[Kamsudha Yog] कामसुधा योग खाने का तरीका (पथ्य / अपथ्य, अनुपान एवं परहेज)

“कामसुधा योग” इस नाम से आप सभी परिचित होंगे | कामसुधा योग खाने का तरीका जानने से पहले इस औषधि के बारे में जान लेना जरुरी है | यह आयुर्वेदिक औषधि एक शक्तिशाली वाजीकारक दवा है | आयुर्वेद के प्राचीन सिद्धांतो एवं आधुनिक परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रख कर इस दवा को बनाया गया है, यही कारण है कि पुरुषों में इस दवा के लिए तेजी से क्रेज बढ़ता जा रहा है | दुष्प्रभाव रहित एवं जल्द असर करने के कारण इस दवा को आयुर्वेद चिकित्सक भी ज्यादा से ज्यादा उपयोग करने की सलाह देते हैं |

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इतने सब फायदों के बावजूद आम व्यक्ति के पास प्रयाप्त एवं सही जानकारी नहीं पहुँचने कारण वह ऐसी शास्त्रोक्त विधि से तैयार विश्वसनीय दवाओं का फायदा नहीं उठा पाते एवं फर्जी उत्पादों के चक्कर में पड़ जाते हैं | क्योंकि यौन समस्याओं में व्यक्ति चिकित्सक को दिखाने से झिझकता है एवं इन्टरनेट पर पढ़ कर कोई भी दवा बिना उसकी सही जानकारी के उपयोग करने लग जाता है | उसे न तो पथ्य अपथ्य की जानकारी होती है और न ही उस दवा का सही तरीके से कैसे उपयोग करना है इसकी |

कामसुधा योग खाने का तरीका

आज के इस लेख में हम आपको कामसुधा योग खाने का तरीका बताने जा रहें हैं जिससे आप सही तरीके से इस दवा का प्रयाप्त लाभ उठा पायें | यहाँ पर हम आपको कामसुधा योग खाने का सही तरीका, पथ्य अपथ्य, सावधानियां, अनुपान द्रव्य आदि सभी प्रकार की जानकारी देंगे |

कामसुधा योग खाने का तरीका और सावधानियां बताएं

किसी भी आयुर्वेद औषधि का प्रयोग करने से पहले जरुरी है की आपको पता होना चाहिए वो दवा किस काम आती है एवं उसका प्रयोग कौन कर सकता है | कामसुधा योग एक वाजीकरण रसायन है | इसका उपयोग खासकर पुरुषो में होने वाली यौन कमजोरियों के लिए किया जाता है | यौन कमजोरियों में यह बहुत ही प्रभावशाली दवा है | यह कैप्सूल फॉर्म में मिलती है इसमें 21 आयुर्वेदिक वाजीकरण द्रव्यों का एक्सट्रेक्ट होता है एवं पुर्णतः केमिकल रहित है |

कामसुधा योग का उपयोग कौन कर सकता है ?

  • 17 से 70 वर्ष तक के पुरुष
  • शीघ्रपतन की समस्या में
  • नपुंसकता में
  • बढती उम्र के कारण आयी कमजोरी में
  • जोश की कमी एवं थकान में
  • वीर्य विकारों में
  • अन्य यौन कमजोरियों में

कामसुधा योग खाने का तरीका / इसका उपयोग किसको नहीं करना चाहिए

  • क्रोनिक या किसी बड़े रोग से ग्रसित पुरुष को
  • मानसिक नपुंसकता में

कामसुधा योग का सेवन करने का सही तरीका क्या है ?

यह कैप्सूल रूप में मिलने वाली आयुर्वेदिक औषधि है | सामान्यतः इसका एक कैप्सूल सुबह एक शाम को खाना खाने के 30 मिनट बाद सेवन करना चाहिए | बेहतर परिणाम के लिए इसका उपयोग तीन महीनो तक करना चाहिए | कैप्सूल खाने के बाद मिश्री मिला घोटाया हुवा एक ग्लास दूध पीना बेहतर है

कामसुधा योग कैप्सूल खाते समय पथ्य अपथ्य आहार क्या है ?

