चर्म रोग
खून में खराबी होने से चर्म रोग हो जाते है | यह खराबी अनियमित भोजन तथा प्रदूषित वातावरण में रहने के कारण होती है | अपने स्वभाव के विरुद्ध भोजन करने, आंतो में मल का संचय होने से , काफ बनने, वायु रोग, पेट की खराबी आदि कारण खून में विजतिये तत्व उत्पन्न हो जाते है | ये तत्व त्वचा पर विभिन्न प्रकार के रोग लेकर उभरते है | इन रोगों से स्त्री और पुरुषो को अपार कष्ट उठाने पड़ते है |
क्यों होते है फोड़े – फुंसी ?
खून की खराबी या कुछ संक्रामक रोगों के कारण शरीर पर फोड़े – फुन्सिया निकल आती है | प्रदूषित वातावरण के कारण भी फोड़े -फुंसियो उत्पन्न हो जाती है | फोड़े – फुंसियो के निकलने पर उनमे खुजली – जलन होती है तथा रोगी बेचैन महसूस करता है |
इसके अलावा बालो की जड़ो में सूक्षम कीटाणु का संक्रमण होने से , खुनकी खराबी से , आम का अधिक प्रयोग से, मच्छर के काटने या कभी-कभी बाल के अचानक से उखड जाने से बाल तोड़ फुंसी हो जाती है | जो बहुत पीड़ा दाई होता है | इसमें त्वचा के निचे वाली परत में सुजन आ जाती है और दर्द के साथ – साथ पस्स ( मवाद ) भर जाती है | इसलिए आज हम आपको बताएँगे फोड़े- फुंसियो का घरेलु तरीके से कैसे इलाज करे | इसके लिए आपको कुछ परहेज करने होंगे जैसे की अधिक मिर्च – मसाले वाले भोजन एवं तेल और डालडा घी के अधिक सेवन को छोड़ना होगा |
घरेलु नुस्खे
सर्वप्रथम नीम के पतों को उबल कर उस पानी से रोज नहाना शुरू कर दे | क्यों की नीम में एंटी बैक्टीरियल तत्व मौजूद होते है जो फोड़े – फुंसियो में होने वाले इन्फेक्शन को रोकते है |
- यदि फुंसी ताजा ही निकली हो तो काली – मिर्च को पानी में घिसकर लगाए | फुंसी तुरंत बैठ जावेगी |
- कच्चे आलू का रस फुंसियो पर लगाए तथा सुबह खाली पेट आलू के रस को पीवे – 1 चम्मच |
- अन्नानास का रस भी फुंसियो पर लगा सकते है |
- अमरुद की तीन – चार पतियों को पानी में पिसकर इसका गुल्म बना ले और फोड़े-फुंसियो पर लगावे | जल्दी ही फोड़े फुट जावेंगे |
- नीम के पेड़ की छल को पत्थर पर अच्छी तरह घिसे और थोडा – थोडा पानी मिलते रहे | घिसने के बाद जो पानी पत्थर पर इक्कठा हो उसे फुंसियो पर लगावे | जल्दी ही आराम मिलेगा |
- हल्दी , अडूसा और लौंग को पीसकर इसके लेप को फुंसियो पर बंधने से तुरंत रहत मिलेगी और फुन्सिया ठीक हो जावेगी |
- अगर करेले का रस भी लगाया जावे तो फुंसियो के ठीक होने में लाभ होता है |
- अगर फोड़ा बढ़ जावे तो मुल्तानी-मिटटी और पिन्दोरे को पानी में पीसकर लगाने से जल्दी ही फोड़ा बैठ जावेगा |
- अगर गर्मी के कारण फुंसिया उभर आई हो तो एक चम्मच पिसा हुआ चन्दन , एक चम्मच पीसी हुई मुल्तानी मिटटी , एक चम्मच चोकर इन सब को अच्छी तरह पिस कर इसमें 4-5 निम्बू की बुँदे डाल कर लेप बना ले और इसे लगातार 15 दिन तक उपयोग में ले | निश्चित ही आपको लाभ मिलेगा |
- ग्वारपाठे का तो सबको पता ही होगा | ग्वारपाठा चर्म रोग में भी बहुत फायदे मंद होता है | ग्वारपाठे के गुदे को गरम करके इसमें थोड़ी सी पीसी हुई हल्दी मिला ले और इस लेप का प्रयोग करे छोटी फुन्सिया तो बहुत जल्दी खत्म होगी |
- दो कप पानी में थोड़े से मेहंदी के पते डाल कर उबाले | इसके पानी से फोड़े-फुंसियो को धोने से जल्दी ही आराम मिलता है |
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धन्यवाद ||