खरीदें स्वदेशी अर्शान्तक चूर्ण
स्वदेशी अर्शान्तक चूर्ण

स्वदेशी उपचार प्रस्तुत करते है – स्वदेशी घरेलु परीक्षित बवासीर नाशक फार्मूला | 7 प्रकार के अद्भुत आयुर्वेदिक द्रव्यों से निर्मित अर्शान्तक चूर्ण बवासीर की रामबाण औषधि है |
इस दवा के निर्माण में पूर्ण ऑर्गेनिक औषध द्रव्यों का इस्तेमाल किया गया है एवं साथ ही आयुर्वेद में वर्णित औषध निर्माण की छोटी – छोटी सावधानियों को भी ध्यान में रखा गया है ताकि औषधि का परिणाम संतुष्टि दायक हो |
क्या आप बवासीर से परेशान है ?
अगर आप बवासीर / Piles से परेशान होकर ऑपरेट करवाने की सोच रहें है तो माफ़ करें ऑपरेशन कोई स्थाई समाधान नहीं है | आप हमारे कहने से कृप्या एक बार इस दवा का सेवन जरुर करें आशा है आप निराश नहीं होंगे | हमने इसे 5 से 8 साल पुराने बवासीर रोगीयों को सेवन करवाया एवं परिणाम बिल्कुल संतुष्टिप्रद थे | यही नहीं हमने इसे कई रोगियों को सेवन करवाया एवं सभी रोगियों को बवासीर में तुरंत राहत मिली है |
किसी भी प्रकार का बवासीर हो “आन्तरिक या बाह्य” सभी में यह कारगर दवा है | बवासीर में होने वाले दर्द, खून एवं चुनचुनाहट से जल्द ही मुक्ति मिलती है | पाइल्स/ फिस्सर सभी रोगों में यह काम करती है | महिलाओं में गर्भावस्था एवं प्रसव के उपरांत होने वाले बवासीर में हमने “अर्शान्तक GR चूर्ण” का परिक्षण किया एवं यकीं माने परिणाम चमत्कारिक थे |
20 दिन 20 ही खुराक !
ऐसा हम क्यों कह रहे है ? क्योंकि अभी तक जितने भी रोगियों ने इसका सेवन किया है, उन सभी को मात्र 20 दिन में अधिकतम राहत मिली है | दवा का सेवन करते समय परहेज एवं खान – पान का ध्यान अवश्य रखें ताकि दवा का प्रभाव जल्द हो | स्वदेशी अर्शान्तक GR चूर्ण का निर्माण आयुर्वेद की प्रशिद्ध औषधियों केसहयोग से एक विशिष्ट अनुपात में किया गया है एवं अपने इसी निर्माण विधि, औषध द्रव्यों के कारण यह बवासीर में इतना फायदेमंद साबित होता है |
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स्वदेशी अर्शान्तक चूर्ण के फायदे
- बवासीर में होने वाले रक्त स्राव को रोकता है |
- पहले दिन से ही कब्ज बनने की प्रवृति को रोकता है |
- बवासीर के असहनीय दर्द से राहत मिलती है |
- सुजन कम करता है |
- घाव को ठीक करके इन्फेक्शन को रोकने में समर्थ |
- आन्तरिक एवं बाह्य सभी प्रकार के बवासीर में लाभप्रद |
- शौच जाने की घबराहट को खत्म करता है |
- मात्र 20 खुराक में ही बवासीर में फायदा |
- आन्तरिक अंगो एवं नशों के दबाव को ठीक करता है |
- रोग के मुलभुत कारण को काटता है |
*महत्वपूर्ण*
बवासीर रोग में पूर्ण आराम पाने के लिए एवं आगे चलकर आपको फिर से पीड़ित न होना पड़े उसके लिए दवा के सेवन में कुछ सावधानियां एवं परहेज है जिनका ध्यान रखा जाना चाहिए | अगर आप दवा खरीद रहे है तो इन परहेजों का आवश्यक रूप से पालन करें –
- अदरक युक्त चाय का सेवन बंद कर दें
- बैंगन भरता एवं बैंगन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन न करें
- तेल से तले हुए एवं अधिक तेलिय पदार्थों से परहेज करें
- अधिक खट्टी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए |
- आचार, मुर्रबा, अधिक मिर्च एवं गरम मसाले युक्त खाद्य पदार्थों से परहेज रखें
- स्वदेशी अर्शान्तक चूर्ण का सेवन करते समय चावल का 6 महीने तक सेवन बंद कर देना चाहिए |
- सूतिका अवस्था (after delivery) की स्त्रियों को भी ये परहेज आवश्यक है