पथ्य आहार :-

  • हरी सब्जियां
  • फल
  • दूध
  • पौष्टिक और सादा खाना
  • मीठे आम
  • ड्राई फ्रूट्स
  • दही छाछ (प्रातः काल)
  • देसी घी

अपथ्य आहार:-

  • खटाई
  • अत्यधिक मसाला वाला भोजन
  • असमय भोजन
  • फ़ास्ट फ़ूड
  • डेरी उत्पाद
  • शराब
  • कोल्ड ड्रिंक्स

किन रोगों में कामसुधा योग का सेवन किया जा सकता है ?

  • धात की समस्या
  • थकान
  • नपुंसकता
  • शीघ्रपतन
  • लिंग में शिथिलता
  • सिकुडन
  • वीर्य विकार

कामसुधा योग कैप्सूल का उपयोग करते समय क्या सावधानियां रखनी चाहियें ?

  • अगर आप किसी बड़े रोग से संक्रमित है तो बिना चिकित्सक की सलाह के इसका उपयोग नहीं करें |
  • डायबिटीज हाई बीपी जैसे रोगों में चिकित्सक से पूछ कर ही सेवन करें |
  • बताई गयी मात्रा में ही सेवन करें |
  • अनुपान के रूप में दूध या गुनगुने पानी का उपयोग करें |
  • दिनचर्या एवं पथ्य अपथ्य का ध्यान रखें |

कामसुधा योग का सेवन करते समय सेक्स कर सकते हैं या नहीं ?

सामान्यतः 7 से 10 दिन के बाद आप यौन संबंध बना सकते हैं | हस्तमैथुन जैसी आदतों को छोड़ देना चाहिए |

कामसुधा योग कितने दिन में असर करना शुरू करता है ?

यह बहुत ही जरुरी सवाल है आम तौर पर आप देखते हैं मार्केटिंग में आपको बताया जाता है की पहले दिन से ही असर शुरू या 10 दिन में पूरी तरह से ठीक | लेकिन आपको समझना चाहिए कोई भी आयुर्वेद औषधि अगर वह अफीम भांग जैसे द्रव्यों से रहित है 10 से 12 दिन में असर शुरू करती है | कामसुधा योग भी 10 से 12 दिन में असर दिखाना शुरू करता है | बेहतर परिणाम के लिए इसका उपयोग ३ महीने तक करना चाहिए |

कामसुधा योग

कामसुधा योग एक शक्तिशाली एवं विश्वसनीय वाजीकरण रसायन है | यह सभी प्रकार के यौन रोगों में उपयोगी है | कामसुधा योग खाने का तरीका अगर सही हो तो यह बहुत प्रभावी रहता है एवं रोग पर तुरंत असर करता है | इसलिए पूरी जानकारी के साथ सभी बातों को ध्यान में रखकर इसका उपयोग करना चाहिए |

कामसुधा योग खाने का तरीका में जानें इसका उपयोग किन औषधियों के साथ करना चाहिए ?

  • शीघ्रपतन में – कामसुधा योग + चंदनासव (या वीर्य स्तंभन वटी)
  • नपुंसकता में – कामसुधा योग + मुसली पाक
  • थकान एवं कमजोरी में – कामसुधा योग + अश्वगंधा पाक (या बादाम पाक)
  • वीर्य की कमी में – कामसुधा योग + विदार्यादि चूर्ण (या शतावार्यादी चूर्ण)
  • वीर्य का पतलापन – कामसुधा योग + धातु पौष्टिक चूर्ण

धन्यवाद ||

3 thoughts on “[Kamsudha Yog] कामसुधा योग खाने का तरीका (पथ्य / अपथ्य, अनुपान एवं परहेज)

    • स्वदेशी उपचार says:

      जी हाँ, यह इरेक्शन की कमी एवं यौनेच्छा की कमी में प्रभावी रूप से कार्य करता है । इसमें वाजीकरण औषधीय जड़ी बूटियां है जो पुरुषों में बल वर्द्धन का कार्य करती है साथ ही वात विकृति को दूर करने में सक्षम औषधि है ।

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