में होने वाली कमजोरी एवं प्रदर रोगों में लाभ मिलता है | पुरुष भी सर्दियों के मौसम से इस पाक का सेवन करके असीम बल – वीर्य वर्द्धि कर सकते है |

मुसली पाक के फायदे एवं गुण – उपयोग

मूसली पाक के घटक द्रव्य मूसली पाक बनाने की विधि और सेवन विधि जानने के बाद अब हम मूसली पाक से होने वाले फायदों के बारे में विस्तार से जानेंगे तो चलिए जानते हैं मूसली पाक के गुण व उपयोग

प्रदर रोगों में फायदेमंद है

मूसली पाक स्त्रियों के प्रदर रोगों में एक बहुत ही कारगर व उपयोगी दवा है। यह समस्त प्रकार के प्रदर रोगों में लाभ पहुंचाती है । प्रदर रोगों को ठीक करने के साथ-साथ यह स्त्रियों में काम शक्ति को उत्तेजित करती है और स्त्रियों को बल प्रदान करती है। यह रोग को दूर करने के साथ-साथ स्त्रियों के शरीर को सुडौल व सुंदर बनाती है।

वीर्य दोष में उपयोगी औषधि

स्त्रियों के साथ-साथ मूसली पाक पुरुषों के वीर्य दूसरों को भी दूर करता है। यह पुरुषों में नपुंसकता को दूर करके काम शक्ति को बढ़ाता है। यह पार्क अत्यंत पौष्टिक होता है और पुरुषों की धातु दुर्बलता को दूर करके वीर्य स्तंभन का कार्य करता है।

दुर्बलता दूर करने के लिए

मूसली पाक का सेवन शीतकाल में लगातार दूध के साथ करने से स्त्री और पुरुष दोनों में किसी भी प्रकार की दुर्बलता को दूर कर करके बल को प्राप्त किया जा सकता है। इसका सेवन कुछ समय तक लगातार करने से शरीर सबल और पुष्ट हो जाता है।

शरीर में बल एवं वीर्य वर्द्धि के लिए

पतंजलि मुसली पाक का मुख्य घटक सफ़ेद मुसली है जिसे उत्तम वीर्य वर्द्धक औषधि माना जाता है | इसमें अन्य 20 से अधिक द्रव्य उपस्थित होते है जो शरीर को बलवान करने एवं वीर्य को गाढ़ा करने का कार्य करते है | यह स्तंभक गुणों से भी युक्त है | अगर पतंजलि मुसलि पाक को नियमित सर्दियों में महीने दो महीने सेवन किया जाये तो निश्चित ही वीर्य विकार दूर होकर पुरुष यौन दुर्बलताओं से मुक्ति पा लेता है |

पाचन एवं पेट के रोगों में भी फायदेमंद है पतंजलि मूसली पाक

यह आयुर्वेदिक औषधि पाचन को सुचारू भी करती है | इसके घटक द्रव्यों के बारे में आपने ऊपर भी पढ़ा है | इसमें चिरायता, लौंग एवं सौंठ जैसे घटक द्रव्य है जो पाचन को सुधारने के साथ – साथ उदर विकारों में भी लाभ करते है |

धन्यवाद |

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