दस्त की टेबलेट का नाम उस समय बहुत जरुरी हो जाता है जब आपको अचानक से दस्त शुरू हो जाएँ | ऐसे में अगर आप किसी ऐसी जगह पर हों जहाँ पर शौचालय की व्यवस्था ना हो तो यह बहुत मुसीबत वाली बात हो जाती है | दस्त की दवा और टेबलेट ऐसे समय में बहुत जरुरी है |
मल बंध कर नहीं आना या बहुत पतला पानी के जैसा और चिकना होना दस्त लगना कहलाता है | Loose motion (tablet name in hindi) एक सामान्य उदर विकार है | यह छोटे शिशुओं से लेकर बड़े बुजुर्गो तक सबको होने वाली प्रॉब्लम है | इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को बार बार दस्त आते हैं | अपनी प्रकृति के विरुद्ध भोजन करने एवं असंतुलित खान पान से दस्त लगने जैसे समस्या होती है | गर्मी की वजह से भी दस्त हो जाते हैं |
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दस्त की टेबलेट के नाम बताएं | loose motion tablet name in hindi
दस्त लगना एक आम समस्या है | लेकिन अगर अधिक समय तक दस्त लगे तो शरीर में बहुत कमजोरी आ जाती है | बहुत ज्यादा दस्त होना जानलेवा भी हो सकता है | और किसी अवांछित समय पर दस्त लग जाये तो यह बहुत शर्मिंदगी वाला भी हो जाता है | ऐसे समय में आपको दस्त की टेबलेट या दवा का नाम पता नहीं हो तो आपको doctor के पास जाना पड़ेगा और इसमें बहुत समय लगेगा |
वहीँ अगर आपको दस्त की टेबलेट नाम पता हो तो आप सीधा मेडिकल स्टोर पर जाके दवा ले लेंगे और आपके दस्त रुक जायेंगे | इसी को ध्यान में रख कर यहाँ पर हम आपको loose motion tablet name in hindi (दस्त) रोकने वाली टेबलेट्स के नाम बता रहें हैं |
लूस मोशन टेबलेट नाम (दस्त की टेबलेट नाम) :-
loose motion को रोकने के लिए बाजार में बहुत सी दवाएं आती हैं | उनमें से कुछ विश्वसनीय टेबलेट के नाम ये हैं :-
- डायरेक्स टेबलेट (Himalaya company)
- दीपन टेबलेट
- ओजस टेबलेट (charak pharma)
- एंटी डिसेंट्रोल टेबलेट (Unjha)
- अमेबिका (बैद्यनाथ)
- ग्रहणी कपाट वटी (बैद्यनाथ)
- डाईरोल टेबलेट
- अतिसरान्तक कैप्सूल
- डायोनिल कैप्सूल
- पुदिनहरा वटी
उल्टी-दस्त की टेबलेट का उपयोग कैसे किया जाता है ?
उल्टी दस्त होना गर्मियों में आम बात है | लू लगने, पेट की गर्मी या कुछ मसालेदार गर्म खाना इन दिनों खाने से उल्टी दस्त बहुत जल्दी हो जाते हैं | ऐसे में उल्टी-दस्त की टेबलेट की बहुत अधिक जरूरत होती है | उल्टी हो या दस्त अगर जल्दी नहीं रुके तो बहुत हानिकारक होता है | इससे बहुत कमजोरी आ जाती है | इसलिए यह समस्या होती ही दवा लेके उचित खान पान करना चाहिए जिससे कमजोरी न हो |
पेट में मरोड़ और दस्त की टेबलेट एक ही होती है या अलग अलग आती है ?
पेट में मरोड़ उठना मतलब या तो आप को दस्त या अतिसार की समस्या हो सकती है या फिर अपच के कारण ऐसा हो सकता है | मरोड़ उठने पर पाचक औषधियों का सेवन करना ज्यादा सही रहता है | दस्त रोकने की टेबलेट का उपयोग मरोड़ उठने की समस्या में भी काम आता है | लेकिन यह तभी काम आती हैं जब मरोड़ उठने के साथ साथ दस्त भी हो रहें हों |
बच्चों के दस्त की दवा tablet में किन दवाओं का प्रयोग करना चाहिए |
बच्चों का शरीर बहुत संवेदनशील और नाजुक होता है इसलिए बच्चों को उल्टी दस्त होने पर दवा देते समय बहुत सावधानी रखनी चाहिए | जो दवा बड़ो के लिए उपयोग में ली जाती हैं उनमें से कुछ टेबलेट्स बच्चों के लिए भी उपयोग में ली जा सकती हैं | लेकिन इनकी dose बच्चों को बहुत कम देनी होती है |
बच्चों के दस्त रोकने की टेबलेट के नाम :-
- दीपन टेबलेट
- ओजस टेबलेट
- बाल वटी
- दुग्ध वटी
- दाड़ीमपाक वटी (टेबलेट)
- तक्र टेबलेट
- चित्रकादि वटी
- कुटजघन वटी
दस्त लगने पर टेबलेट लेते समय सावधानियां (Precautions)
उल्टी दस्त ऐसे तो आम समस्या लगती है | लेकिन सही तरह से देखभाल नहीं करने पर यह रोग बिगड़ भी सकता है और जानलेवा भी हो सकता है | इसलिए loose motion होने पर बहुत सावधानी के साथ दवा और खान पान करना चाहिए | इस समस्या में निचे बताई गयी बातों का जरुर ध्यान रखें :-
ये कभी नहीं करें (Don’ts) :-
- दस्त लगने पर अचानक से दस्त रोकने की दवा नहीं लेनी चाहिए |
- इस समय खाना नहीं खाना चाहिए |
- देर से पचने वाला भोजन नहीं करना चाहिए |
- गर्म चीजें नहीं खानी चाहिए |
- परिश्रम वाला काम नहीं करना चाहिए |
- शराब आदि का सेवन नहीं करना चाहिए |
ये जरुर करें (Do’s) :-
- पानी पीते रहें |
- ORS या निम्बू पानी में नमक मिलाकर पियें |
- खिचड़ी या दलिया खाएं |
- दस्त रोकने वाली टेबलेट की बजाय पाचन सही करने वाली दवा का उपयोग करें |
- ठंडी चीजों का सेवन करें |
- आराम करें |
ध्यान रखें यह लेख दस्त लगने पर रोकने वाली टेबलेट के बारे में जानकारी देने के लिए है | किसी भी दवा का प्रयोग करने से पहले आपको चिकित्सक की सलाह जरुर लेनी चाहिए |
धन्यवाद ||
Dawai